खिलाड़ियों को खुलकर खेलने की… इंग्लैंड के कोच ब्रेंडन मैकुलम ने बैजबॉल क्रिकेट को लेकर कही बड़ी बात

Brendon McCullum Big Statement: इंग्लैंड कोच ब्रेंडन मैकुलम ने कहा कि बैजबॉल कोई सख्त खेल शैली नहीं बल्कि खिलाड़ियों को दबावमुक्त होकर खेलने की आजादी है. उन्होंने इसे लेकर बनी गलत धारणाओं को खिलाड़ियों के लिए अपमानजनक बताया.

By Aditya Kumar Varshney | September 9, 2025 7:05 PM

Brendon McCullum Big Statement: इंग्लैंड क्रिकेट टीम के मुख्य कोच ब्रेंडन मैकुलम (Brendon Mccullum) ने साफ कहा है कि “बैजबॉल” कोई सख्त खेल शैली नहीं है बल्कि खिलाड़ियों को खुलकर खेलने की आजादी देने का नाम है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस शब्द को लेकर जो गलत धारणाएं बनाई गई हैं, वे खिलाड़ियों और टीम के लिए अपमानजनक हैं. न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान मैकुलम का मानना है कि उनका असली मकसद ऐसा माहौल तैयार करना है जिसमें खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के दबाव को झेल सकें और अपने कौशल को पूरी तरह उजागर कर सकें.

बैजबॉल शब्द से मैकुलम को ऐतराज

ब्रेंडन मैकुलम ने 2022 में इंग्लैंड टेस्ट टीम की कमान संभाली थी. उनके नेतृत्व में इंग्लैंड ने आक्रामक और निडर अंदाज में क्रिकेट खेलना शुरू किया. इस खेल शैली को मीडिया और क्रिकेट जगत ने “बैजबॉल” नाम दिया. हालांकि, मैकुलम को यह शब्द कभी पसंद नहीं आया. उनका कहना है कि यह खिलाड़ियों की मेहनत और टीम की रणनीति को हल्के में लेने जैसा है. मैकुलम के अनुसार, टीम के प्रयासों को एक लेबल में बांध देना सही नहीं है. यह खिलाड़ियों के लिए भी अपमानजनक है क्योंकि वे सिर्फ मनोरंजन के लिए नहीं, बल्कि कड़ी मेहनत और जीत के लिए मैदान में उतरते हैं.

खिलाड़ियों की मानसिकता है असली कुंजी

मैकुलम ने ‘फॉर द लव ऑफ क्रिकेट’ पॉडकास्ट में कहा कि उनकी सोच कभी भी “सिर्फ आक्रामक क्रिकेट खेलने” की नहीं रही. उनका असली फोकस खिलाड़ियों की मानसिकता पर है. उन्होंने बताया कि एक ऐसा माहौल तैयार करना जहां खिलाड़ी दबाव से मुक्त होकर खेलें, टीम की असली ताकत है. खिलाड़ी जब मानसिक रूप से तैयार होते हैं, तभी वे किसी भी चुनौती का सामना बेहतर तरीके से कर सकते हैं.

खिलाड़ियों को स्वच्छंद खेलने की आजादी

मैकुलम का मानना है कि क्रिकेटर तभी सफल हो सकते हैं जब उन्हें अपनी प्राकृतिक प्रतिभा और कौशल को खुलकर दिखाने की छूट मिले. उन्होंने कहा “हम चाहते हैं कि खिलाड़ी अपनी भूमिका को समझें और अपनी क्षमताओं को बिना किसी बंधन के मैदान पर दिखाएं.” उनके मुताबिक, जब टीम को किसी एक शैली या पूर्व निर्धारित रणनीति में बांधा जाता है तो खिलाड़ी दबाव में आ जाते हैं. जबकि आजादी और भरोसे का माहौल खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को बढ़ाता है.

सफलता की कुंजी है लचीलापन

इंग्लैंड टेस्ट टीम की हालिया सफलताओं को लेकर मैकुलम ने बताया कि टीम का असली राज़ है लचीलापन (flexibility). उनका कहना है कि क्रिकेट में हर मैच और हर परिस्थिति अलग होती है. ऐसे में यदि खिलाड़ी किसी “फिक्स्ड” तरीके से खेलने पर अड़े रहें, तो सफलता मुश्किल हो जाती है. इसके बजाय, इंग्लैंड टीम का मकसद यही है कि हर खिलाड़ी स्थिति के हिसाब से खुद को ढाले और खेल को एंजॉय करते हुए अपनी पूरी क्षमता लगाए. यही रवैया टीम की जीत की संभावना को कई गुना बढ़ा देता है.

बैजबॉल पर बनी गलत धारणाएं

ब्रेंडन मैकुलम ने यह भी कहा कि बैजबॉल को लेकर जो धारणाएं बनाई गई हैं, वे पूरी तरह गलत हैं. बहुत से लोग इसे सिर्फ “तेज रन बनाने” या “बेफिक्र होकर बल्लेबाजी” करने तक सीमित समझते हैं. जबकि उनकी नजर में यह सिर्फ एक मानसिकता है. इससे फ्लेयर को दबाव को झेलने की क्षमता मिलती है और इसके साथ ही वह अपनी भूमिका को भी समझ पाता है. आगे उन्होंने कहा कि टीम के लक्ष्य को प्राथमिकता देना भी बैजबॉल के कारण संभव हो पाता है और सबसे बढ़कर, खेल का आनंद लेना भी बढ़ जाता है. उन्होंने दोहराया कि इंग्लैंड की सफलता किसी एक खेल शैली की वजह से नहीं, बल्कि इस सोच की वजह से है कि खिलाड़ी मैदान पर पूरी तरह आजाद और आत्मविश्वास से भरे रहें.

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