औरत से डरा पाकिस्तान का CDF, ब्रिटेन से लगाने लगा गुहार, जानें क्यों दहशत में फील्ड मार्शल आसिम मुनीर

Asim Munir asks UK Help after Woman's Threat: पाकिस्तान के फील्ड मार्शल आसिम मुनीर के खिलाफ कथित रूप से एक महिला द्वारा दी गई सार्वजनिक धमकी के बाद इस्लामाबाद ने ब्रिटिश सरकार के सामने औपचारिक रूप से आपत्ति (डिमार्शे) दर्ज कराई है.

By Anant Narayan Shukla | December 27, 2025 12:29 PM

Asim Munir asks UK Help after Woman’s Threat: ब्रिटेन के ब्रैडफोर्ड शहर में पाकिस्तानी वाणिज्य दूतावास के बाहर हुए एक प्रदर्शन के दौरान फील्ड मार्शल आसिम मुनीर के खिलाफ कथित रूप से एक महिला द्वारा दी गई सार्वजनिक धमकी के बाद इस्लामाबाद ने ब्रिटिश सरकार के सामने औपचारिक रूप से आपत्ति (डिमार्शे) दर्ज कराई है. पाकिस्तान ने इस मामले में लंदन से हस्तक्षेप और कार्रवाई की मांग की है. यह स्थिति पाकिस्तान सेना के भीतर कमजोर होते नियंत्रण और विदेशों में उसके समर्थक आधार पर घटती पकड़ को दर्शा रही है. बड़ी-बड़ी डींगें हांकने वाले पाकिस्तान को अपने सेना प्रमुख के लिए यूके से गुहार लगानी पड़ रही है. 

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय का कहना है कि UKPTIofficial नामक सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा किए गए एक वीडियो में एक महिला प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए फील्ड मार्शल मुनीर के खिलाफ हिंसक बयान देती नजर आ रही है. आरोप है कि उसने कार बम का उल्लेख किया और 1988 में पूर्व राष्ट्रपति जनरल जिया-उल-हक की मौत से जुड़े विमान विस्फोट की तुलना की. पाकिस्तानी मंत्रियों का दावा है कि यह बयान महज राजनीतिक विरोध नहीं, बल्कि हिंसा और आतंक को उकसाने की श्रेणी में आता है.

ब्रिटिश अधिकारियों से मांगी सुरक्षा

पाकिस्तानी वेबसाइट जियो न्यूज के मुताबिक, इस्लामाबाद ने ब्रिटिश अधिकारियों से आग्रह किया है कि वे अपने कानूनों के तहत इस मामले में कार्रवाई करें. पाकिस्तानी पक्ष का कहना है कि उपलब्ध वीडियो साक्ष्य स्पष्ट रूप से हिंसा के लिए उकसावे की ओर इशारा करते हैं. इस घटनाक्रम ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि पाकिस्तान को अपने शीर्ष सैन्य नेतृत्व की सुरक्षा के लिए विदेशी सरकारों की मदद लेनी पड़ रही है, खासकर तब जब खतरा कथित तौर पर उसके अपने प्रवासी समुदाय से उत्पन्न हो रहा हो.

हालांकि इमरान खान की पार्टी तहरीक ए इंसाफ के यूके में चल रहे, UKPTIofficial चैनल पर वह वीडियो अब दिख नहीं रहा है. संभव है कि यह वीडियो हटा लिया गया हो, लेकिन एक यूजर ने दावा किया कि उसने वीडियो का स्क्रीनग्रैब रिकॉर्ड किया है. प्रभात खबर व्यक्ति के दावे की पुष्टि नहीं करता. आप इस वीडियो को नीचे देख सकते हैं- 

पीटीआई ने खारिज किया आरोप

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के समर्थकों ने सरकार के आरोपों को सिरे से खारिज किया है. पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि ब्रैडफोर्ड में हुआ जमावड़ा सेना की कथित राजनीतिक दखलअंदाजी के खिलाफ एक शांतिपूर्ण राजनीतिक प्रदर्शन था, न कि किसी तरह की संगठित या आधिकारिक धमकी. PTI नेताओं का आरोप है कि सरकार चुनिंदा वीडियो क्लिप को जानबूझकर उभार रही है. 

PTI का यह भी कहना है कि विदेशों में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को जानबूझकर आतंकवाद से जोड़कर पेश किया जा रहा है, ताकि पाकिस्तान के भीतर जारी राजनीतिक अस्थिरता और आर्थिक संकट से ध्यान भटकाया जा सके. पार्टी का आरोप है कि इस्लामाबाद घरेलू मोर्चे पर वैधता हासिल करने में नाकाम रहने के बाद विदेशी सरकारों पर दबाव डालकर अपने राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाना चाहता है. 

विदेशों में घट रही पाक सेना की इज्जत

PTI के अनुसार, यह डिमार्श किसी वास्तविक सुरक्षा खतरे से निपटने की कोशिश कम और घरेलू सत्ता संघर्ष को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने व प्रवासी कार्यकर्ताओं को डराने का प्रयास ज्यादा प्रतीत होता है. यह स्थिति पाकिस्तान सेना के भीतर कमजोर होते नियंत्रण और विदेशों में उसके समर्थक आधार पर घटती पकड़ को भी दिखा रही है. विदेशों में सैन्य प्रतिष्ठान के खिलाफ बढ़ता गुस्सा और प्रवासी समर्थकों पर घटता प्रभाव एक गहरी समस्या को दर्शाता है. पाकिस्तानी सेना और सरकार पूरी तरह बेबस नजर आ रहे हैं. वे पाकिस्तान जैसा ही जकड़न वाला शासन हर देश में चाह रहे हैं. 

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