पाकिस्तानी सेना में बगावत! सैनिक ने वीडियो जारी कर आसिम मुनीर से पूछा सीधा सवाल, कहा- इसका जवाब-हिसाब किया जाएगा

Pakistan Soldiers questions Army Chief Asim Munir: पाकिस्तान इन दिनों हिंसा की आग में झुलस रहा है. उसके चारों कोनों पर तनाव है. बॉर्डर हो या घर के अंदर. इसी बीच एक सैनिक ने आसिम मुनीर के नाम वीडियो जारी कर उनसे सवाल किया है. यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.

By Anant Narayan Shukla | October 13, 2025 2:27 PM

Pakistan Soldiers questions Army Chief Asim Munir: पाकिस्तान में इस समय चारों ओर हिंसा का भारी बवाल देखने को मिल रहा है. चाहे बॉर्डर हो या घर के अंदर हर ओर आग लगी हुई है. भारत के साथ ऑपरेशन सिंदूर मई में समाप्त हो गया था, लेकिन बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में उसे क्षेत्र के स्वतंत्रता सेनानियों की ओर से लगातार दर्द दिया जा रहा है. इसी बीच पाकिस्तान के अफगानिस्तान से लगे सीमावर्ती इलाकों में तालिबान और पाकिस्तानी सेना के बीच लगातार झड़पें हो रही हैं. इसी बीच देश के अंदर विरोध प्रदर्शनों ने उग्र रूप ले लिया है. तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) नाम की कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी ने फिलिस्तीन के समर्थन में आंदोलन शुरू किया, जिसने धीरे-धीरे पूरे देश को हिंसा की आग में झोंक दिया है. इजरायल के खिलाफ किए जा रहे अत्याचारों के विरोध में शुरू हुआ यह आंदोलन अब पाकिस्तान के कई शहरों में संघर्ष का रूप ले चुका है. हालात इतने बिगड़ गए हैं कि सेना और पुलिस अपने ही नागरिकों पर गोली चला रही है. इसी बीच अपने ही आर्मी चीफ आसिम मुनीर के खिलाफ एक सैनिक ने वीडियो जारी कर बगावत की चिंगारी को सुलगा दिया है. 

तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) ने ऐलान किया है कि वह इस्लामाबाद स्थित अमेरिकी दूतावास के बाहर इजरायल के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन करेगी. दूसरी ओर, सरकार और सुरक्षा एजेंसियां हर संभव प्रयास कर रही हैं कि प्रदर्शनकारी राजधानी तक न पहुंच सकें. रविवार सुबह पंजाब रेंजर्स और पांच जिलों की पुलिस की भारी टुकड़ियों को मुरीदके भेजा गया, जहां TLP समर्थकों का मुख्य शिविर लगा है. सुरक्षा बलों ने वहां पहुंचकर पूरे क्षेत्र को घेर लिया और आंदोलनकारियों के खिलाफ व्यापक ऑपरेशन की तैयारी शुरू कर दी. बताया गया कि पार्टी समर्थकों ने शहर की ओर बढ़ने की दो कोशिशें कीं, जिन्हें पुलिस ने नाकाम कर दिया. पुलिस और आर्मी के इस घटनाक्रम का भी एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह दिखा रहा है कि सुरक्षा बल रात के अंधेरे में गोलियां चला रहे हैं.

एक सैनिक का पाक आर्मी चीफ आसिम मुनीर से सवाल

पाकिस्तान सेना के आर्मी चीफ आसिम मुनीर के खिलाफ सैनिक ने वीडियो जारी करते हुए सवाल दागे हैं. फौजी ने आर्मी चीफ से पूछा, “इतनी बर्बरियत के बाद आप भी अल्लाह के दरबार में खड़े होंगे, तब उस कयामत के रोज आप क्या जवाब देंगे?” पूरे बयान में उसने कहा, “मोहतरम आर्मी चीफ साहब, मुल्क की मौजूदा सूरत-ए-हाल से आप बेखबर नहीं हैं. अपने ही मुसलमान शहरियों का, अपने ही पाकिस्तानी शहरियों का खून बहाया जा रहा है. जिस फोर्स को मुल्क में अमन कायम करने के लिए बनाई गई, उसी फोर्स को अपने अवाम के सामने लाकर खड़ा कर गया है. जिनके साथ जुल्म ओ सितम हो रहा है, वो मोहब्बे वतन हैं (वतन से प्यार करते है), सबसे बड़े मोहब्बे वतन हैं. वतन के साथ भी मोहबत करने वाली यह जमात है. इस जमात की इतनी मजबूत आवाज है कि “आलम-ए-कुफ्र” (इस्लाम को न मानने वाले) भी कांपता है. तो इन पर ये जुल्म और सितम बंद करवाया जाए. यह आपके इख्तियार (अधिकार) में है (तीन बार). कल आपको भी कयामत के दिन इसका जवाब देना होगा. जितने कत्ल और बर्बादी हो रही है, जितनी बर्बरता का इस्तेमाल किया गया है, इसके लिए जितनी हकूमत जिम्मेदार है, जितना हकूमत से पूछा जाएगा, उतना ही कल कयामत वाले दिन आपसे भी इसका जवाब मांगा जाएगा-हिसाब किया जाएगा. खुदा के लिए ये ओहदे, ये नौकरियां…ये सारा कुछ इधर ही रह जाना है. कयामत वाले दिन हम नबी के उम्मती बनकर अल्लाह की दरगाह में हाजिर होंगे. आप कयामत वाले दिन क्या जवाब देंगे, उस दिन के बारे में सोचिए. शुक्रिया.. मेहरबानी…”

यह वीडियो कब और कहां का है, इसकी पुख्ता जानकारी नहीं मिली है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो की पुष्टि प्रभात खबर नहीं कर रहा है.

लगातार बिगड़ रही थी व्यवस्था

तहरीक ए लब्बैक के इस प्रदर्शन के कारण बिगड़ती स्थिति को काबू में करने के लिए इस्लामाबाद की ओर जाने वाले प्रमुख मार्गों को सील कर दिया गया है. राजधानी की सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे खोद दिए गए हैं ताकि प्रदर्शनकारियों का मार्च रोका जा सके. कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस, रेंजर्स और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है. प्रशासन का कहना है कि प्रदर्शनकारियों को राजधानी में घुसने नहीं दिया जाएगा और जो भी हिंसा करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. देश के कई हिस्सों में इंटरनेट सेवाएं बाधित की गई हैं और हालात लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं. लाहौर में तो 10 दिन के लिए धारा 144 लागू की गई है. 

शाहदरा इलाके में स्थिति और भी भयावह हो गई जब पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में कई अधिकारी लापता हो गए. रिपोर्टों के मुताबिक, TLP के प्रदर्शनकारियों ने कुछ पुलिसकर्मियों का अपहरण कर लिया और कई थानों से सरकारी वाहन भी चुरा लिए. डीआइजी ऑपरेशंस फैसल कामरान ने बताया कि कम से कम 112 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जबकि 100 से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है. लगातार बढ़ती हिंसा के बीच पाक सरकार और सेना की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं, और देश एक गहरे राजनीतिक और सामाजिक संकट में फंसता जा रहा है.

सरकार और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई बातचीत

पाकिस्तान की पंजाब सरकार और तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के बीच रविवार को वार्ता हुई. कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच हिंसक झड़पों के तीन दिन बाद यह बातचीत हुई. इस्लामाबाद स्थित अमेरिकी दूतावास के बाहर इजराइल के खिलाफ प्रदर्शन के आह्वान के मद्देनजर, पंजाब पुलिस द्वारा टीएलपी समर्थकों पर कार्रवाई शुरू करने के बाद बुधवार देर रात शहर में हिंसा भड़क उठी.

पंजाब सरकार के एक अधिकारी ने रविवार को ‘पीटीआई’ को बताया कि एक सरकारी दल ने टीएलपी के साथ बातचीत शुरू की है. उन्होंने कहा, ‘‘सांसद राणा सनाउल्ला, सरकारी सलाहकार हाफिज ताहिर अशरफी और पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ख्वाजा सलमान रफीक टीएलपी के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत कर रहे हैं और आज कोई सफलता मिलने की उम्मीद है.’’ अधिकारी ने कहा कि बातचीत में शुरुआती प्रगति हुई है और प्रदर्शन वापस लिया जा सकता है. उन्होंने कहा, ‘‘जब तक बातचीत सफल नहीं होती, टीएलपी मुरीदके से आगे नहीं बढ़ेगी. सरकार इस मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाने की कोशिश कर रही है.’’ अधिकारी ने बताया कि सरकार ने लाहौर-इस्लामाबाद राजमार्ग खोल दिया है और यह इस बात का संकेत है कि टीएलपी के साथ बातचीत में जल्द ही सफलता मिलेगी.

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