संजय राउत ने कहा, बाला साहेब ठाकरे की कसम खाता हूं, भाजपा से ”50-50” पर हुई थी बात

मुंबईः महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान के बीच संजय राउत का बड़ा बयान आया है. शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने कसम खाकर कहा कि बीजेपी ने बाला साहेब ठाकरे के कमरे में 50-50 फॉर्मूले की बात कही थी. बता दें कि बुधवार को अमित शाह ’50-50′ से इनकार किया था. उन्होंने कहा था कि […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 14, 2019 12:47 PM
मुंबईः महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान के बीच संजय राउत का बड़ा बयान आया है. शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने कसम खाकर कहा कि बीजेपी ने बाला साहेब ठाकरे के कमरे में 50-50 फॉर्मूले की बात कही थी. बता दें कि बुधवार को अमित शाह ’50-50′ से इनकार किया था. उन्होंने कहा था कि यह शुरू से तय था कगि देवेंद्र फडणवीस ही महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री होंगे.
राउत ने कसम खाकर कहा कि बीजेपी ने बाला साहेब ठाकरे के कमरे में ’50-50′ का वादा किया था लेकिन अब झूठ बोल रही है. उन्‍होंने कहा कि बीजेपी और शिवसेना के बीच बाला साहेब के कमरे में बातचीत हुई थी. इस दौरान अमित शाह भी मौजूद थे. हम झूठ नहीं बोलेंगे, बाला साहेब की कसम खाते हैं.
शिवसेना नेता ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हम झूठ का सहारा लेकर कोई बात नहीं करेंगे. उन्‍होंने कहा कि बीजेपी ने बाला साहेब ठाकरे का अपमान किया है. बाला साहेब के कमरे ने बीजेपी ने वादा किया था. इस दौरान उद्धव और अमित शाह मौजूद थे. बाला साहेब का कमरा हमारे लिए मंदिर की तरह से है.
हारना मना है
कांग्रेस और राकांपा के समर्थन से महाराष्ट्र में सरकार बनाने के शिवसेना के प्रयासों के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने बृहस्पतिवार को ट्विटर पर लिखा, अब हारना और डरना मना है. सोमवार को राउत की एंजियोप्लास्टी हुई थी. बुधवार को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई. राउत (57) ने यह भी लिखा, हार हो जाती है जब मान लिया जाता है, जीत तब होती है जब ठान लिया जाता है. बुधवार को राउत ने ट्विटर पर जो संदेश लिखे थे उनका संकेत इस ओर था कि महाराष्ट्र में सरकार गठन के प्रयासों के बीच उनकी पार्टी के लिए आगे की राह आसान नहीं है.
महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की पटकथा पहले ही तैयार थी
शिवसेना ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की पटकथा पहले ही लिख दी गयी थी. राज्यपाल पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने अब पार्टियों को सरकार बनाने के लिए छह महीने का समय दे दिया है. पार्टी ने यह भी कहा कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस राष्ट्रपति शासन लगाए जाने पर ‘‘मगरमच्छ के आंसू” बहा रहे हैं.
शिवसेना को सरकार बनाने का दावा जताने के लिए महज 24 घंटे का वक्त दिए जाने तथा अतिरिक्त समय दिए जाने से इनकार करने पर राज्यपाल की आलोचना करते हुए शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में संपादकीय में कहा, ऐसा लग रहा है कि कोई अदृश्य शक्ति इस खेल को नियंत्रित कर रही है और उसके अनुसार फैसले लिए गए.

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