दिग्विजय सिंह के बयान से संजय राउत हैरान, जानें ऐसा क्या हुआ

Digvijaya Singh Praising RSS : विवाद खड़ा होने पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि उन्होंने केवल संगठन और इसकी शक्ति की तारीफ की है, अन्यथा वह आरएसएस और मोदी के घोर विरोधी हैं. सिंह की शुरुआती टिप्पणियों को आधार बनाते हुए बीजेपी के प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने ‘एक्स’ पर कहा कि दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी के खिलाफ खुलकर असहमति जताई है.

By Amitabh Kumar | December 28, 2025 12:24 PM

Digvijaya Singh Praising RSS : मुंबई में शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के आरएसएस की संगठनात्मक ताकत की तारीफ करने पर रिएक्शन दिया है. उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि आरएसएस ने देश की आजादी की लड़ाई में कोई भूमिका नहीं निभाई. राउत ने आरोप लगाया कि आरएसएस ने करीब 50 साल तक अपने दफ्तरों पर राष्ट्रीय तिरंगा नहीं फहराया. उन्होंने यह भी कहा कि देश में धार्मिक तनाव फैलाने में आरएसएस सबसे आगे रहा है.

संजय राउत ने कहा कि उन्होंने संसद में दिग्विजय सिंह को आरएसएस पर कड़ा हमला करते देखा है, इसलिए अचानक राय बदलने पर उन्हें हैरानी हुई. उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह उनके मित्र हैं और वे उनसे इस बदलाव की वजह समझेंगे.

कांग्रेस में राहुल गांधी के नेतृत्व के खिलाफ खुली असहमति, बोली बीजेपी

बीजेपी ने मामले पर कहा कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा बीजेपी और आरएसएस की संगठनात्मक शक्ति की प्रशंसा किया जाना पार्टी में राहुल गांधी के नेतृत्व के खिलाफ ‘‘खुली असहमति’’ है. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि गांधी पार्टी में हाशिए पर धकेल दिए जाने के कारण अपनी पार्टी को ‘‘उलट-पुलट’’ करने में लगे हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस में त्रिवेदी ने कहा कि ऐसा इसलिए है क्योंकि हमारे नरेंद्र मोदी ‘गुड़दी के लाल’ हैं और उनके नेता ‘जवाहर के लाल’ हैं. चूंकि हमारे मोदी निचले स्तर से शीर्ष तक पहुंचे हैं, इसलिए वह पार्टी (भाजपा) को भी निचले स्तर से शीर्ष तक ले जा रहे हैं.

यह भी पढ़ें : CWC बैठक के बीच दिग्विजय सिंह का पोस्ट, PM मोदी की पुरानी तस्वीर शेयर कर BJP-RSS की तारीफ से मचा बवाल

दिग्विजय सिंह ने एक्स पर क्या लिखा

दिग्विजय सिंह ने शनिवार को आरएसएस-बीजेपी की संगठनात्मक शक्ति की सराहना करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर एक पुरानी तस्वीर शेयर की. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगे की तरफ नीचे बैठे हुए हैं जबकि उनके पीछे बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी कुर्सी पर बैठे नजर आ रहे हैं.सिंह ने पोस्ट किया–कोरा वेबसाइट पर मुझे यह चित्र मिला. बहुत ही प्रभावशाली है. किस प्रकार आरएसएस का जमीनी स्वयंसेवक व जनसंघ भाजपा का कार्यकर्ता नेताओं के चरणों में फर्श पर बैठकर प्रदेश का मुख्यमंत्री व देश का प्रधानमंत्री बना. यह संगठन की शक्ति है… जय सियाराम…