धनबाद: न्यायिक हिरासत में पीएमसीएच में इलाजरत पूर्व मंत्री समरेश सिंह के सात घंटे बाहर रहने पर कोर्ट ने संज्ञान लिया है. कोर्ट ने सिविल सर्जन को 24 घंटे में मेडिकल बोर्ड गठित कर रिपोर्ट देने को कहा है. कोर्ट ने कहा है कि क्या समरेश सिंह का इलाज मंडल कारा में नहीं हो सकता है. वह कितने बीमार है, बीमारी कितनी गंभीर है, मेडिकल बोर्ड इसकी रिपोर्ट दे. इधर, कोर्ट की सख्ती के बाद सिविल सर्जन डाॅ आशा एक्का पीएमसीएच के डॉक्टरों की मेडिकल टीम बनाने में जुट गयीं. बुधवार को अस्पताल में शांति रही. समरेश सिंह इमरजेंसी के सर्जिकल आइसीयू में हैं. शौैचालय की परेशानी को देखते हुए पीएमसीएच प्रबंधन ने स्थायी कमोड भी आइसीयू में लगवा दिया है.
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समरेश मामले में कोर्ट ने लिया संज्ञान, 24 घंटे के अंदर मेडिकल बोर्ड गठित कर मांगी रिपोर्ट
धनबाद: न्यायिक हिरासत में पीएमसीएच में इलाजरत पूर्व मंत्री समरेश सिंह के सात घंटे बाहर रहने पर कोर्ट ने संज्ञान लिया है. कोर्ट ने सिविल सर्जन को 24 घंटे में मेडिकल बोर्ड गठित कर रिपोर्ट देने को कहा है. कोर्ट ने कहा है कि क्या समरेश सिंह का इलाज मंडल कारा में नहीं हो सकता […]
आइसीयू में लगा स्थायी कमोड : मंगलवार को कमोड को लेकर हंगामे के बाद बुधवार को पीएमसीएच प्रबंधन भी हरकत में आ गया. प्रबंधन की ओर से सर्जिकल आइसीयू के शौचालय में स्थायी तौर पर कमोड लगा दिया गया. बता दें कि कमोड नहीं होने के कारण यहां दूसरे मरीज को भी काफी परेशानी होती थी. कमोड नहीं होने के कारण ही समरेश सिंह मंगलवार को अस्पताल से अपने एक समर्थक के घर गये और वहां नित्य क्रिया से निवृत्त हुए.
दादा ने नहीं खाया अस्पताल का खाना : समरेश सिंह ने बुधवार को अस्पताल का खाना नहीं खाया. उनके लिए धैया से एक समर्थक के यहां से खाना लाया गया. यहां बेड के पास दादा ने रोटी, सब्जी व थोड़ा सा भात खाये. पीएमसीएच की अव्यवस्था से वह काफी खिन्न दिखे. कार्यकर्ताओं ने बताया कि दादा ने अस्पताल का खाना खाने की इच्छा जतायी थी, लेकिन यहां का खाना काफी खराब देखकर मना कर दिया.
तो 18 से पहले दादा को राहत नहीं
दादा गोविंदपुर के जिस पुराने मामले में न्यायिक हिरासत में हैं, उस मामले की सुनवाई के लिए 18 दिसंबर की तारीख तय है. इस कारण दादा को फिलहाल राहत नहीं मिलने वाली है. फिलहाल चार-पांच दिन जेल या पीएमसीएच में ही गुजारना पड़ सकता है. कानूनी सहायता के लिए एक वरीय अधिवक्ता को पीएमसीएच बुलाया गया. उनसे सलाह-मशविरा किया गया.
दादा का हाल लेने पहुंच रहे समर्थक
दादा का हाल लेने दूर-दराज से पीएमसीएच में समर्थक पहुंच रहे हैं. दादा असहज होने पर कभी बेड से उठकर बगल की कुर्सी में बैठ जाते हैं, तो कभी बेड पर लेट जाते हैं. दादा हाथ हिलाकर सबका अभिवादन स्वीकार कर रहे थे.
…और इधर, फरारी वारंट जारी
एक अापराधिक मामले में अदालत ने सूबे के पूर्व मंत्री समरेश सिंह के खिलाफ फरारी वारंट जारी किया है. इससे उनकी मुश्किलें बढ़ सकती है. विदित हो कि 15 जून 2015 को न्यायिक दंडाधिकारी मो. उमर की अदालत ने जीआर केस नंबर-2365/99 में समरेश सिंह को फरार घोषित कर दिया था. अदालत ने 22 जुलाई 15 को परमानेंट वारंट जारी कर दिया. विदित हो कि पुलिस बल के साथ मारपीट करने व सरकारी काम में बाधा पहुंचाने के एक मामले में समरेश ने 11 दिसंबर 17 को पीडीजे की अदालत में सरेंडर कर जमानत अर्जी दायर की. अदालत ने उन्हें जेल भेज दिया.
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