बदलेगा वेज-नॉनवेज का चिह्न्

फूड सेफ्टी नियमों में बदलाव की कवायद शुरू... नयी दिल्ली :मांसाहारी खानों की पहचान जल्द ही बदल सकती है. सरकार ने वेज और नॉन वेज खाद्य पदार्थो की पहचान को आसान बनाने के लिए फूड सेफ्टी नियमों में बदलाव की कवायद शुरू कर दी है. नॉन वेज फूड को भूरे तिकोने का प्रतीक देने की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 8, 2013 8:09 AM

फूड सेफ्टी नियमों में बदलाव की कवायद शुरू

नयी दिल्ली :मांसाहारी खानों की पहचान जल्द ही बदल सकती है. सरकार ने वेज और नॉन वेज खाद्य पदार्थो की पहचान को आसान बनाने के लिए फूड सेफ्टी नियमों में बदलाव की कवायद शुरू कर दी है. नॉन वेज फूड को भूरे तिकोने का प्रतीक देने की तैयारी चल रही है, जबकि शाकाहारी फूड हरे चौकोर के अंदर हरे गोले से ही पहचाने जायेंगे.

शाकाहारी और मांसाहारी खाने की पहचान के मुद्दे पर सरकार उद्योग जगत से विचार विमर्श के बाद नये मानकों को अंतिम रूप देने में जुटी है. इसके लिए फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने नये फूड लेबलिंग रेगुलेशन का मसौदा तैयार किया है. नॉन-वेज फूड प्रोडक्ट्स के लिए भूरे तिकोने के अंदर इसी रंग के गोले का चिह्न् दिया गया है. नॉन वेज खाने के पैकेट की पहचान आसानी से हो, इसके लिए भूरे तिकोने के अंदर गोले का आकार तीन मिलीमीटर से कम नहीं हो सकता, जबकि पैकेट के आकार के साथ नॉन-वेज के चिह्न् का आकार भी बढ़ता जायेगा. अभी तक वेज और नॉन-वेज खाने के पैकेट की पहचान लाल और हरे रंग के चोकौर के अंदर गोल चिह्न् से होती है. लेकिन देश में वर्णाध लोगों की बड़ी आबादी को देखते हुए इनका आकार बदला जा रहा है. इस ड्राफ्ट रेगुलेशन को जल्द ही सरकार की मंजूरी मिल सकती है.

अलग से देनी है अंडे की जानकारी

जिन खाद्य उत्पादों में अंडे के अलावा कोई अन्य नॉन-वेज तत्व नहीं है, उनकी जानकारी भी पैकेट पर अलग से देने का सुझाव दिया गया है. गौरतलब है कि अलग-अलग देशों में अंडे को लेकर नजरिये में अंतर है. खासतौर पर कुकीज, केक और बिस्कुट के अंडे से बने होने की जानकारी पैक पर होनी चाहिये.

विज्ञापन में भी दिखेगा लोगो

ड्राफ्ट रेगुलेशन के मुताबिक, खाद्य पदार्थ के विज्ञापनों में भी वेज या नॉन-वेज का लोगो साफ तौर पर प्रदर्शित करना अनिवार्य होगा. इसके अलावा फूड पैक पर यह लोगो ब्रांड और उत्पाद के नाम के साथ स्पष्ट तौर पर प्रदर्शित करना होगा.