Dhanbad News: केवल नमाज-रोज ही नहीं, इंसानियत की सेवा भी इबादत है : मदनी

महाराजगंज स्थित मदरसा में धनबाद जिला जमीयत उलेमा ए हिंद के सम्मेलन

By ASHOK KUMAR | September 26, 2025 2:40 AM

टुंडी-बलियापुर, गोविंदपुर. केवल नमाज और रोजा ही इबादत नहीं है. इंसानियत की सेवा भी इबादत है. जाति- मजहब से ऊपर उठ इंसानियत की बुनियाद पर हमें सेवा करनी चाहिए. मुल्क और मिल्लत की खिदमत करनी चाहिए. उक्त बातें गुरुवार को जमीयत उलेमा ए हिंद के नायब सदर मौलाना सैयद असजद मदनी ने कही. वह गुरुवार को टुंडी के महाराजगंज स्थित मदरसा में धनबाद जिला जमीयत उलेमा ए हिंद के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि आपसी मेल और भाईचारा के साथ रहना होगा.

106 साल से सेवा कर रहा जमीयत

मजहब से ऊपर उठकर पीड़ितों की सेवा करना जमीयत उलेमा ए हिंद का मुख्य उद्देश्य है. इसकी स्थापना वर्ष 1919 में हुई थी. पिछले 106 साल से पीड़ित इंसानियत की सेवा करना ही जमीयत का लक्ष्य रहा है. कहा कि जमीयत पंजाब में बाढ़ पीड़ितों की मदद कर रहा है. उत्तराखंड में हुए भूस्खलन में राहत कार्य में भी यह आगे आया है. असम के पीड़ितों की मदद कर रहा है. उन्होंने जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आये कार्यकर्ताओं से इंसानियत की मदद करने तथा समाज में मोहब्बत फैलाने का संदेश दिया. मौके पर जमीयत उलेमा ए हिंद के झारखंड प्रदेश सचिव मुफ्ती शहाबुद्दीन ने कहा कि यह जमीयत पूरे देश में काम कर रहा है. धनबाद जिला सदर अब्दुल मुफ्ती हई साहब ने सैयद असजद मदनी, मुफ्ती शहाबुद्दीन एवं सभी कार्यकर्ताओं का स्वागत किया. सम्मलेन में नायब सदर हाफिज मो इमदादुउल्लाह, मौलाना ताहा, सोहराब, अमजद, शकील, जाकिर, मो अख्तर हुसैन, मोबिन अंसारी, मो अंजर, हाजी नासिर, मो अनवर, मो सोहराब, डॉ शमीम अहमद, हाफिज मुमताज, मौलाना शमीम, जावेद खान, रियाज खान, शब्बीर आलम, मो साबिर, मौलाना मोहसिन, आफताब, इश्तियाक, अंजुम मोहम्मद ,फहीम मोहम्मद सलीम आदि मौजूद थे.

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