जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों ने चार आतंकियों को किया ढेर, भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद

एडीजीपी ने कहा कि जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के निकट सिधरा बाईपास इलाके में तवी पुल के पास घने कोहरे के बीच सुबह करीब साढ़े सात बजे मुठभेड़ शुरू हुई.

By Prabhat Khabar Print Desk | December 28, 2022 4:18 PM

जम्मू के सिधरा इलाके में बुधवार को सुबह सुरक्षा बलों ने एक मुठभेड़ के बाद भारी हथियारों से लैस चार आतंकवादियों को मार गिराया. पुलिस के एक अधिकारी ने इसे गणतंत्र दिवस से पहले एक ‘‘बड़ी सफलता’’ बताया. पाकिस्तान से घुसपैठ के बाद आतंकवादी एक ट्रक में सवार हो कश्मीर की तरफ जा रहे थे. जम्मू क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) मुकेश सिंह ने बताया कि ट्रक चालक हालांकि मौके से फरार हो गया और उसे पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं.

सिधरा में पुलिस और आतंकियों के बीच मुठभेड़

एडीजीपी ने कहा कि जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के निकट सिधरा बाईपास इलाके में तवी पुल के पास घने कोहरे के बीच सुबह करीब साढ़े सात बजे मुठभेड़ शुरू हुई. सेना की टाइगर डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल गौरव गौतम के साथ मौजूद सिंह ने मुठभेड़ स्थल पर पत्रकारों को बताया, “ट्रक से चार आतंकवादियों के शव बरामद किए गए हैं. मारे गए आतंकवादियों के पास से सात एके राइफल, एक एम4 राइफल, तीन पिस्तौल और भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया गया है.

26 जनवरी से पहले हाई अलर्ट पर सुरक्षाबल

पुलिस अधिकारी ने बताया कि, 26 जनवरी के जश्न से पहले सेना, पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल सभी एक साथ हाई अलर्ट पर हैं. सीमा पर भी सुरक्षा बढ़ाई गई है और शिविरों को भी अधिक सुरक्षित किया गया है. यही वजह है कि हम उनकी साजिश को नाकाम करने में सफल रहे. उनसे पूछा गया कि क्या समूह को पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद कमांडर आशिक नेंगरू ने भेजा था, जिसका हाल ही में पुलवामा जिले में अतिक्रमित सरकारी भूमि पर बना घर ध्वस्त कर दिया गया था.

मारे गए आतंकियों की अबतक नहीं हुई पहचान

मारे गए आतंकवादियों की पहचान अभी नहीं हुई है. कोहरे के मौसम का फायदा उठाकर इस तरफ आतंकवादियों द्वारा घुसपैठ करने के प्रयासों संबंधी किसी भी खुफिया सूचना के बारे में एक अन्य सवाल के जवाब में, अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से सीमा पार किए जाने के बारे में कोई विशेष जानकारी नहीं थी. उन्होंने कहा कि ट्रक से संदिग्ध संचालन के बाद यह सेना और पुलिस का संयुक्त अभियान था. सिंह ने कहा, “ट्रक के संदिग्ध प्रतीत होने पर उसका पीछा किया गया और सिधरा नाके के पास रोका गया। तभी उसका चालक शौच जाने के बहाने भाग निकला.

(भाषा- इनपुट के साथ)

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