वो मुझे याद करे या… शुभमन गिल को लेकर यूएई के इस गेंदबाज ने दिया बड़ा बयान

Simranjeet Singh Big revelation about Shubman Gill: UAE के स्पिनर सिमरनजीत सिंह ने बताया कि वह बचपन से शुभमन गिल को जानते हैं. पंजाब से क्रिकेट शुरू कर UAE तक पहुंचने की उनकी कहानी संघर्ष, कोरोना काल और नए अवसरों की मिसाल है.

By Aditya Kumar Varshney | September 9, 2025 2:44 PM

Simranjeet Singh Big revelation about Shubman Gill: भारत और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के बीच एशिया कप (Asia Cup 2025) मुकाबले से पहले एक खास कहानी सामने आई है. यूएई के बाएं हाथ के स्पिनर सिमरनजीत सिंह (Simranjeet Singh) का कहना है कि वह भारतीय बल्लेबाज शुभमन गिल (Shubman Gill) को बचपन से जानते हैं. पंजाब के लुधियाना में जन्मे और मोहाली में क्रिकेट की बुनियाद रखने वाले 35 साल के सिमरनजीत आज यूएई क्रिकेट टीम का अहम हिस्सा हैं. उनका क्रिकेट सफर संघर्षों और अवसरों से भरा रहा है, जिसने उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाया.

शुभमन गिल से पुरानी जान-पहचान

सिमरनजीत ने याद करते हुए कहा कि साल 2011-12 में जब वह मोहाली स्थित पीसीए अकादमी में सुबह छह से 11 बजे तक अभ्यास करते थे, तब 11-12 साल का शुभमन अपने पिता के साथ वहां आता था. नेट्स खत्म होने के बाद भी वह गेंदबाजी जारी रखते और गिल को अक्सर अपनी गेंदों का सामना कराते. उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा “पता नहीं अब वह मुझे पहचान पाएगा या नहीं, लेकिन मैंने उसे बचपन में खूब गेंदबाजी की है.”

क्रिकेट करियर में उतार-चढ़ाव

यूएई टीम से जुड़ने से पहले सिमरनजीत ने पंजाब की जिला क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया और साल 2017 में रणजी संभावित खिलाड़ियों में भी जगह बनाई. वह किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) के नेट्स पर भी गेंदबाजी कर चुके हैं. इसके बावजूद उन्हें बड़ी सफलता नहीं मिली. उन्होंने कहा “धीरे-धीरे समझ में आ गया कि भारत के लिए खेलने का सपना शायद पूरा नहीं होगा.”

कोरोना काल ने बदल दी जिंदगी

सिमरनजीत के जीवन का मोड़ कोरोना महामारी के दौरान आया. अप्रैल 2021 में उन्हें दुबई में अभ्यास का प्रस्ताव मिला और शुरुआत में वह 20 दिनों के लिए गए थे. लेकिन भारत में दूसरी लहर के कारण लॉकडाउन लग गया और वह वहीं रह गए. यूएई के लिए खेलने की पात्रता शर्तों को पूरा करने के बाद उन्होंने कोच लालचंद राजपूत से ट्रायल के लिए संपर्क किया. इसके बाद उन्हें टीम में जगह मिली और अमीरात क्रिकेट बोर्ड का केंद्रीय करार भी हासिल हुआ.

नए देश में सम्मान और सपनों की उड़ान

यूएई में रहते हुए सिमरनजीत न केवल अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेल रहे हैं, बल्कि वहां जूनियर खिलाड़ियों को कोचिंग देकर अच्छा जीवन भी बिता रहे हैं. उन्होंने कहा “यह देश बेहतरीन है. यहां मेरे मजहब का पूरा सम्मान किया जाता है. किसी ने कभी दाढ़ी या कृपाण को लेकर सवाल नहीं किया.” जब उनसे पूछा गया कि भारत के खिलाफ मैच में उनका परिवार किसका समर्थन करेगा, तो उन्होंने भावुक होकर कहा “मेरा सपना भारत के लिए खेलने का था, लेकिन अब जब मैं यूएई के लिए खेल रहा हूं तो लगता है कि परिवार भी यूएई का ही समर्थन करेगा.”

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