डॉक्टरों ने चार साल की बच्ची की किडनी से निकाला जानलेवा विल्म्स ट्यूमर

नयी दिल्ली : दिल्ली के एक अस्पताल में डॉक्टरों ने चार साल की एक बच्ची के एक गुर्दे से कैंसर वाला ट्यूमर निकालकर उसे जीवनदान दिया. एक डॉक्टर ने बताया कि बच्ची को पेट में असहनीय दर्द होता था. इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. उसके एक गुर्दे में जानलेवा विल्म्स ट्यूमर का […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 6, 2018 4:00 PM

नयी दिल्ली : दिल्ली के एक अस्पताल में डॉक्टरों ने चार साल की एक बच्ची के एक गुर्दे से कैंसर वाला ट्यूमर निकालकर उसे जीवनदान दिया. एक डॉक्टर ने बताया कि बच्ची को पेट में असहनीय दर्द होता था. इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. उसके एक गुर्दे में जानलेवा विल्म्स ट्यूमर का पता चला. बीएलके सेंटर फॉर चाइल्ड हेल्थ में पेडियाट्रिक सर्जरी और पेडियाट्रिक यूरोलॉजी के सीनियर कंसल्टेंट डॉ प्रशांत जैन ने बताया कि विल्म्स ट्यूमर एक किस्म का कैंसर है.

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उन्होंने बताया कि आम तौर पर इससे बच्चे प्रभावित होते हैं. इसे नेफ्रोब्लास्टोमा के नाम से भी जाना जाता है. यह बच्चों के गुर्दों में होने वाला सबसे आम कैंसर है. इस बीमारी से अधिकतर दो और चार साल के बच्चे प्रभावित होते हैं. पांच साल से बड़ी उम्र के बच्चों में इस बीमारी के होने का अनुमान कम रहता है.

डॉक्टर ने बताया कि मरीज के पेट में गांठ थी. जांच में यह पता चला कि उसके पेट के बायें भाग के निचले हिस्से में कोई बड़ी चीज है, जो मध्य हिस्से की ओर फैलती जा रही है. अल्ट्रासोनोग्राफी और सीईसीटी स्कैन में यह खुलासा हुआ कि एक बड़ा ट्यूमर बायें गुर्दे से निकल रहा है. यह पास के अंगों को तो दबा ही रहा था, साथ ही आस-पास की प्रमुख नलिकाओं को भी उनकी जगह से हटा रहा था.

डॉक्टर ने बताया कि ऑपरेशन कर ट्यूमर के साथ पूरी बायीं किडनी को हटा दिया गया. ऑपरेशन 20 अगस्त को किया गया था और तीन दिन बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी थी. डॉक्टर ने बताया कि ट्यूमर को बायोप्सी के लिए भेजा गया था, जिसमें इस बात की पुष्टि हुई कि विल्म्स ट्यूमर का यह दूसरा स्टेज था. मरीज को अब आगे कीमोथेरेपी के साथ उपचार की जरूरत होगी.

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