दुनिया का 5000 साल पुराना पेड़! इस देश में रिसर्च के नाम पर काटा गया, होटल के कमरे में खुला सच

World Oldest Tree: 1964 में अमेरिका में एक रिसर्च के दौरान 5,000 साल पुराना प्रोमेथियस पेड़ काट दिया गया था. यह कहानी एक गलती, वैज्ञानिक जिज्ञासा और प्रकृति से जुड़े बड़े सबक की है. जानिए कैसे इस घटना ने रिसर्च और पेड़ संरक्षण के नियम बदल दिए और प्रोमेथियस इतिहास बन गया.

By Govind Jee | December 15, 2025 2:05 PM

World Oldest Tree: कभी सोचा है कि कोई पेड़ ऐसा भी हो सकता है, जो तब से खड़ा हो जब दुनिया में आज की सभ्यताएं थीं ही नहीं? अमेरिका के नेवादा में एक ऐसा ही पेड़ था नाम प्रोमेथियस. यह पेड़ लगभग 5,000 साल पुराना था. यानी जब मिस्र में पिरामिड बन रहे थे, तब भी यह पेड़ हवा-पानी झेल रहा था. लेकिन साल 1964 में एक रिसर्च के दौरान यह पेड़ काट दिया गया. किसी को अंदाजा तक नहीं था कि जिसे काटा जा रहा है, वह इतिहास का एक जीता-जागता गवाह है.

World Oldest Tree in Hindi: कहां था प्रोमेथियस और कैसा पेड़ था

प्रोमेथियस अमेरिका के नेवादा राज्य में व्हीलर पीक पर खड़ा था. यह पेड़ ग्रेट बेसिन ब्रिसलकोन पाइन प्रजाति का था. ये पेड़ दिखने में बहुत बड़े नहीं होते. टेढ़े-मेढ़े, सूखे से लगते हैं. लेकिन यही पेड़ दुनिया में सबसे ज्यादा उम्र तक जिंदा रहने वालों में गिने जाते हैं. साल 1964 में डोनाल्ड रस्क करी (Donald Rusk Currey) नाम के एक ग्रेजुएट छात्र यहां रिसर्च कर रहे थे. उनका काम था पेड़ों के छल्लों का अध्ययन करना, जिसे डेंड्रोक्रोनोलॉजी कहा जाता है. करी ने प्रोमेथियस पेड़ से सैंपल लेने की कोशिश की. इसके लिए उन्होंने फॉरेस्ट सर्विस से अनुमति भी ली थी. यानी जो कुछ हुआ, वह नियमों के अंदर हुआ. (World Oldest Tree Cut Down In US Research Reveals 5000 Year Old Secret in Hindi)

पेड़ क्यों काटा गया? कहानी पूरी साफ नहीं

ग्रेट बेसिन नेशनल पार्क खुद मानता है कि इस घटना की पूरी सच्चाई शायद कभी सामने न आए. पार्क के अनुसार, इस फैसले को लेकर कई कहानियां हैं. पहली कहानी यह कहती है कि जब करी पेड़ से सैंपल निकाल रहे थे, तो उनकी ड्रिल पेड़ के अंदर फंस गई. वह बाहर नहीं निकल रही थी. ऐसे में ड्रिल निकालने के लिए पेड़ काटना पड़ा. दूसरी कहानी के मुताबिक, करी को लगा कि सिर्फ छोटा सैंपल काफी नहीं है. उन्हें पेड़ के छल्लों को ठीक से समझने के लिए पूरे तने का कटाव चाहिए था. जो भी वजह रही हो, आखिरकार पेड़ को काट दिया गया.

होटल के कमरे में खुला सबसे बड़ा सच

पेड़ काटने के बाद करी अपने होटल लौटे. वहां उन्होंने पेड़ के कटे हुए हिस्से को ध्यान से देखा. मैग्नीफाइंग ग्लास से उन्होंने एक-एक छल्ला गिनना शुरू किया. बाद में San Francisco Chronicle को दिए इंटरव्यू में करी ने कहा कि मुझे लगा था कि यह एक बहुत पुराना पेड़ है. लेकिन जब गिनती पूरी हुई, तो सच्चाई चौंकाने वाली थी.

World Oldest Tree Cut Down In US Research Reveals in Hindi: करीब 5,000 साल पुराना था प्रोमेथियस

छल्ले गिनने के बाद पता चला कि प्रोमेथियस की उम्र करीब 5,000 साल थी. यह सुनते ही यह साफ हो गया कि एक ऐसा पेड़ काट दिया गया है, जो इंसानी इतिहास से भी ज्यादा पुराना था. यह जानकारी जितनी हैरान करने वाली थी, उतनी ही दुखद भी. ब्रिसलकोन पाइन पेड़ बहुत धीरे-धीरे बढ़ते हैं. ठंड, कम पानी और खराब जमीन में भी ये जिंदा रहते हैं. इसी वजह से इनकी उम्र हजारों साल तक पहुंच जाती है. लेकिन क्योंकि ये बहुत ऊंचे नहीं होते, इसलिए लोग अक्सर इन्हें मामूली समझ लेते हैं.

क्या यह दुनिया का सबसे पुराना पेड़ था?

बाद में हुई रिसर्च में पता चला कि प्रोमेथियस शायद दुनिया का सबसे पुराना पेड़ नहीं था. कैलिफोर्निया की व्हाइट माउंटेन्स जैसे इलाकों में आज भी ऐसे कई पेड़ हैं, जो इससे भी पुराने हो सकते हैं. लेकिन प्रोमेथियस की कहानी सबसे ज्यादा चर्चा में इसलिए आई, क्योंकि उसे जानबूझकर काटा गया था. ग्रेट बेसिन नेशनल पार्क के अनुसार, इस घटना के बाद सरकारी जमीनों पर पेड़ों को लेकर नियम काफी सख्त कर दिए गए. आज ऐसे पुराने पेड़ों को काटने की इजाजत नहीं दी जाती. पार्क साफ शब्दों में कहता है कि अब ऐसा दोबारा नहीं होने दिया जाएगा.

अब बदली रिसर्च की दुनिया

1960 के दशक में पेड़ों की उम्र जानने के तरीके बहुत साधारण थे. गलत अनुमान लगना आम बात थी. आज आधुनिक तकनीक की मदद से बिना पेड़ काटे भी उसकी उम्र का अंदाजा लगाया जा सकता है. इसी वजह से प्रोमेथियस का कटना आज और ज्यादा दुखद लगता है. ब्रिसलकोन पाइन पेड़ नुकसान सहने के बाद भी जिंदा रह सकते हैं. लेकिन जब पूरा तना ही काट दिया जाए, तो न सिर्फ पेड़ मरता है, बल्कि हजारों साल का इतिहास भी खत्म हो जाता है.

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