Dead Body Toe Tie: हिंदू धर्म में मृत्यु के बाद क्यों बांधे जाते हैं पैरों के अंगूठे? जानें वजह

Dead Body Toe Tie: हिंदू धर्म में जब किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है, तो उसके पैरों के अंगूठों को बांध दिया जाता है. चलिए इस रिपोर्ट के माध्यम से जानने की कोशिश करते हैं कि ऐसा क्यों किया जाता है, इसके पीछे मान्यता क्या है?

By Neha Kumari | August 30, 2025 4:06 PM

Dead Body Toe Tie: जब किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है, तो उसके साथ ही आत्मा भी शरीर छोड़ देती है. यह प्रकृति का नियम है. माना जाता है कि आत्मा अपने परिवार के दुख-सुख को महसूस करती रहती है. इसलिए उसे मोह से मुक्त करने और अगले लोक की यात्रा पर भेजने के लिए शव का अंतिम संस्कार कर अग्नि दी जाती है. इससे आत्मा परिवार के बंधन से मुक्त होकर यमलोक की ओर प्रस्थान करती है. हिंदू धर्म में मृत्यु के बाद शव के साथ कई तरह की प्रक्रियाएं की जाती हैं, जिनमें से एक शव के पैरों के अंगूठे को बांधना है. चलिए जानते हैं ऐसा आखिर क्यों किया जाता है और इसकी पीछे की वजह क्या है?

क्यों बांधी जाती है मृतक के पैरों की अंगूठे?

पुराणों के अनुसार, जब किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है, तो सबसे पहले उसके पैरों के दोनों अंगूठों को बांध दिया जाता है. ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि आत्मा दोबारा शरीर में न आ सके. माना जाता है कि मौत के बाद आत्मा मोह की वजह से शरीर में लौटने की कोशिश करती है, खासकर मूलाधार से होकर. मूलाधार को जीवन ऊर्जा का केंद्र कहा गया है. अंगूठों को बांधने से यह चक्र स्थिर हो जाता है और आत्मा को अगले लोक की यात्रा करने में आसानी होती है.

शरीर से अलग होकर आत्मा कहां जाती है?

वासांसि जीर्णानि यथा विहाय नवानि गृह्वाति नरोऽपराणि।
तथा शरीराणि विहाय जीर्णा न्यन्यानि संयाति नवानि देही ॥

गिता में कहा गया है जिस तरह इंसान पुराने और फटे कपड़े छोड़कर नए कपड़े पहन लेता है, ठीक वैसे ही मृत्यु के समय आत्मा भी पुराने शरीर को छोड़कर नया शरीर धारण करती है.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी केवल मान्यताओं और परंपरागत जानकारियों पर आधारित है. प्रभात खबर किसी भी तरह की मान्यता या जानकारी की पुष्टि नहीं करता है.

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