IND A vs SA A Unofficial Test: दूसरे टेस्ट में भारत को 5 विकेट से मिली हार, साउथ अफ्रीका के साथ सीरीज 1-1 से बराबर
IND A vs SA A Unofficial Test: साउथ अफ्रीका ए ने बेंगलुरु में भारत ए को पांच विकेट से हराकर 417 रन के विशाल लक्ष्य का सफल पीछा किया. हरमन, सेनोक्वाने, हमजा और एस्टरहुइजन की शानदार पारियों ने भारत के अनुभवी गेंदबाजों को बेअसर कर दिया. इस मैच से भारतीय टीम को साउथ अफ्रीका के खिलाफ आगामी चुनौती का अंदाजा हो गया.
IND A vs SA A Unofficial Test: बेंगलुरु में खेले गए दूसरे चार दिवसीय मैच में साउथ अफ्रीका ए टीम ने भारत ए को पांच विकेट से हराकर बड़ी जीत दर्ज की. खास बात यह रही कि यह जीत उस समय आई जब भारत ए की ओर से कई नियमित टेस्ट गेंदबाज मैदान पर उतरे थे. साउथ अफ्रीका ए ने 417 रन का बड़ा लक्ष्य आसानी से पूरा कर इतिहास रचा.
साउथ अफ्रीका ए की दमदार शुरुआत
चौथे दिन साउथ अफ्रीका ए ने अपनी पारी 25 रन बिना किसी नुकसान से आगे बढ़ाई. टीम को जीत के लिए 417 रन बनाने थे, जो चार दिवसीय ए मुकाबलों में लक्ष्य का पीछा करते हुए सबसे बड़ा स्कोर है. जॉर्डन हरमन और लेसेगो सेनोक्वाने ने शुरुआत से ही भारतीय गेंदबाजों पर दबाव बना दिया. दोनों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 156 रन जोड़कर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया. पहले सत्र के अंत तक साउथ अफ्रीका ए का स्कोर 139/0 था और तभी साफ हो गया था कि पिच से गेंदबाजों को खास मदद नहीं मिलने वाली.
हरमन–सेनोक्वाने की साझेदारी
हरमन ने 91 रन की शानदार पारी खेली, जबकि सेनोक्वाने ने 77 रन बनाए. दोनों ने भारतीय तेज और स्पिन गेंदबाजों के सामने बेखौफ खेल दिखाया. हरमन ने आकाशदीप की गेंदों पर कवर ड्राइव लगाकर प्रभावित किया, लेकिन शतक से सिर्फ 9 रन दूर रहते प्रसिद्ध कृष्णा को कैच देकर आउट हो गए. सेनोक्वाने भी ज्यादा देर टिक नहीं सके और हर्ष दुबे की गेंद पर LBW आउट हुए. हालांकि तब तक दोनों साउथ अफ्रीका को मजबूत स्थिति में ला चुके थे.
हमजा-बावुमा ने संभाली पारी
पहला विकेट गिरने के बाद भी भारतीय गेंदबाजों को राहत नहीं मिली. जुबैर हमजा और तेम्बा बावुमा ने तीसरे विकेट के लिए 107 रन जोड़कर भारत की उम्मीद खत्म कर दी. हमजा ने 77 रन बनाए और आक्रामक बल्लेबाजी की. अंत में प्रसिद्ध कृष्णा ने उन्हें बोल्ड कर इस साझेदारी को तोड़ा. इसके बाद भी बावुमा डटे रहे और उन्होंने 59 रन की अहम पारी खेलकर टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचाया. उन्होंने सिराज, आकाशदीप और कुलदीप यादव सभी के गेंदों का धैर्य से सामना किया.
एस्टरहुइजन की तेज बल्लेबाजी
जब बावुमा आउट हुए, तब साउथ अफ्रीका ए को जीत के लिए 65 रन चाहिए थे और करीब 12 ओवर बचे थे. कॉनर एस्टरहुइजन ने आते ही आक्रामक खेल दिखाया और 51 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा कर लिया. उन्हें तियान वान वुरेन का पूरा साथ मिला, जिन्होंने 20 रन बनाकर छोर संभाले रखा. दोनों ने मिलकर 52 गेंदों में 65 रन की अटूट साझेदारी कर टीम को शानदार जीत दिला दी.
मैच में इंडिया ए के लिए क्या सही रहा?
भारत ए के लिए इस मैच में कुछ सकारात्मक पहलू सामने आए. सबसे बड़ी बात ऋषभ पंत ने लंबे समय बाद चोट से वापसी की और मैच में अच्छा प्रदर्शन किया. ध्रुव जुरेल ने दोनों पारियों में शतक जड़कर टीम को उम्मीद दी. हालांकि, भारतीय गेंदबाजों को साउथ अफ्रीका जैसी मजबूत टेस्ट टीम के खिलाफ होने वाली आगामी सीरीज से पहले अपनी योजनाओं पर फिर से काम करना होगा.
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