Ganesh Ji Ki Katha: दिवाली के दिन करें गणेश जी की कथा का पाठ, बरसेंगी बप्पा की कृपा
Ganesh Ji Ki Katha in Hindi:दिवाली को त्योहार खुशियों और रोशनी का त्योहार कहते हैं. इस दिन यदि भगवान गणेश की कथा का पाठ किया जाए तो, जीवन में खुशहाली और नए कार्यों में तरक्की का आशीर्वाद मिलता है. यहां पढ़ें भगवान गणेश की कथा.
Ganesh Ji Ki Katha: पांच दिवसीय दिवाली का पवित्र पर्व कल यानी 18 अक्टूबर से शुरू होने जा रहा है. इस पर्व का समापन 23 अक्टूबर को होगा. दिवाली के पहले दिन यानी धनतेरस, दूसरे दिन छोटी दिवाली और तीसरे दिन बड़ी दिवाली, चौथे दिन गोवर्धन और अंतिम दिन भाई दूज मनाया जाता है. दिवाली के दिन माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और भगवान कुबेर की विशेष पूजा की जाती है. भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है. हिंदू धर्म में हर शुभ काम, पूजा या किसी नए कार्य की शुरुआत से पहले भगवान गणेश का आह्वान किया जाता है. माना जाता है कि उनके आशीर्वाद से जीवन में विघ्न दूर होते हैं, कार्य में सफलता मिलती है और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है. ऐसे में यदि भक्त दिवाली की पूजा के दौरान भगवान गणेश की कथा का पाठ करते हैं तो उस गणनायक की कृपा बनी रहती है. ¹
गणेश जी की कथा (Ganesh ji ki Katha)
एक दिन गणेश जी महाराज चुटकी में चावल और चम्मच में दूध लेकर घूम रहे थे और कह रहे थे कि कोई मेरी खीर बना दे. सभी ने सामान देखकर मना कर दिया. तभी एक वृद्धा बोली – आ बेटा, मैं तेरी खीर बना देती हूँ और वह एक कटोरी लेकर आई. गणेश जी ने कहा कि वृद्धा माई, कटोरी क्यों लाई, टोप लेकर आ. वृद्धा माई टोप लेकर आई और जैसे ही गणेश जी ने उसमें एक चम्मच दूध डाला, वह दूध से भर गई. गणेश जी महाराज ने कहा कि मैं बाहर जाकर आता हूँ, तब तक तुम खीर बना लेना. खीर तैयार हो गई.
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अब वृद्धा माई की बहू के मुंह में पानी आ गया. वह दरवाज़े के पीछे बैठकर खीर खाने लगी और खीर का एक छींटा ज़मीन पर गिर गया, जिससे गणेश जी का भोग लग गया. थोड़ी देर बाद वृद्धा गणेश जी को बुलाने गई. गणेश जी ने कहा – वृद्धा माई, मेरा तो भोग लग गया. जब तेरी बहू ने दरवाज़े के पीछे बैठकर खीर खाई, तो एक छींटा ज़मीन पर गिर गया था, इसलिए मेरा तो भोग लग गया.
बुढ़िया ने कहा- बेटा! अब मैं इसका क्या करूं. गणेश जी ने उत्तर दिया- सभी खीर को अच्छे से खा-पीकर सबको बाँट दो और जो बचे, उसे थाली में डालकर छत पर रख दो. शाम को गणेश महाराज आए और बुढ़िया से कहा कि मुझे मेरी खीर दो. जब बुढ़िया खीर लेने गई, तो उसने देखा कि थाली में हीरे और मोती बन गए हैं. गणेश जी महाराज ने बुढ़िया को जो धन-दौलत दी, वैसी ही सभी को दें.
पूजा तिथि
धनतेरस पूजा
तिथि– 18 अक्टूबर 2025
पूजा मुहूर्त- शाम 7-16 बजे से 8:20 बजे तक
छोटी दिवाली
तिथि– 19 अक्टूबर 2025
पूजा मुहूर्त- शाम 5:47 बजे से 8:57 बजे तक
दिवाली
तिथि– 20 अक्टूबर 2025
पूजा मुहूर्त- रात 7:08 बजे से 8:18 बजे तक
गोवर्धन पूजा
तिथि- 22 अक्टूबर 2025
भाई दूज
तिथि- 23 अक्टूबर 2025
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