लॉ कोर्स में 3,300 सीटों के लिए सिर्फ 1,386 आवेदन

नामांकन प्रक्रिया में भारी विलंबचौंकाने वाला रिकॉर्ड आया सामनेशनिवार को आवेदन की तिथि समाप्तवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरबीआरएबीयू के संबद्ध लॉ कॉलेजों में इस वर्ष एलएलबी (3 वर्षीय) व बीए एलएलबी की

By LALITANSOO | September 28, 2025 6:53 PM

नामांकन प्रक्रिया में भारी विलंब

चौंकाने वाला रिकॉर्ड आया सामने

शनिवार को आवेदन की तिथि समाप्त

वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर

बीआरएबीयू के संबद्ध लॉ कॉलेजों में इस वर्ष एलएलबी (3 वर्षीय) व बीए एलएलबी की सीटें बड़ी संख्या में खाली रह सकती हैं. शनिवार को संयुक्त प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करने की समयसीमा खत्म हो गयी. इसके बाद यह चौंकाने देने वाला तथ्य सामने आया.विवि के एक दर्जन से अधिक कॉलेजों में 3300 सीटों (एलएलबी में 1920 और बीए एलएलबी में 1380) के मुकाबले बस 1386 आवेदन ही आये हैं.

नामांकन प्रक्रिया में विवि की लगातार लेट-लतीफी इस स्थिति के लिए जिम्मेदार है. शैक्षिक सत्र में भारी विलंब होने से अधिकांश छात्र बाहर के विश्वविद्यालयों में पढ़ने चले गए हैं. पिछले वर्ष भी सत्र काफी देरी से शुरू हुआ था. प्रवेश परीक्षा सितंबर के अंत में हुई थी. इसके कारण लॉ कॉलेज का एक साल का कोर्स छात्र-छात्राएं केवल तीन या चार महीने ही पढ़ पाये थे. इसी अनुभव के कारण इस वर्ष भी छात्रों ने में दाखिले में कम रुचि दिखायी है.

प्रवेश परीक्षा 15 अक्तूबर को

बीआरएबीयू की ओर से लॉ कोर्सेस के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा 15 अक्तूबर को होगी. दो घंटे की यह परीक्षा सुबह 11 से दोपहर एक बजे तक एक शिफ्ट में होगी. इस परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों का नामांकन संबद्ध लॉ कॉलेजों में मेरिट के आधार पर होगा. ऑनलाइन आवेदन के लिए पोर्टल 16 सितंबर से खुला और 27 सितंबर को बंद हो गया. इस वर्ष प्रवेश परीक्षा अक्तूबर में होने से, इसके बाद छुट्टियों के कारण परिणाम जारी करने व नामांकन की प्रक्रिया पूरी करने में काफी समय लगेगा. ऐसे में कॉलेजों में कक्षाओं का संचालन करते-करते नवंबर या दिसंबर भी शुरू हो सकता है, जिससे सत्र और भी विलंब से चलेगा.

सीटें रिक्त रहना तय

इस वर्ष एलएलबी व बीए एलएलबी की पढ़ाई कई नये कॉलेजों में शुरू हुई है. इससे दोनों कोर्सेस में सीटों की संख्या बढ़ी है. बावजूद इसके, विवि की सूची के अनुसार, यदि प्राप्त शत-प्रतिशत आवेदनों पर भी छात्रों का नामांकन हो जाता है तो भी दोनों कोर्सेस में सीटें खाली रह जायेंगी. पिछले वर्षों में भी यह देखा गया है कि प्रवेश परीक्षा में सीटों की संख्या से कम विद्यार्थी शामिल होते हैं और परिणाम में भी काफी स्टूडेंट्स असफल हो जाते हैं. ऐसे में, इस वर्ष भी लॉ और प्री लॉ कोर्स में निर्धारित कुल सीटों की तुलना में काफी कम सीटों पर ही नामांकन होने की संभावना है. कम आवेदन आने की इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, कई कॉलेज अब आवेदन की तिथि बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. हालांकि, आवेदन की तिथि बढ़ाने का कोई भी निर्णय अब विवि खुलने के बाद ही लिया जा सकेगा.

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