पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई चीफ का फरमान, राजनीति से दूर रहें कमांडर

पाकिस्तान के प्रमुख समाचार पत्र द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के अनुसार, पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के महानिदेशक (डीजी) लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम ने व्यक्तिगत रूप से अपने अधीनस्थों को निर्देश जारी किए हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 5, 2022 2:20 PM

इस्लामाबाद : भारत समेत एशिया के कई पड़ोसी देशों में आतंकवाद की पौध को खाद-पानी देकर खूंखार बनाने वाले पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) ने अपने कमांडरों के लिए एक नया सख्त फरमान जारी किया है. आईएसआई चीफ लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम ने अपने फरमान में खुफिया एजेंसी के कमांडरों को राजनीति दूर रहने की हिदायत दी है. उनका यह फरमान आगामी उपचुनावों में हेरफेर के मद्देनजर काफी मायने रखता है. हालांकि, इससे पहले पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने भी अपने कमांडरों के लिए फरमान जारी किया था.

आईएसआई चीफ ने सख्त लहजे में दिया आदेश

पाकिस्तान के प्रमुख समाचार पत्र द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के अनुसार, पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के महानिदेशक (डीजी) लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम ने व्यक्तिगत रूप से अपने अधीनस्थों को निर्देश जारी किए हैं. खबर में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि खुफिया एजेंसी के कमांडरों से कड़े शब्दों में कहा गया है कि वे राजनीति से दूर रहें और ऐसी किसी भी गतिविधि से शामिल होने बचें. खुफिया एजेंसी के प्रमुख ने कहा कि आदेश के उल्लंघन के किसी भी कृत्य को बर्दाशत नहीं किया जाएगा और ऐसा करने वाले किसी भी खुफिया अधिकारी की एजेंसी में कोई जगह नहीं होगी.

बाजवा ने भी सैन्य अधिकारियों को दिया था निर्देश

बताते चलें कि इससे पहले, पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने आईएसआई समेत अपने कमांडरों और अधिकारियों को राजनीति से दूर रहने का नया निर्देश जारी किया है. बाजवा का निर्देश अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व वाली पार्टी के नेताओं के उन आरोपों के बाद आया था कि देश की खुफिया एजेंसी पंजाब में आगामी उपचुनाव में हेरफेर करने की कोशिश कर रही है.

Also Read: असम में पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई और अलकायदा की धमकी के बाद हाई अलर्ट
बाजवा को उपचुनाव हेरफेर का सता रहा डर

इतना ही नहीं, पाकिस्तानी सैन्य प्रमुख जनरल बाजवा ने अपने सभी कमांडरों और प्रमुख अधिकारियों को न केवल राजनीति से दूर रहने बल्कि राजनेताओं के साथ बातचीत करने से बचने के भी निर्देश जारी किए थे. ये निर्देश इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सैन्य प्रतिष्ठान के खिलाफ दुष्प्रचार के मद्देनजर दिए गए थे, जिसमें आईएसआई के कुछ अधिकारियों पर आरोप लगाया गया था कि वे पार्टी को नुकसान पहुंचाने के लिए पंजाब में आगामी उपचुनाव में हेरफेर करने की कोशिश कर रहे हैं. पंजाब विधानसभा की 20 रिक्त सीटों पर 17 जुलाई को उपचुनाव होगा.

Next Article

Exit mobile version