वो रेत पर… टीम इंडिया के पूर्व कोच ने खोला कुलदीप यादव की सफलता का राज

Abhishek Nayar revealed Secret of Kuldeep Yadav: भारत के स्टार स्पिनर कुलदीप यादव ने एशिया कप में शानदार प्रदर्शन किया. अभिषेक नायर ने खुलासा किया कि रेत पर गेंदबाजी और बदला हुआ रन-अप उनकी सफलता का बड़ा कारण रहा.

By Aditya Kumar Varshney | September 16, 2025 2:22 PM

भारतीय टीम के बाएं हाथ के कलाई स्पिनर कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) एशिया कप 2025 (Asia Cup 2025) में शानदार लय में नजर आ रहे हैं. पाकिस्तान और UAE के खिलाफ लगातार दो मैचों में ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का अवॉर्ड जीतकर उन्होंने टीम इंडिया की जीत में अहम भूमिका निभाई. लेकिन उनकी इस सफलता के पीछे सालों की मेहनत, संघर्ष और तकनीकी सुधार छिपा है. टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर और असिस्टेंट कोच अभिषेक नायर (Abhishek Nayar) ने खुलासा किया कि कुलदीप ने हाल के समय में रेत पर गेंदबाजी का अभ्यास किया, जिससे उनकी स्पिन को और ज्यादा धार मिली. इसके साथ ही उन्होंने अपने रन-अप और बॉलिंग एंगल पर भी काम किया. नायर के मुताबिक, इन बदलावों में उनके बचपन के कोच का बड़ा योगदान रहा. (Abhishek Nayar revealed Secret of Kuldeep Yadav).

रेत पर गेंदबाजी से आया टर्न और बाइट

अभिषेक नायर ने सोनी स्पोर्ट्स (Sony Sports) पर बातचीत के दौरान बताया कि कुलदीप यादव ने हाल ही में एक अनोखा अभ्यास किया. वे अक्सर रेत पर गेंदबाजी करते थे, जहां गेंद सामान्य पिच की तुलना में ज्यादा रुकती है. ऐसे में अगर गेंदबाज तेज गति से गेंद डालता है, तो स्पिन और बाइट और ज्यादा प्रभावी होती है. इस प्रयोग से कुलदीप ने गेंद की ग्रिप और फ्लाइट दोनों पर नियंत्रण पाया. एशिया कप जैसे टूर्नामेंट में दुबई की धीमी पिचों पर यही अभ्यास उनके लिए कारगर साबित हुआ.

रन-अप और एंगल में किया बदलाव

नायर के अनुसार, कुलदीप पहले अपने रन-अप में थोड़ी ज्यादा छलांग लगाते थे, जिससे उनके शरीर की ऊर्जा गेंदबाजी में पूरी तरह ट्रांसफर नहीं हो पाती थी. उन्होंने इसे सुधारते हुए रन-अप को सीधा रखा और फिजूल की छलांग को कम किया. इससे उनका संतुलन बेहतर हुआ और गेंद पर अतिरिक्त गति और टर्न मिलने लगा. अब वे गेंद छोड़ते समय ज्यादा आत्मविश्वास और धार के साथ दिखाई दे रहे हैं.

बचपन के कोच का साथ

कुलदीप यादव के करियर में एक दौर ऐसा भी आया, जब आलोचकों ने उनकी जगह और भविष्य पर सवाल खड़े किए. कई लोगों ने माना कि वे टीम इंडिया में लंबे समय तक जगह पक्की नहीं कर पाएंगे. लेकिन इस मुश्किल समय में उनके बचपन के कोच ने लगातार उन्हें मानसिक मजबूती दी. नायर ने कहा कि जब एक खिलाड़ी को उसके शुरुआती कोच का साथ मिलता है, तो वह आत्मविश्वास नहीं खोता. यही वजह रही कि कुलदीप ने खुद पर काम किया और आज टीम के सबसे सफल गेंदबाजों में शुमार हैं.

मेहनत और लगन से मिली नई पहचान

नायर ने साफ कहा कि कुलदीप की मौजूदा सफलता किसी संयोग का नतीजा नहीं है, बल्कि उनकी अथक मेहनत और लगन का परिणाम है. रेत पर अभ्यास, बदला हुआ रन-अप और लगातार सुधार की मानसिकता ने उन्हें नई पहचान दी है. इस समय वे भारतीय टीम के सबसे भरोसेमंद स्पिनर बनकर उभरे हैं. एशिया कप में उनकी कामयाबी ने यह साबित कर दिया कि आत्मविश्वास और कोच के मार्गदर्शन से कोई भी खिलाड़ी कठिन दौर से निकलकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चमक सकता है.

ये भी पढ़ें-

IND vs PAK: ICC ने PCB की मांग ठुकराई, अब क्या सच में एशिया कप छोड़ देगा पाकिस्तान?

युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा को ED का समन, ऑनलाइन बेटिंग ऐप केस के लिए तलब किया

ICC से पाकिस्तान को लगा बड़ा झटका, मैच रेफरी एंडी पाइकॉफ्ट को हटाने से किया इनकार