मुंबई में चमका झारखंड की बेटी पूजा का हुनर, आमिर खान भी हो गए मुरीद!
Jharkhand Artist Puja Kumari: मुंबई के नेहरू सेंटर आर्ट गैलरी में रामगढ़ की युवा कलाकार पूजा कुमारी की पेंटिंग प्रदर्शनी ने धूम मचा दी है. आमिर खान सहित कई प्रसिद्ध कलाकारों ने उनकी कलाकृतियों की सराहना की है. झारखंड की संस्कृति और संवेदना को दर्शाती पूजा की यह पेंटिंग्स लोगों का दिल जीत रही हैं.
Jharkhand Artist Puja Kumari, रामगढ़, (सलाउद्दीन): मुंबई के वरली स्थित नेहरू सेंटर आर्ट गैलरी में इन दिनों रामगढ़ की प्रतिभाशाली युवा कलाकार पूजा कुमारी की पेंटिंग्स लोगों का ध्यान खींच रही हैं. 24 नवंबर तक चलने वाली इस प्रदर्शनी में कला प्रेमियों की लगातार भीड़ उमड़ रही है. पूजा की कलाकृतियां न सिर्फ दर्शकों को आकर्षित कर रही हैं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर की नामचीन हस्तियां भी उनकी कला की प्रशंसा कर रही हैं.
आमिर खान ने भी देखी पूजा की पेंटिंग
22 नवंबर को फिल्म अभिनेता आमिर खान, प्रसिद्ध कलाकार विजय अक्षेकर, पराग बोरसे, सुमित और पल्लवी सबनीस जैसे बड़े नाम प्रदर्शनी में पहुंचे. सभी ने पूजा कुमारी की कलाकृतियों को गहराई से देखा और उनके काम में दिखने वाली संवेदना और भावनाओं की खुलकर सराहना की. गैलरी में लगी पूजा की पेंटिंग्स लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं.
कलाकृतियों में जीवन की संवेदना और रंगों की परिपक्वता
पूजा कुमारी की पेंटिंग्स उनकी अनोखी सोच और गहरे अनुभवों को दर्शाती हैं. रंगों का परिपक्व उपयोग, अभिव्यक्ति की शैली और विषय-वस्तु दर्शकों को काफी प्रभावित कर रही है. कला जगत से जुड़े लोगों का मानना है कि पूजा का काम वर्तमान समय के सामाजिक और भावनात्मक पहलुओं को सुंदर तरीके से सामने लाता है.
Also Read: झारखंड के मंत्री इरफान अंसारी के बिगड़े बोल, कहा- SIR के लिए BLO घर आएं तो बना लें बंधक
रामगढ़ से मुंबई, फिर अंतरराष्ट्रीय मंच तक पूजा की यात्रा
रामगढ़ निवासी अमरेंद्र कुमार की पुत्री पूजा की कला यात्रा बचपन से ही शुरू हुई. केंद्रीय विद्यालय गिद्दी और केंद्रीय विद्यालय रामगढ़ से स्कूली शिक्षा के बाद उन्होंने एसआईटी तुमकुर से बीटेक और वाईसीसीई नागपुर से एमटेक किया. वर्तमान में वह इटली के Fabriano InAcquarello में कंट्री लीडर के रूप में कार्यरत हैं. पूजा ने बताया कि उनकी पहली प्रदर्शनी 2017 में समूह प्रदर्शनी के रूप में हुई थी. तब से अब तक वह 3 सोलो शो और 20 समूह प्रदर्शनी में अपनी कलाकृतियां प्रदर्शित कर चुकी हैं. उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कार्यशालाओं में गेस्ट आर्टिस्ट के रूप में आमंत्रित भी किया गया है.
झारखंड की संस्कृति को दुनिया तक पहुंचाने का लक्ष्य
पूजा कुमारी का कहना है कि उनके प्रेरणास्रोत पद्म भूषण वासुदेव कमल, प्रवीन कर्माकर और विक्रांत सिथोले जैसे दिग्गज कलाकार रहे हैं. वह आगे चलकर अपने कैनवास के माध्यम से झारखंड की समृद्ध संस्कृति, परंपराएं, लोक जीवन और सौंदर्य को विश्व पटल पर लाना चाहती हैं. उन्होंने कहा कि मैं चाहती हूं कि झारखंड की पहचान और उसकी संस्कृति देश-विदेश में पहुंचे. मेरा कैनवास इसी दिशा में मेरी आवाज बने.
