ट्रेनों के डायवर्ट होने पर रेलवे ने दिया अपना बयान, कहा- सिर्फ इतनी ट्रेनों को लगा 72 घंटे का समय

ट्रेनों की लेटलतीफी और डायवर्ट होने पर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को लेकर शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया की ट्रेनें बिलकुल तैयार है और जैसे ही राज्यों की तरफ से इन्हें चलाने की इजाजत मिलेगी, तुरंत इन्हें चला दिया जाएगा.इसके साथ ही रेलवे ने स्पष्ट किया है कि ट्रेनों के भटकने की सूचना बिलकुल गलत है और ये बताया की कितनी ट्रेनों को डॉयवर्ट किया गया है.

By Prabhat Khabar Print Desk | May 29, 2020 7:22 PM

नयी दिल्ली : ट्रेनों की लेटलतीफी और डायवर्ट होने पर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को लेकर शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया की ट्रेनें बिलकुल तैयार है और जैसे ही राज्यों की तरफ से इन्हें चलाने की इजाजत मिलेगी, तुरंत इन्हें चला दिया जाएगा.इसके साथ ही रेलवे ने स्पष्ट किया है कि ट्रेनों के भटकने की सूचना बिलकुल गलत है और ये बताया की कितनी ट्रेनों को डॉयवर्ट किया गया है.

पिछले कई दिनों से खबर आ रही थी की कुछ ट्रेनें रूट से भटक गई है.लेकिन रेलवे ने इस खबर का खंडन करते हुए कहा कि 1-19 मई और 25-28 मई के बीच कोई भी ट्रेन डायवर्ट नहीं हुई.रेलवे ने बताया कि 20-24 मई के बीच राज्यों की मांग अधिक होने की वजह से कुछ ट्रेनों को डायवर्ट किया गया.बोर्ड के चेयरमैन ने बताया कि एक दिन में 279 से अधिक ट्रेनें चली वहीं ऐसा कोई भी दिन नहीं जिस दिन 250 से कम ट्रेनें न चली हो.उन्होंने बताया कि अब तक कुल 3840 ट्रेनें चलीं, जिनमें से 71 ट्रेनों को डायवर्ट किया गया, वो भी सिर्फ 20-24 मई के बीच में ताकि राज्यों की जरूरतें पूरी हो सकें

एक खबर आ रही थी कि सिवान पहुंचने में ट्रेन को 9 घंटे से अधिक का समय लगा लेकिन रेलवे ने इस खबर का खंडन करते हुए कहा कि सूचना बिलकुल गलत है . ऐसी किसी भी ट्रेन को 9 घंटे नहीं लगे.सिर्फ 4 ट्रेनों को 72 घंटे से अधिक का समय लगा जो मणिपुर, जिरबाम और अगरतला की तरफ जा रही थीं

स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर रेलवे ने बताया कि कुछ गर्भवती महिलाओं ने ट्रेन में यात्रा की और उनकी मदद के लिए रेलवे की तरफ से डॉक्टर और नर्स वहां समय से पहुंच गए.वहीं रेलवे ने बताया की फेक न्यूज पर ध्यान न दें. किसी भी ट्रेन को पहुंचने में 9 दिन नहीं लगे और न ही कोई ट्रेन अपने रास्ते से भटकी.रेलवे ने कहा कि गलत खबरों से रेलवे के 12 लाख कर्मचारियों का मनोबल कमजोर होगा.

Posted By : Mohan SIngh

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