Success Story: दो असफलताओं के बाद रची जीत की कहानी, UPSC में 38वीं रैंक के साथ IAS बने अभिषेक शर्मा

Success Story: मध्य प्रदेश के अभिषेक शर्मा ने तीसरे प्रयास में UPSC 2024 में 38वीं रैंक हासिल कर IAS बनने का सपना पूरा किया. नवोदय से पढ़ाई, इंजीनियरिंग डिग्री और कॉर्पोरेट नौकरी के बाद उन्होंने दो असफलताओं के बावजूद हार नहीं मानी.

By Pushpanjali | August 15, 2025 11:32 AM

Success Story: यूपीएससी परीक्षा केवल ज्ञान का मूल्यांकन नहीं है, बल्कि यह अनुशासन, धैर्य, रणनीति और आत्मविश्वास की भी परीक्षा है. जो अभ्यर्थी लंबे समय तक लगातार मेहनत करते हैं, बदलाव के अनुसार अपनी रणनीति में सुधार करते हैं और मानसिक रूप से मजबूत रहते हैं, उनके सफल होने की संभावना अधिक होती है. इसी दृढ़ संकल्प का उदाहरण हैं मध्य प्रदेश के अभिषेक शर्मा, जिन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 में ऑल इंडिया 38वीं रैंक हासिल कर आईएएस बनने का सपना पूरा किया.

DoPT ने आवंटित की मनपसंद सेवा

कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DoPT) ने हाल ही में यूपीएससी 2024 में चयनित 1009 उम्मीदवारों में से 875 को सेवाएं आवंटित की हैं. सामान्य वर्ग के टॉप-100 में 80वीं रैंक तक के उम्मीदवारों को आईएएस पद मिला है. अभिषेक शर्मा भी इनमें शामिल हैं, जिन्होंने अपनी पहली प्राथमिकता भारतीय प्रशासनिक सेवा को दी थी और अब उन्हें यही सेवा मिली है.

नवोदय विद्यालय से शुरुआत, इंजीनियरिंग के बाद कॉर्पोरेट जॉब

अभिषेक के पिता अशोक शर्मा नवोदय विद्यालय में अंग्रेजी शिक्षक हैं, इसी कारण उनकी स्कूली पढ़ाई भी नवोदय से हुई. बाद में उन्होंने 2022 में भोपाल स्थित मौलाना आजाद नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MANIT) से इंजीनियरिंग की डिग्री ली. इसके बाद वे डेलॉइट, एक मल्टीनेशनल कंपनी, में नौकरी करने लगे. हालांकि मन में आईएएस बनने का सपना हमेशा जिंदा रहा, इसलिए उन्होंने नौकरी छोड़कर सिविल सेवा की तैयारी शुरू की.

दो असफलताओं के बाद मिली सफलता

अभिषेक को शुरुआती दो प्रयासों में असफलता मिली, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. तीसरे प्रयास में उन्होंने 38वीं रैंक हासिल कर अपना लक्ष्य प्राप्त किया. उनका वैकल्पिक विषय फिजिक्स था, जिसमें उनकी गहरी पकड़ थी.

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