Shri Ram Ji Ki Aarti: “राम” नाम का जाप करने से मनुष्य के सभी कष्ट हो जाते हैं दूर, जानिए भगवान श्रीराम की आरती और मंत्र

चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी को पड़ने वाली रामनवमी पूरे देश में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनायी जाती है. माना जाता है कि श्रीराम का जन्म चैत्र शुक्ल नवमी के दिन हुआ था.

By Radheshyam Kushwaha | April 2, 2020 9:12 AM

Ram Ji Ki Aarti: चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी को पड़ने वाली रामनवमी पूरे देश में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनायी जाती है. माना जाता है कि श्रीराम का जन्म चैत्र शुक्ल नवमी के दिन हुआ था. इसलिए हिंदू धर्म के लोग बड़े ही उत्साह के साथ राम नवमी मनाते हैं. आज ही के दिन भगवान श्रीराम की विधि विधान पूजा की जाती है. राम नवमी के दिन कई जगहों पर श्रीराम जी की प्रतिमा को झूला भी झुलाया जाता है. पूजा-अर्चना करने के बाद घरों में हवन किया जाता है. इस दिन नवरात्रि पर्व का समापन भी हो जाता है. राम नवमी की पूजा के दौरान भगवान श्रीराम की आरती उतारी जाती है.

श्री राम जी की आरती (Ram Ji Ki Aarti)

श्री राम चंद्र कृपालु भजमन हरण भाव भय दारुणम्।

नवकंज लोचन कंज मुखकर, कंज पद कन्जारुणम्।।

कंदर्प अगणित अमित छवी नव नील नीरज सुन्दरम्।

पट्पीत मानहु तडित रूचि शुचि नौमी जनक सुतावरम्।।

भजु दीन बंधु दिनेश दानव दैत्य वंश निकंदनम्।

रघुनंद आनंद कंद कौशल चंद दशरथ नन्दनम्।।

सिर मुकुट कुण्डल तिलक चारु उदारू अंग विभूषणं।

आजानु भुज शर चाप धर संग्राम जित खर-धूषणं।।

इति वदति तुलसीदास शंकर शेष मुनि मन रंजनम्।

मम ह्रदय कुंज निवास कुरु कामादी खल दल गंजनम्।।

मनु जाहिं राचेऊ मिलिहि सो बरु सहज सुंदर सावरों।

करुना निधान सुजान सिलू सनेहू जानत रावरो।।

एही भांती गौरी असीस सुनी सिय सहित हिय हरषी अली।

तुलसी भवानी पूजि पूनी पूनी मुदित मन मंदिर चली।।

जानि गौरी अनुकूल सिय हिय हरषु न जाइ कहि।

मंजुल मंगल मूल वाम अंग फरकन लगे।।

श्री राम के मंत्र (Shree Ram Mantra)

आज के दिन श्री राम के इन मंत्रो का जाप करना चाहिए, इन मंत्रों के जाप करने से सफलता मिलती है.

ॐ राम ॐ राम ॐ राम ।

ह्रीं राम ह्रीं राम ।

श्रीं राम श्रीं राम ।

रामाय नमः ।

रां रामाय नमः

लोगों के जीवन में सौभाग्य और सुख की प्राप्ति के लिए इन मंत्रों का जाप करना चाहिये

श्री राम जय राम जय जय राम ।

श्री रामचन्द्राय नमः ।

राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे।

सहस्त्र नाम तत्तुन्यं राम नाम वरानने।।

Next Article

Exit mobile version