Speech on Janmashtami in Hindi 2025: कृष्ण जन्माष्टमी का भाषण कैसे शुरू करें? ऐसे करें तैयारी और पाएं ताली!
Speech on Janmashtami in Hindi 2025: कृष्ण जन्माष्टमी 2025 का भाषण तैयार करते समय शुरुआत भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं और धर्म रक्षण के संदेश से करें. सरल भाषा, प्रेरक बातें और भावनात्मक जुड़ाव से श्रोताओं का दिल जीतें. तैयारी में मुख्य प्रसंग, श्लोक और त्योहार की महत्ता को शामिल करें, ताकि ताली और प्रशंसा दोनों मिलें.
Speech on Janmashtami in Hindi 2025: सनातन धर्म में भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव जन्माष्टमी को अत्यंत श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता है. मान्यता है कि भगवान कृष्ण का जन्म धरती से अधर्म और अन्याय को मिटाने तथा धर्म की स्थापना के लिए हुआ था. यह त्योहार सिर्फ एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि जीवन जीने की प्रेरणा भी है, क्योंकि श्रीकृष्ण के उपदेश आज भी मानव जीवन का मार्गदर्शन करते हैं. स्टूडेंट्स के लिए यह महत्वपूर्ण अवसह है, इसलिए यहां Speech on Janmashtami in Hindi 2025 के बारे में बताया जा रहा है.
जन्माष्टमी पर भाषण (Speech on Janmashtami in Hindi 2025)
जन्माष्टमी पर भाषण (Speech on Janmashtami in Hindi 2025) इस प्रकार है-
सुप्रभात सम्मानितजन, जन्माष्टमी भगवान विष्णु के आठवें अवतार श्रीकृष्ण के जन्म की स्मृति में मनाई जाती है. यह पर्व भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को आता है. श्रीकृष्ण का जन्म मथुरा की कारागार में हुआ और बचपन गोकुल में बीता. उन्होंने अन्याय का अंत करते हुए कंस का वध किया और धर्म की रक्षा की. भारत के विभिन्न राज्यों में जन्माष्टमी अलग-अलग तरीकों से मनाई जाती है. मथुरा और वृंदावन में रासलीला का मंचन होता है. महाराष्ट्र में दही हांडी उत्सव में गोविंदाओं की टोली मटकी फोड़कर आनंद मनाती है. गुजरात के द्वारका मंदिर में भव्य सजावट और कीर्तन होते हैं. ओडिशा और बंगाल में मध्यरात्रि पूजा और भागवत पुराण का पाठ किया जाता है. इस दिन भक्त उपवास रखते हैं, भजन-कीर्तन करते हैं और रात 12 बजे श्रीकृष्ण जन्म की झांकी सजाते हैं. मंदिरों में “नंद घर आनंद भयो” जैसे भजन गूंजते हैं, और श्रद्धालु झूमकर नृत्य करते हैं. भगवान कृष्ण ने महाभारत के युद्ध में अर्जुन को जो उपदेश दिए, वे भगवद गीता में संकलित हैं. इसमें जीवन, कर्म, और भक्ति के गहन सिद्धांत बताए गए हैं, जो आज भी हर कठिनाई में मार्गदर्शन देते हैं.
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जन्माष्टमी पर भाषण (Speech on Janmashtami in Hindi 2025)
जन्माष्टमी पर भाषण (Janmashtami Speech in Hindi 2025) इस प्रकार है-
सभी को मेरा नमस्कार. आज हम जन्माष्टमी का पावन पर्व मना रहे हैं, जो भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की स्मृति में हर साल भाद्रपद माह की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है. श्रीकृष्ण ने धर्म की रक्षा, अन्याय के अंत और प्रेम, करुणा व सत्य का संदेश दिया. इस दिन मंदिरों में विशेष सजावट, झांकियां और भजन-कीर्तन होते हैं. घर-घर में माखन-मिश्री का प्रसाद चढ़ाया जाता है. जन्माष्टमी हमें सिखाती है कि अच्छाई हमेशा बुराई पर विजय पाती है. हमें अपने जीवन में सत्य, धर्म और सकारात्मक कर्म का पालन करना चाहिए. जन्माष्टमी केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि धर्म, साहस और भक्ति का प्रतीक है. इस पावन दिन पर हमें श्रीकृष्ण के आदर्शों को अपनाकर जीवन को श्रेष्ठ बनाने का संकल्प लेना चाहिए. मथुरा और वृंदावन में यह उत्सव भव्य रूप से मनाया जाता है. हमें श्रीकृष्ण के जीवन से निःस्वार्थ सेवा और सच्चाई की प्रेरणा लेनी चाहिए. धन्यवाद.
