Bihar CM Prediction: नीतीश कुमार के पक्ष में मंगल, शनिदेव बढ़ायेंगे तेजस्वी का ‘तेज’! किसकी कुंडली में है राजयोग, कौन बन सकता है सीएम?
Bihar CM Prediction 2025: बिहार ही नहीं देश के जाने-माने ज्योतिषी राजनाथ झा ने प्रभात खबर (prabhatkhabar.com) के लिए विशेष रूप से जदयू सुप्रीमो नीतीश कुमार और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव की जन्म कुंडली का ग्रह और गोचर के आधार पर गहन अध्ययन किया. आइए जानते है किसकी कुंडली में राजयोग है.
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Bihar CM Prediction 2025: बिहार के 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रहे 2616 उम्मीदवारों की किस्मत इवीएम यानी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में कैद हो चुकी है. अब सबको इंतजार है 14 नवंबर का. उसी दिन सभी 243 सीटों पर मतगणना होगी. चुनाव लड़ रहे 2616 प्रत्याशियों में से 243 विधायक चुने जायेंगे. बहुमत का आंकड़ा किसके पक्ष में होगा? कौन बनेगा बिहार का मुख्यमंत्री? नीतीश कुमार फिर से सत्ता में आयेंगे या तेजस्वी प्रसाद यादव की चमकेगी किस्मत? सभी एग्जिट पोल से पहले जान लें कि ज्योतिष शास्त्र में किसकी किस्मत में राजयोग है? किसके ग्रह हैं मजबूत और कौन ग्रह दोष की वजह से सत्ता सुख से रह जायेगा वंचित. ज्योतिर्वेद विज्ञान संस्थान के ज्योतिषाचार्य डॉ राजनाथ झा से राधेश्याम कुशवाहा ने बातचीत की. ज्योतिषाचार्य ने ग्रह-नक्षत्रों के आधार पर जो गणना की, उसे विस्तार से आप यहां पढ़ें.
| कुंडली का विश्लेषण | जन्म तिथि और जन्म स्थान |
|---|---|
| नाम | नीतीश कुमार |
| जन्मतिथि | 1 मार्च 1951 |
| दिन | गुरुवार |
| जन्म स्थान | बख्तियारपुर, बिहार |
| राशि | वृश्चिक |
| लग्न | सिंह |
Bihar CM Prediction 2025: नीतीश कुमार की कुंडली में चल रही राहु की महादशा
ज्योतिष शास्त्र कहता है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राशि वृश्चिक है. लग्न सिंह है. नीतीश कुमार की कुंडली में 13 नवंबर 2026 तक राहु की महादशा रहेगी. राहु में मंगल की अंतर्दशा भी चल रही है. लग्न भाव में केतु है. केतु की दृष्टि पंचम, सप्तम और नवम भाव पर पड़ रही है. सप्तम स्थान में देव गुरु बृहस्पति, बुध, सूर्य और राहु हैं. सूर्य और बुध की दृष्टि प्रथम भाव पर पड़ रही है, तो देव गुरु बृहस्तपति और राहु की दृष्टि एकादश प्रथम और तृतीय भाव पर. कुंडली के अष्टम स्थान में शुक्रदेव और मंगलदेव हैं. शुक्र की दृष्टि द्वितीय भाव पर पड़ रही है, तो मंगल की दृष्टि एकादश, द्वितीय और तृतीय भाव पर पड़ रही है.
14 नवंबर 2025 को कैसी रहेगी ग्रहों की स्थिति
ज्योतिषाचार्य डॉ राजनाथ झा कहते हैं कि शुक्रवार 14 नवंबर 2025 को मतगणना होगी. गोचर के अनुसार, इस दिन नीतीश कुमार की कुंडली के प्रथम भाव में मंगल और बुध विराजमान रहेंगे, जहां बुध सप्तम भाव को देखेंगे, तो मंगल चतुर्थ, सप्तम और अष्टम भाव को देख रहे होंगे. चतुर्थ भाव में शनिदेव और राहु हैं. शनि की दृष्टि तीसरे(कर्म), दसवें और प्रथम स्थान (लग्न) पर पड़ेगी. राहु की दृष्टि अष्टम, दशम और द्वादश भाव पर पड़ रही है. गोचर में भाग्य स्थान में देव गुरु बृहस्तपति उच्च स्तान में हैं, जो नीतीश कुमार के लिए वरदानी हैं.
नीतीश कुमार के पक्ष में ग्रह-नक्षत्रों का शुभ योग
बृहस्पति की दृष्टि लग्न स्थान पर पड़ रही है. देव गुरु बृहस्तपति कुंडली के तृतीय भाव और पंचम भाव को भी देख रहे होंगे. यह बताता है कि उनकी पद और प्रतिष्ठा बरकरार रहेगी. चंद्रमा और केतु दसवें भाव में विराजमान हैं. चंद्रमा की दृष्टि चतुर्थ भाव पर और केतु की दृष्टि द्वितीय, चतुर्थ और छठे भाव पर होगी. छठे भाव पर केतु की दृष्टि होने पर विपक्षी का शमन होता है. कुंडली में द्वादश भाव में सूर्य और शुक्रदेव बैठे हैं, जो छठे भाव को देख रहे हैं.
नीतीश के लिए मंगल और देव गुरु बृहस्पति करेंगे चमत्कार
सीएम नीतीश कुमार की कुंडली में राहु की महादशा में मंगल की अंतर्दशा चल रही है. जन्मकुंडली में भाग्येश पराक्रम स्थान पर मंगल की दृष्टि है. मंगलदेव के पराक्रम के बल पर सत्ता सुख मिलने के प्रबल आसार है. वहीं, गोचर की दृष्टि से भी देव गुरु भाग्य स्थान में उच्च का होकर संचरण कर रहे हैं. अत: पद एवं प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी होगी. स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं दूर होंगी. गुरु सत्ता सुख दिलाने में मददगार होंगे.
क्या कहती है तेजस्वी की कुंडली, मिलेगा राजयोग या फिर रहेंगे विपक्ष में
ज्योतिषाचार्य डॉ राजनाथ झा ने तेजस्वी प्रसाद यादव की कुंडली का भी अध्ययन किया. उन्होंने कहा कि तेजस्वी की राशि कुंभ है. उनका लग्न मकर है. उनकी कुंडली में बुध की महादशा है, जो वर्ष 2032 तक रहेगी. राहु की अंतर्दशा भी चल रही है, जो 18 अगस्त 2027 तक रहेगी. शनि की साढ़े साती का तीसरा और अंतिम चरण कुंभ राशि पर चल रहा है. यह चरण सबसे कठोर होता है. शनि साढ़े साती के तीसरे चरण में जीवन में बड़े बदलाव लाते हैं. लग्न भाव में राहु हैं, जिनकी दृष्टि पंचम, सप्तम और नवम भाव में पड़ रही है. इसके प्रभाव से मनचाहा पद प्राप्त करने में कठिनाई होती है. इस दौरान सत्ता सुख दिलाने में राहु अड़ंगा लगाते हैं. गोचर कुंडली पर विचार करने के बाद राजनाथ झा ने कहा कि निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी के लग्न स्थान में राहु विराजमान हैं. छठे स्थान में गुरु एवं चंद्रमा बैठे हैं. दूसरे स्थान के शनि राजयोग में हानि पहुंचा रहे हैं.
| कुंडली का विश्लेषण | जन्म तिथि और जन्म स्थान |
|---|---|
| नाम | तेजस्वी यादव |
| जन्म तिथि | 9 नवंबर 1989 |
| दिन | गुरुवार |
| जन्म स्थान | गोपालगंज, बिहार |
| राशि | कुंभ |
| लग्न | मकर |
तेजस्वी यादव की जन्मकुंडली में ग्रहों की स्थिति
ज्योतिषाचार्य डॉ राजनाथ झा ने बताया कि तेजस्वी यादव की राशि कुंभ है. उनका लग्न मकर है. जम्मकुंडली में चंद्रमा कुंभ राशि और पूर्व भाद्रपद नक्षत्र के तीसरे चरण में स्थित है. सूर्य तुला राशि और विसाखा नक्षत्र में है, जबकि तुला राशि सूर्य की नीच राशि है. मंगल तुला राशि और स्वाति नक्षत्र में विराजमान हैं और अस्त भी है. बुध तुला राशि और विसाखा नक्षत्र में विराजमान हैं और अस्त भी हैं. देव गुरु बृहस्पति मिथुन राशि और आर्द्रा नक्षत्र में और वक्री हैं. शुक्रदेव धनु राशि और मूल नक्षत्र में हैं. शनि धनु राशि और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में हैं. राहु मकर राशि और धनिष्ठा नक्षत्र में है. वहीं, केतु कर्क राशि और अश्लेषा नक्षत्र में है.
तेजस्वी यादव की चंद्र कुंडली में ग्रहों की स्थिति
तेजस्वी यादव की चंद्र कुंडली के नवम भाव में सूर्य, बुध और मंगल हैं. तुला राशि में सूर्यदेव, बुध और मंगल विराजमान होकर तीसरे भाव को देख रहे हैं. मंगल 9वें भाव और तुला राशि में बैठकर तीसरे और चौथे भाव को देख रहे हैं. देव गुरु बृहस्पति पांचवें भाव और मिथुन राशि में विराजमान होकर 9वें, 11वें और पहले भाव को देख रहे हैं. शुक्रदेव 11वें भाव और धनु राशि में बैठकर पांचवें भाव को देख रहे हैं. शनिदेव 11वें भाव और धनु राशि में बैठकर पहले, पांचवें और आठवें भाव को देख रहे हैं. राहु 12वें स्थान में बैठकर चौथे, छठे और आठवें भाव को देख रहे हैं. केतु छठे भाव में बैठकर 10वें, 12वें और द्वितीय भाव को देख रहे हैं.
ग्रह गोचर- 14 नवंबर 2025 को ग्रहों की स्थिति
ग्रहों के राजा सूर्यदेव तुला राशि में विराजमान हैं. प्रेम, सुख-समृद्धि, विलासिता और भौतिक सुखों के कारक ग्रह शुक्रदेव भी तुला राशि में मौजूद हैं. सूर्यदेव और शुक्रदेव नवम भाव में बैठकर तृतीय भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं, जो तेजस्वी यादव के लिए शुभ फलदायक है. 14 नवंबर 2025 को मतगणना के दिन चंद्रमा सिंह राशि में मौजूद रहेंगे. चंद्रमा सप्तम भाव में बैठकर प्रथम भाव को देखेंगे. बुद्धि, तर्क, संवाद और कार्यों में सफलता दिलाने वाले ग्रहों के राजकुमार बुध ग्रह वृश्चिक राशि में मौजूद हैं. बुध ग्रह दशम भाव में बैठकर चतुर्थ भाव को देख रहे हैं. मंगल वृश्चिक राशि में विराजमान है.
तेजस्वी यादव के लिए शुभ योग बना रहे मंगलदेव
मंगलदेव कुंडली के दशम भाव में बैठकर प्रथम, चतुर्थ और पंचम भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं. मंगल स्वग्रही के कर्म स्थान में तेजस्वी यादव के लिए शुभ योग बना रहे हैं. देव गुरु कर्क राशि में मौजूद हैं. देव गुरु बृहस्पति तेजस्वी यादव की कुंडली के छठे भाव में बैठकर दशम, द्वादश और द्वितीय भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं. न्याय, कर्म, अनुशासन, धैर्य और कर्मफलदाता ग्रह शनिदेव मीन राशि में विराजमान हैं. शनिदेव द्वितीय भाव में बैठकर चतुर्थ, अष्टम और एकादश भाव को देख रहे हैं. राहु कुंभ राशि में बैठकर पंचम, सप्तम और नवम (भाग्य) भाव को देख रहे हैं. केतु सिंह राशि में हैं और कुंडली के सप्तम भाव में बैठकर एकादश, लग्न (प्रथम) और तृतीय भाव को देख रहे हैं.
राजनीतिक सफलता के लिए सूर्य, गुरु और शनि सबसे महत्वपूर्ण ग्रह
राजनीतिक सफलता के लिए सूर्य, गुरु और शनि सबसे महत्वपूर्ण ग्रह हैं. सूर्य सरकार और सत्ता के कारक हैं, तो गुरु ज्ञान और उच्च पद दिलाते हैं. शनि जनता का समर्थन दिलाता है. साथ ही राजनीति में सफलता के लिए मंगल का मजबूत होना जरूरी है. सूर्यदेव सरकार, सत्ता, प्रसिद्धि, प्रतिष्ठा और नेतृत्व क्षमता दिलाने वाले ग्रह हैं. राजनीति में आगे बढ़ने के लिए सूर्य का मजबूत होना जरूरी है.
राजनीति और कूटनीति में सफलता दिलाता है राहु
देव गुरु बृहस्पति ज्ञान, उच्च पद, प्रशासन और कूटनीति के कारक ग्रह हैं. देव गुरु जिनकी कुंडली में मजबूत होते हैं, वे अक्सर राजनीति में उच्च पद प्राप्त करते हैं. शनिदेव जनता का समर्थन और सहयोग दिलाने वाले ग्रह हैं. बुध ग्रह बुद्धि और अनुकूलन क्षमता प्रदान करते हैं. मंगल महत्वाकांक्षा, दृढ़ संकल्प, पराक्रम और साहस देते हैं, जो चुनौतियों का सामना करने में मददगार होता है. राहु राजनीति में कूटनीति, छल-प्रपंच से सफलता दिलाते हैं. खासकर जब यह जन्म कुंडली के तृतीय, षष्ठम, सप्तम, नवम, दशम और एकादश भाव से जुड़े होते हैं.
तेजस्वी यादव के लिए शनि मंगल बुध और शुक्र कर सकते हैं चमत्कार
ज्योतिषाचार्य राजनाथ झा ने बताया कि तेजस्वी यादव की कुंडली में शनि की साढ़े साती का तीसरा और अंतिम चरण कुंभ राशि पर चल रहा है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दौरान वित्तीय लाभ और करियर में सफलता मिलती है. तेजस्वी की कुंडली में ग्रहों की स्थिति बता रही है कि जाते हुए साढ़े साती कुछ विशेष दे सकती है. शुक्रदेव भी तेजस्वी को शुभ फल प्रदान कर रहे हैं. इसलिए अगर शनि की कृपा हुई, तो सत्ता सुख भी पा सकते हैं. इनकी कुंडली में सूर्य, राहु और गुरु कमजोर हैं, जिसकी वजह से मनचाही सफलता में रुकावट आ सकती है. कुंडली में मंगल, बुध और शुक्र मजबूत हैं, जो सुख-सुविधा दिलायेंगे और कार्यकुशल बनायेंगे.
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