गिल की ओपनिंग पर सवाल, पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी बोले- क्यों तोड़ी सैमसन-अभिषेक की जोड़ी?

Asia Cup 2025 में संजू सैमसन को ओपनिंग से हटाकर शुभमन गिल को मौका दिया गया. पूर्व खिलाड़ी मनोज तिवारी (Manoj Tiwary) ने इस फैसले पर सवाल उठाया और सफल सैमसन-अभिषेक जोड़ी को बचाने की बात कही.

By Aditya Kumar Varshney | September 16, 2025 6:15 PM

Manoj Tiwary Comment on Opening Pair of Asia Cup 2025: नई T20I रणनीति में भारत के विकेटकीपर-बैटर संजू सैमसन (Sanju Samson) का शानदार प्रदर्शन जारी है. कप्तान सूर्यकुमार यादव और हेड कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के नेतृत्व में टीम ने एक नया जोश पाया है. पिछले कुछ महीनों में सैमसन ने 5 मैचों में 3 शतकीय पारियां खेलकर अपनी लय साबित की. इसके बावजूद, एशिया कप 2025 (Asia Cup 2025) में उन्हें ओपनिंग से हटाकर मिडल ऑर्डर में भेजा गया है. उनके स्थान पर टीम में वापसी कर रहे शुभमन गिल (Shubman Gill) को अभिषेक शर्मा (Abhishek Sharma) के साथ ओपनिंग का मौका मिला. इस बदलाव ने क्रिकेट प्रेमियों और पूर्व खिलाड़ियों में हैरानी पैदा कर दी है. सवाल उठता है जब एक सफल ओपनिंग जोड़ी मौजूद है, तो उसे क्यों बदला गया?

सैमसन की लय और नई चुनौती

संजू सैमसन पिछले T20I सीजन में शानदार रहे हैं. ओपनिंग करते हुए उन्होंने तेज गति से रन बनाए और टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाया. उनके और अभिषेक शर्मा के बीच ओपनिंग की जोड़ी ने पिछले 12 महीनों में 297 और 283 रन तक पहुंचाई. इन पारियों में 5 शतक और 3 अर्धशतक शामिल हैं. उनके स्ट्राइक रेट ने यह साबित कर दिया कि यह जोड़ी मैच जीतने की क्षमता रखती है. लेकिन एशिया कप में मिडल ऑर्डर में उनका स्थान बदलना एक बड़ा चौंकाने वाला कदम था.

शुभमन गिल की वापसी और क्षमता

InsideSport को दिए इंटरव्यू में पूर्व भारतीय खिलाड़ी मनोज तिवारी ने शुभमन गिल की तकनीकी क्षमता की तारीफ की है. उन्होंने IPL में गुजरात टाइटन्स की कप्तानी करते हुए अपनी जिम्मेदारी दिखाई. तिवारी के अनुसार, गिल ने कप्तान के रूप में मैचों को न केवल मैनेज किया बल्कि खुद को आउट नहीं होने के लिए पूरी कोशिश की. उनके अनुसार गिल का चयन टीम में तकनीकी क्षमता और भविष्य के कप्तान के रूप में तैयार करने के उद्देश्य से किया गया है.

सैमसन-अभिषेक जोड़ी तोड़ने का सवाल

पूर्व खिलाड़ी मनोज तिवारी का मानना है कि सैमसन-अभिषेक की जोड़ी ने पिछले मैचों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है. दोनों ने टीम को शानदार शुरुआत दी और उच्च स्कोर बनाने में मदद की. यह प्रदर्शन टीम के लिए बेहद लाभकारी था. ऐसे में यह सवाल उठता है कि जब एक सफल संयोजन मौजूद है, तो उसे बदलने की आवश्यकता क्यों महसूस की गई. InsideSport से बातचीत करते हुए मनोज तिवारी ने कहा, “जब ये दोनों खिलाड़ियों ने जिम्बाब्वे और बांग्लादेश के खिलाफ शतक और बड़े स्कोर बनाए, तो क्यों बदलें?”

गंभीर का प्रभाव और भविष्य की रणनीति

तिवारी के अनुसार, गौतम गंभीर ने शुभमन गिल को टीम में इसलिए शामिल किया ताकि उनके पास एक खिलाड़ी हो जो उनके निर्देशों का पालन करे. गिल एक तकनीकी रूप से मजबूत बैटर हैं और हर फॉर्मेट में एडजस्ट कर सकते हैं. गंभीर का उद्देश्य विवाद से बचना और टीम पर नियंत्रण रखना है. गिल को एक ऐसा खिलाड़ी माना जा रहा है जो भविष्य में टीम का ऑल-फॉर्मेट कप्तान बन सकता है. इस रणनीति से टीम की नेतृत्व संरचना में संतुलन बनाए रखने की कोशिश की गई है.

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