Chanakya Niti: भरोसा करने से पहलें इंसान में देखें ये चीजें – तभी बढ़ाएं आगे हाथ
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में बताया है कि किन लोगों पर भरोसा करना खतरनाक हो सकता है, जानें किन पर आंख मूंदकर विश्वास नहीं करना चाहिए.
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य ने जीवन को सही दिशा देने के लिए अनेक नीतियों की रचना की है. चाणक्य नीति में जीवन के हर पहलू हर उतार चढ़ाव के बारे में बताया गया है. चाणक्य ने भरोसे और विश्वास को लेकर भी महत्वपूर्ण बातें चाणक्य नीति में बताई हैं. उन्होंने लोगों को चेताया है कि कुछ चीजों और व्यक्तियों पर कभी भी आंख मूंदकर भरोसा नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये आपको कभी भी धोखा दे सकते हैं.
Chanakya Niti: किन पर कभी न करें भरोसा, जानें आचार्य चाणक्य की सीख
श्लोक
नदीनां च नदीनां च शृंगिणां शस्त्रपाणिनाम्।
विश्वासो नैव कर्तव्यः स्त्रीषु राजकुलेषु च।।
अर्थ
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि हिंसक पशु, नदियां, बड़े सींग वाले पशु, शस्त्रधारी, स्त्रियां और राजपरिवारों पर कभी भी आंख मूंदकर भरोसा नहीं करना चाहिए. इन पर विश्वास करना खतरनाक साबित हो सकता है, क्योंकि ये कब विपरीत व्यवहार कर दें, कहा नहीं जा सकता.
किन पर न करें भरोसा – आचार्य चाणक्य के अनुसार
- हिंसक पशु
चाणक्य का कहना है कि हिंसक पशु कभी अपने स्वभाव से दूर नहीं होते. इनमें आक्रामक प्रवृत्ति हमेशा बनी रहती है. ऐसे में उन पर भरोसा करने वाला व्यक्ति हमेशा खतरे में रहता है. - नदियां
नदी का प्रवाह कब तेज हो जाए और उसकी गहराई कितनी है, यह कभी निश्चित नहीं होता. ऐसे में नदी पर आंख मूंदकर विश्वास करना सही नहीं है. - शस्त्रधारी व्यक्ति
जो व्यक्ति हमेशा हथियार लेकर चलता हो, उस पर भी भरोसा नहीं करना चाहिए. कब उसका हथियार किसी को नुकसान पहुंचा दे, इसका अनुमान नहीं लगाया जा सकता. - राजपरिवार
राजा और राजपरिवार से जुड़े लोग सत्ता और राजनीति में रहते हैं. उनका रुख समय और परिस्थितियों के अनुसार बदल सकता है. ऐसे में उन पर पूर्ण विश्वास करना उचित नहीं है. - स्त्रियां
चाणक्य नीति में स्त्रियों पर भी अंधविश्वास न करने की बात कही गई है. उनका स्वभाव और मनस्थिति बदलती रहती है, ऐसे में उन पर पूरी तरह भरोसा करना जोखिमपूर्ण हो सकता है.
आचार्य चाणक्य की नीति हमें जीवन में सावधानी और सतर्कता बरतने की शिक्षा देती है. उनका मानना है कि आंख मूंदकर भरोसा करना जीवन में संकट ला सकता है. इसलिए व्यक्ति को विवेक और अनुभव से ही किसी पर विश्वास करना चाहिए.
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