पंजाब की राजनीति में सबकुछ ठीक नहीं, सिद्धू ने दिये संकेत -पहले मंत्र फिर तंत्र उसके बाद यंत्र अब षड्यंत्र काम करते हैं

मंगलवार को नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट किया 'अर्जुन, भीम, युधिष्ठिर सारे समा गए इतिहास में पर शकुनि के “ पासे “ अब भी हैं सियासी लोगों के हाथ में !! दांव खेला है पंजाब में .....!!!' बुधवार को उन्होंने फिर ट्वीट किया 'एक समय था जब मंत्र काम करते थे , उसके बाद एक समय आया जिसमें तंत्र काम करते थे , फिर समय आया जिसमें यंत्र काम करते थे । आज के समय में षड्यंत्र काम करते हैं ।।'

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 31, 2021 4:46 PM

नवजोत सिंह सिद्धू ने एक ट्वीट करके पंजाब की राजनीति में सबकुछ ठीक ना होने के संकेत दे दिये हैं. पंजाब की राजनीति में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. कुछ दिनों पहले पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंत्रिमंडल में अपने पूर्व सहयोगी नवजोत सिंह सिद्धू से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद यह कयास लगाये गये कि दोनों के रिश्तों में सुधार हुआ है लेकिन सिद्धू ने सोशल मीडिया पर कुछ ट्वीट करके यह इशारा कर दिया कि पंजाब में सबकुछ ठीक नहीं है.

मंगलवार को नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट किया ‘अर्जुन, भीम, युधिष्ठिर सारे समा गए इतिहास में पर शकुनि के “ पासे “ अब भी हैं सियासी लोगों के हाथ में !! दांव खेला है पंजाब में …..!!!’ बुधवार को उन्होंने फिर ट्वीट किया ‘एक समय था जब मंत्र काम करते थे , उसके बाद एक समय आया जिसमें तंत्र काम करते थे , फिर समय आया जिसमें यंत्र काम करते थे । आज के समय में षड्यंत्र काम करते हैं ।।’

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कांग्रेस लगातार सिद्धू से बातचीत कर रही है और प्रयास में है कि सिंद्धू को साथ लिया जाये. सिद्धू के आने से पंजाब में कांग्रेस और मजबूत होगी , उन्हें एक मजबूत प्रचाकर के रूप में भी देखा जाता है. राज्य सरकार का ध्यान रखते हुए कांग्रेस उन्हें कोई बेहतर पद दे सकती है कांग्रेस की कोशिश है कि दोनों के बीच की नाराजगी दूर की जाये. सिद्धू के राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से अच्छे रिश्ते हैं.

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बता दें सिद्धू ने साल 2019 में स्थानीय निकाय मंत्रालय वापस लिए जाने के बाद मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद से कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व सिद्धू को मनाने की कोशिश कर रहा है. ऐसे में दोनों नेताओं के बीच मुलाकात को महत्वपूर्ण माना जा रहा है. कांग्रेस नेता तथा पंजाब के प्रभारी हरीश रावत भी सिद्धू को महत्वपूर्ण पद दिये जाने का समर्थन करते हैं. रावत ने 10 मार्च को सिद्धू से मुलाकात की थी. सिद्धू ने कहा था, ‘हरीश रावत जी ने मुझे बुलाया था. मुलाकात सकारात्मक रही.’

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