Scientists ने ईजाद किया कैंसर का पता लगाने वाला दुनिया का सबसे छोटा कंप्यूटर, जानिये…

वाशिंगटन : वैज्ञानिकों ने दुनिया का सबसे छोटा कंप्यूटर (नैनो कंप्यूटर) विकसित किया है. यह एक ऐसा कंप्यूटर है, जो सिर्फ 0.3 मिलीमीटर का है. इसकी खासियत है कि यह कैंसर का पता लगाने और उसके इलाज के नये दरवाजे खोलने में मदद कर सकता है. इससे पहले वाली सिस्टम 2x2x4 मिलीमीटर मिशिगन माइक्रो मोट […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 23, 2018 6:40 PM

वाशिंगटन : वैज्ञानिकों ने दुनिया का सबसे छोटा कंप्यूटर (नैनो कंप्यूटर) विकसित किया है. यह एक ऐसा कंप्यूटर है, जो सिर्फ 0.3 मिलीमीटर का है. इसकी खासियत है कि यह कैंसर का पता लगाने और उसके इलाज के नये दरवाजे खोलने में मदद कर सकता है. इससे पहले वाली सिस्टम 2x2x4 मिलीमीटर मिशिगन माइक्रो मोट सहित अन्य कंप्यूटर तब भी अपनी प्रोग्रामिंग और डेटा को सुरक्षित रख सकता है, जब वह आंतरिक रूप से चार्ज न हो.

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वैज्ञानिकों के अनुसार, किसी एक डेस्कटॉप के चार्जर के प्लग को निकालें, तो उसके डेटा और प्रोग्राम तब भी उपलब्ध रहते हैं, जब बिजली आते ही वह खुद को बुट कर ले. हालांकि, इन नये सूक्ष्म डिवाइस में यह सुविधा उपलब्ध नहीं है. ये छोटे कंप्यूटर जैसे ही डिस्चार्ज होंगे, इनकी प्रोग्रामिंग और डेटा समाप्त हो जायेंगे.

अमेरिका की मिशिगन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डेविड ब्लाऊ ने कहा कि हम इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं है कि इन्हें कंप्यूटर कहा जाना चाहिए या नहीं. यह एक राय वाली बात है कि इनमें कंप्यूटर की तरह न्यूनतम फंक्शन वाली चीजें हैं या नहीं. इस कंप्यूटर से कई तरह के काम लिए जा सकते हैं और इसका इस्तेमाल कई उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है.

इसे बनाने वाली टीम ने इसका इस्तेमाल तापमान मापदंड के स्पष्टता के लिए करने तय किया. कुछ अध्ययनों से पता चला है कि सामान्य उत्तक से ट्यूमर ज्यादा गर्म होते हैं. इस बात को साबित करने के लिए पर्याप्त आंकड़े उपलब्ध नहीं थे. तापमान से कैंसर के इलाज का पता लगाने में भी मदद मिल सकता है.

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