उत्तर भारत में घना कोहरा, दर्जनों ट्रेनें लेट, फ्लाइट्स पर भी पड़ा असर

Train and Flight Delays: उत्तर भारत में घने कोहरे और खराब मौसम के चलते रेल और हवाई यातायात प्रभावित है. कई ट्रेनें और फ्लाइट्स लेट चल रही हैं या फिर रद्द हो गई हैं.

By Ayush Raj Dwivedi | December 28, 2025 10:37 AM

Train and Flight Delays: भारत में छाए घने कोहरे और खराब मौसम ने एक बार फिर जनजीवन को प्रभावित किया है. कम विजिबिलिटी के चलते रेल और हवाई यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है. कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से घंटों देरी से चल रही हैं, जबकि कुछ ट्रेनों को डायवर्ट भी किया गया है. वहीं दिल्ली समेत कई शहरों में फ्लाइट ऑपरेशंस पर असर पड़ा है, जिससे उड़ानों के डिपार्चर और अराइवल में देरी या रद्द होने की आशंका बनी हुई है.

रेल यातायात पर असर

रेलवे के मुताबिक, अब तक 4 दर्जन से अधिक ट्रेनें देरी से चल रही हैं. प्रमुख ट्रेनों की देरी इस प्रकार है—

  • प्रयागराज एक्सप्रेस: 5 घंटे लेट
  • रीवा–आनंद विहार एक्सप्रेस: करीब 9 घंटे 6 मिनट लेट
  • न्यू दिल्ली तेजस राजधानी एक्सप्रेस: 4 घंटे लेट
  • ब्रह्मपुत्र मेल: 45 मिनट लेट
  • कालिंदी एक्सप्रेस: 1 घंटा 25 मिनट लेट
  • कैफियत एक्सप्रेस: 5 घंटे 14 मिनट लेट
  • विक्रमशिला एक्सप्रेस: 3 घंटे 53 मिनट लेट
  • महाबोधि एक्सप्रेस: 5 घंटे 37 मिनट लेट
  • पुरुषोत्तम एक्सप्रेस: करीब 3 घंटे 3 मिनट लेट
  • फरक्का एक्सप्रेस: 4 घंटे 30 मिनट लेट
  • संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस: 4 घंटे 34 मिनट लेट
  • ऊंचाहार एक्सप्रेस: करीब 8 घंटे 22 मिनट लेट

हवाई यातायात भी प्रभावित

स्पाइसजेट, एयर इंडिया और इंडिगो सहित प्रमुख एयरलाइंस ने ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है. दिल्ली एयरपोर्ट ने यात्रियों को अलर्ट किया है कि खराब मौसम और कम विजिबिलिटी के कारण फ्लाइट संचालन प्रभावित हो सकता है. प्रभावित शहरों में दिल्ली, अमृतसर, जम्मू, अयोध्या, गोरखपुर, वाराणसी, चंडीगढ़, दरभंगा, पटना, हिंडन, रांची, गुवाहाटी और बागडोगरा शामिल हैं.

दिल्ली के इन इलाकों में सबसे खराब हवा, AQI रिकॉर्ड स्तर पर

रविवार को दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ गया. शनिवार की तुलना में राजधानी के अधिकतर इलाकों में AQI में बढ़ोतरी दर्ज की गई. सबसे ज्यादा प्रदूषण आनंद विहार में रिकॉर्ड किया गया, जहां AQI 445 तक पहुंच गया. वहीं, सबसे कम AQI 214 द्वारका में दर्ज हुआ, लेकिन यह स्तर भी स्वास्थ्य के लिए संतोषजनक नहीं माना जा सकता.