खुद से सवाल पूछना बनाता है हमें बेहतर : अविनाश मिश्रा

हमारी ज़िंदगी बहुत ही हेक्टिक होती है, लेकिन इसमें अपने लिए समय निकालना बहुत जरूरी है. हमें खुद से बात करनी चाहिए. खुद से सवाल पूछने चाहिए. ये तरीके हमें बेहतर बनाते हैं. यही वजह है कि भले ही मुझे रोज खुद के साथ वक्त बिताने का मौका नहीं मिलता, लेकिन मैं हफ्ते में एक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 8, 2019 5:58 AM
हमारी ज़िंदगी बहुत ही हेक्टिक होती है, लेकिन इसमें अपने लिए समय निकालना बहुत जरूरी है. हमें खुद से बात करनी चाहिए. खुद से सवाल पूछने चाहिए.
ये तरीके हमें बेहतर बनाते हैं. यही वजह है कि भले ही मुझे रोज खुद के साथ वक्त बिताने का मौका नहीं मिलता, लेकिन मैं हफ्ते में एक या दो बार वक्त निकाल ही लेता हूं. मुझे खिड़की के पास बैठकर तो कभी समुंदर के किनारे या उसके आसपास के रेस्टुरेंट में बैठकर खुद से बातें करता हूं. इस बातचीत में अपनी परेशानी को कम करने का हल मुझे सामने से आता है. यही सबसे अच्छी बात खुद से सवाल पूछने की होती है. खुद को सुकून देने का एक तरीका और है.
मेरी फैमिली मेरे साथ नहीं रहती, इसलिए जब भी मैं शूट से घर आता हूं, तो घर जाने से पहले पार्किंग एरिया में अपनी कार को लगा कर फैमिली से कुछ देर बातें करता हूं. उसके बाद ही मैं घर जाता हूं. घर से निकलते हुए भी पार्किंग में बात करके काम पर जाता हूं. इस तरह टेंशन फ्री होकर अपने काम में बेस्ट दे पाता हूं. इसी का नतीजा है कि पिछले महीने मेरे शो ने 300 एपिसोड पूरे कर लिये हैं और इसमें मेरी भूमिका सराही जा रही है.

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