Spiritual Guide: संत-वाणी के ये 5 दिव्य उपदेश बना सकते हैं आपके लाइफ को और बेहतर

Spiritual Guide: संतों की वाणी हमेशा से जीवन का मार्गदर्शन करने वाली मानी गई है. उनके शब्द न केवल मन को शांत करते हैं बल्कि जीवन की उलझनों में सही दिशा भी दिखाते हैं. संत-वाणी किताब में ऐसे कई गहरे विचार लिखे हैं .आइए जानते हैं कुछ महत्वपूर्ण सीखें, जिन्हें अपनाने से हमारा जीवन बेहतर हो सकता है.

By JayshreeAnand | November 18, 2025 2:38 PM

Spiritual Guide:संत-वाणी इस बात पर जोर देती है कि मनुष्य का जीवन केवल सांस लेने भर का नाम नहीं, बल्कि हर पल को जागरूकता और आत्म-संयम के साथ जीने का संदेश देता है. किताब में बताया गया है कि मनुष्य तभी महान कहलाता है जब वह केवल अपने लिए नहीं, बल्कि दूसरों की भलाई के लिए भी समर्पित हो. संतों के अनुसार जीवन की कठिनाइयां, इच्छाएं, संबंध, क्रोध, मोह ये सब तभी सरल बनते हैं जब मन शांत हो, दृष्टि साफ हो और इंसान भीतर से विनम्र हो. यही कारण है कि ये उपदेश आज भी उतने ही उपयोगी हैं जितने सदियों पहले थे.

संत-वाणी की 5 अनमोल बातें

जो सांस बाहर निकल जाए, वह कभी वापस नहीं आती — इसलिए समय अमूल्य है

संत कहते हैं कि जो श्वास निकल गई, वह लौटकर नहीं आती. इसलिए समय को आलस, चुगली और व्यर्थ के कामों में बर्बाद नहीं करना चाहिए. जीवन का हर क्षण मूल्यवान है.

मांगना और मरना दोनों समान—मांगना अधिक कष्टदायक

किताब में कहा गया है कि किसी से कुछ मांगना मृत्यु से भी बुरा है, क्योंकि इससे स्वाभिमान और आत्मबल कमजोर होता है. मेहनत करके लेना हमेशा श्रेष्ठ है.

दूसरों से लेने की बजाय स्वयं देने की आदत डालें

संत-वाणी में कहा गया है कि यदि हाथ ऊपर रहते हैं (देने वाले), तो जीवन उन्नत होता है; और यदि हाथ नीचे रहते हैं (मांगने वाले), तो जीवन में अंधकार बढ़ता है.

स्त्री-पुरुष के मोह, आकर्षण और रूप-स्पर्श के चक्कर में मन भटकता है

किताब बताती है कि आकर्षण, वासना और मोह मनुष्य की बुद्धि को भ्रमित करते हैं और मन को कमज़ोर बनाते हैं. इससे दूर रहकर ही मनुष्य जीवन में स्थिरता ला सकता है.

कुसंगति इंसान को कमजोर बनाती है

संत लिखते हैं कि गलत संगति जीवन को नीचे गिराती है और अच्छी संगति मनुष्य को तेजस्वी, शांत और बुद्धिमान बनाती है.

ये भी पढ़ें: Bhakti Obstacles: जीवन में सच्ची भक्ति पाने से रोकती हैं ये 5 चीजें, जानिए कैसे करें दूर