Diwali 2025 Kab Hai: धनतेरस से होगी दिवाली शुरूआत, जानें किस दिन है दीपावली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज
Diwali 2025 Kab Hai: इस वर्ष दिवाली की तिथि को लेकर कुछ व्यक्तियों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है. आइए जानते हैं दिवाली कब मनाई जाएगी.
Diwali 2024 Kab Hai: धनतेरस (पहला दिन) दिवाली की शुरुआत का प्रतीक है और यह धन और समृद्धि की पूजा के लिए समर्पित है. आज लोग भगवान धन्वंतरि जो आरोग्य के देवता हैं का भी आराधना करते है. लोग अपने घरों की सफाई करते हैं, नए बर्तन या सोना खरीदते हैं, और अपने जीवन में समृद्धि को आमंत्रित करने के लिए दीये जलाते हैं.
नरक चतुर्दशी (छोटी दिवाली) (दूसरा दिन) भगवान कृष्ण की राक्षस नरकासुर पर जीत की याद दिलाता है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. सुबह की रस्मों में सुगंधित तेल लगाना और शुद्ध स्नान करना शामिल है. ऐसा माना जाता है कि इससे पाप धुल जाते हैं. लक्ष्मी पूजा (मुख्य दिवाली दिवस) (तीसरा दिन) त्योहार का सबसे महत्वपूर्ण दिन, धन और समृद्धि के लिए देवी लक्ष्मी की पूजा करने के लिए समर्पित है.
परिवार शाम को लक्ष्मी पूजा करते हैं, अपने घरों को दीयों और मोमबत्तियों से रोशन करते हैं. इस दिन परिवार और दोस्तों के बीच उपहार और मिठाइयों का आदान-प्रदान भी होता है. गोवर्धन पूजा (दिन 4) इंद्र के प्रकोप से ग्रामीणों की रक्षा के लिए भगवान कृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत को उठाने का जश्न मनाया जाता है.
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लोग गाय के गोबर या अन्य सामग्रियों का उपयोग करके गोवर्धन पर्वत जैसा एक छोटा सा टीला बनाते हैं और प्रकृति के उपहार के लिए आभार व्यक्त करते हुए प्रार्थना करते हैं. भाई दूज (दिन 5) भाई-बहनों के बीच के बंधन का जश्न मनाता है, जो प्यार और सुरक्षा का प्रतीक है. बहनें अपने भाइयों के लम्बे जीवन के लिए यम की पूजा करती है और उनकी भलाई के लिए प्रार्थना करती हैं.
धनतेरस 2024 कब है ?
इस वर्ष धनतेरस का पर्व 18 अक्टूबर 2025, शनिवार को मनाया जाएगा.
छोटी दिवाली और नरक चतुर्दशी 2024 कब है ?
काली चौदस का पर्व 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा. छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी इस वर्ष 18 अक्टूबर, शनिवार को मनाई जाएगी. इस दिन यमराज के नाम का दीप जलाने की परंपरा है.
दिवाली 2025 कब है ?
कार्तिक मास की अमावस्या तिथि दो दिन पड़ने के कारण कुछ लोग दिवाली 20 अक्टूबर को मना रहे हैं. वहीं 21 अक्टूबर को दिवाली मनाएंगे.
आचार्य पंडित राकेश मिश्रा
कर्मकाण्डी एवं अनुष्ठान विशेषज्ञ
प्रदेश अध्यक्ष(विद्वान परिषद)
राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंघ, बिहार
