Amarnath Yatra 2025 का शुभारंभ, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पहले जत्थे को दिखाई हरी झंडी

Amarnath Yatra 2025: अमरनाथ यात्रा का शुभारंभ हो गया है. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. हजारों श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए निकले हैं. यात्रा मार्ग पर सुरक्षा और सेवाओं के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.

By Shaurya Punj | July 2, 2025 11:17 AM

Amarnath Yatra 2025: बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए बुधवार की सुबह जम्मू से पहला जत्था रवाना हो गया है. मौसम ने साथ दिया, तो तीन जुलाई की शाम को ही पहले जत्थे के लगभग 15 हजार श्रद्धालु 14,500 फुट की ऊंचाई पर बनने वाले हिमलिंग के प्रथम दर्शन किया. जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा बुधवार को कड़ी सुरक्षा के बीच आधार शिविर में झंडी दिखा कर जत्थे को रवाना किया.

यात्रा में शामिल होने जा रहे लाखों श्रद्धालुओं की सेवा के लिए लखनपुर से लेकर पवित्र गुफा तक 125 से अधिक लंगरों की व्यवस्था स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा की गयी है. प्रतिदिन 15 हजार श्रद्धालुओं को पहलगाम तथा बालटाल के रास्ते यात्रा में शामिल होने की अनुमति दी गयी है. अभी तक करीब सवा तीन लाख श्रद्धालुओं ने अपना पंजीकरण विभिन्न माध्यमों से करवाया है, जबकि 30 जून से ऑनस्पॉट पंजीकरण की आरंभ हो चुका है. पिछले दो दिनों में करीब 4,000 टोकन बांटे गये हैं.

लोग हैं सुरक्षित हाथों में

अमरनाथ यात्रा को लेकर जम्मू-कश्मीर बीजेपी अध्यक्ष सतपाल शर्मा ने कहा कि हजारों श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए उमड़ रहे हैं. उन्होंने कहा, “सिर्फ दो महीने पहले राज्य में अलग माहौल था, लेकिन आज हम देख सकते हैं कि श्रद्धालु ‘बम बम भोले’ और ‘हर हर महादेव’ के जयकारे लगाते हुए पूरे जोश से यात्रा में भाग ले रहे हैं. लोगों को यह विश्वास है कि वे पूरी तरह सुरक्षित हैं.”

आस्था के आगे फीका पड़ा आतंक का साया

यात्रा में शामिल भक्तों ने आतंक की आशंकाओं को नकारते हुए कहा, “हमारे लिए आतंक नहीं, आस्था सर्वोपरि है. बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए हम हर हाल में आएंगे. हमें देश की सेना और सुरक्षा बलों पर पूरा भरोसा है.” श्रद्धालु रास्ते भर ‘हर हर महादेव’ और ‘बम बम भोले’ के नारों से वातावरण को भक्तिमय बना रहे हैं.

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

  • अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को अत्यधिक मजबूत किया गया है.
  • जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-44) पर अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं.
  • ड्रोन, CCTV और सुरक्षाकर्मियों के जरिए चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखी जा रही है.
  • पूरे यात्रा मार्ग को सुरक्षा कवच में लपेट दिया गया है, ताकि हर श्रद्धालु खुद को पूरी तरह सुरक्षित महसूस कर सके.