इस्‍लामाबाद में भारतीय राजनयिक के खिलाफ नापाक साजिश, ISI के खिलाफ भारत ने पाकिस्तान से जताया विरोध

नयी दिल्ली में आईएसआई के जासूसों के पकड़े जाने के बाद से ही पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. पाकिस्तान ने एक भारतीय राजनयिक को तंग करने के लिए उसके पीछे आईएसआई एजेंटों को लगा दिया है. एक शीर्ष भारतीय राजनयिक को बाइक सवार एजेंटों ने पीछा कर परेशान किया. भारत ने इस पर कड़ा विरोध दर्ज कराया है और पाकिस्तान से जांच की मांग की है.

By Prabhat Khabar Print Desk | June 5, 2020 9:50 AM

पाकिस्तान के जासूसों के पकड़े जाने के बाद से ही पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. पाकिस्तान ने एक भारतीय राजनयिक को तंग करने के लिए उसके पीछे आईएसआई एजेंटों को लगा दिया है. एक शीर्ष भारतीय राजनयिक को बाइक सवार एजेंटों ने पीछा कर परेशान किया. भारत ने इस पर कड़ा विरोध दर्ज कराया है और पाकिस्तान से जांच की मांग की है.

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बता दें कि 31 मई को दिल्ली पुलिस ने आईएसआई के दो एजेंटों को जासूसी के आरोप में हिरासत में लिया था. वे दोनों पाकिस्तान उच्चायोग में वीजा अधिकारी के रूप में काम कर रहे थे. इन गिरफ्तारियों से बौखलायी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई अब इस्लामाबाद में तैनात भारतीय राजनयिक को परेशान कर रही है.

एएनआई ने एक वीडियो जारी किया. इसमें कहा गया कि पाकिस्तान में आईएसआई ने भारतीय राजनयिक गौरव अहलूवालिया के घर के बाहर कार और बाइक के साथ कई लोगों की तैनाती की है. इसके साथ ही गौरव अहलूवालिया को डराने की कोशिश भी की जा रही है. बाइक के जरिएअहलूवालिया का पीछा भी किया गया. बताया जा रहा है कि ये मामला दो जून का है. बता दें कि भारतीय राजनयिकों को परेशान करने का आईएसआई का ये पुराना पैंतरा है. इससे पहले भी कई बार भारतीय राजनयिक को परेशान किए जाने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं.


1992 कोड ऑफ कंडक्ट का हवाला

टीओआई की खबर के मुताबिक, भारत ने इस पर कड़ा विरोध दर्ज कराया है और पाकिस्तान से जांच की मांग की है. सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान के सामने भारतीय राजनयिक को परेशान करने और उनकी सामान्य ड्यूटी में बाधा उत्पन्न करने की शिकायत दर्ज कराई गई है.भारत ने 1992 कोड ऑफ कंडक्ट का हवाला दिया है. यह संहिता दोनों देशों के राजनयिक और वाणिज्य दूतावास अधिकारियों को अंतरराष्ट्रीय कानूनों के अनुरूप सुगम और बिना परेशनी कामकाज मुहैया करने के लिए है.

भारत की कार्रवाई से बौखलाया पाकिस्तान

गौरतलब है कि भारत स्थित पाकिस्तान हाई कमीशन के दो वीजा सहायकों को आईएसआई के लिए जासूसी करते हुए पकड़ा था. उन्हें 1 जून को पाकिस्तान भेज दिया था. उन्हें अटारी बॉर्डर के जरिए वापस पाकिस्तान भेजा गया था. मालूम हो कि दोनों पाकिस्तानी आईएसआई एजेंट्स मोहम्मद ताहिर और आबिद हुसैन नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान हाई कमीशन में तैनात थे. जिन्हें 31 मई यानी रविवार को भारतीय अधिकारियों ने रंगे हाथों पकड़ लिया था. ये दोनों भारतीय सेना और रेलवे मूवमेंट के लिए संबंधित लोगों को घूस देकर जानकारी इकट्ठा कर रहे थे. इसके बाद पूछताछ और छानबीन में उनके पास से भारतीय सेना से जुड़े कई जरूरी दस्तावेज बरामद किए गए. इसके बाद पाकिस्तान ने भारतीय राजनयिक को तलब किया था.

Posted By: Utpal kant

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