COVID- 19 : कोरोना वायरस के उपायों को ठेंगा दिखा रहे हैं अमेरिकी नेता

चीन के वुहान शहर से लेकर विश्व भर में तबाही मचा रहे कोरोना वायरस से बचने के लिए दुनिया को कई डॉक्टर एवं वैज्ञानिक लगे हुए हैं. खबरों कि मानें तो चीन और इटली के बाद अब कोरोना वायरस का अगला केंद्र अमेरिका माना जा रहा है.

By Shaurya Punj | March 25, 2020 7:03 PM

चीन के वुहान शहर से लेकर विश्व भर में तबाही मचा रहे कोरोना वायरस से बचने के लिए दुनिया को कई डॉक्टर एवं वैज्ञानिक लगे हुए हैं. खबरों कि मानें तो चीन और इटली के बाद अब कोरोना वायरस का अगला केंद्र अमेरिका माना जा रहा है. अमेरिकी विदेश विभाग दुनिया भर को अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्राओं के खिलाफ चेतावनी दे रहा है लेकिन खुद उसके विदेश मंत्री माइक पोम्पियो इस सप्ताह अफगानिस्तान की यात्रा करके लौटे हैं.

इसी तरह राष्ट्रीय राजधानी वाशिंगटन में सारे जिम बंद हैं लेकिन सीनेटर रैंड पाल जो खुद पेशे से आंखों के डाक्टर हैं उन्होंने रविवार को सीनेट जिम में जमकर वर्कआउट किया. इस दौरान उन्हें अपने कोरोना वायरस टेस्ट की रिपोर्ट का इंतजार था.और दुर्भाग्य से रिपोर्ट पॉजिटिव आयी. कोरोना को फैलने से रोकने के लिए हाथ मिलाने की भी मनाही है लेकिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद इसका पालन नहीं किया. उनके अपने प्रशासन के जन स्वास्थ्य अधिकारियों ने हाथ मिलाने से परहेज करने के दिशा निर्देश जारी किए थे लेकिन उसके बावजूद ट्रंप गर्मजोशी के साथ लोगों से हाथ मिलाते रहे. यही हाल सामाजिक दूरी बनाए रखने के निर्देश को लेकर देखा जा रहा है.

लेकिन व्हाइट हाउस की नियमित ब्रीफिंग में एक भीड़भाड़ वाले मंच पर ट्रंप और अन्य वरिष्ठ अधिकारी माजूद रहते हैं. पूरे अमेरिका में बंद की स्थिति है और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह पर लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं लेकिन वाशिंगटन में कुछ शक्तिशाली लोग एहतियाती उपायों को ठेंगा दिखा रहे हैं. मानवीय व्यवहार के विशेषज्ञों का कहना है , ‘‘ जैसा मैं कहता हूं वैसा करो, वैसा नहीं जैसा मैं करता हूं.. अमेरिकी नेता यही दिखा रहे हैं . शक्तिशाली नेताओं और अधिकारियों को लग रहा है कि आम जनता के लिए बनाए गए कानून और नियम उन पर लागू नहीं होते हैं.” पेंसिलवेनिया विश्वविद्यालय में व्हार्टन स्कूल के प्रोफेसर मौरिस श्वित्जर कहते हैं, ‘‘ जब हमारे पास बहुत अधिक ताकत होती है तो हम अपने आप को अपवाद के रूप में देखते हैं और सोचते हैं कि नियम हम पर लागू नहीं होते .”

श्वित्जर व्यवहार और निर्णय लेने की क्षमता विषय के विशेषज्ञ हैं. वह कहते हैं, ‘‘हम वही करना चाहते हैं जो हमें अच्छा लगता है क्योंकि हमें लगता है कि शक्तिहीन या कमजोर तबके के लिए बने नियमों से हम नहीं बंधे हैं .” हालांकि कई सीनेटरों ने पाल के व्यवहार की निंदा की है . सरकार के कोरोना वायरस निगरानी टीम के डाक्टरों का कहना है कि केंटुकी के रिपब्लिकन का व्यवहार ‘‘निजी जिम्मेदारी ” के आदर्श के प्रदर्शन के विपरीत है.

गौरतलब है कि अमेरिका के दो दर्जन से अधिक सांसद 70 और 80 साल की उम्र के फेरे में हैं जो कि उनके लिए अधिक खतरा पैदा करता है. अकेले पाल ही नहीं कई अन्य सीनेटर भी सीनेट के जिम का इस्तेमाल कीपैड के जरिए कर रहे हैं . ट्रंप ने खुद भी सोमवार को स्वीकार किया था कि हाथ मिलाना उनकी एक ऐसी आदत है जिसे दूर करना बहुत मुश्किल है क्योंकि राष्ट्रपति बनने के बाद से वह एक सप्ताह में हजारों लोगों से हाथ मिलाने के आदी हो गए हैं . श्वित्जर कहते हैं, ‘‘ समस्या यह है कि शक्तिशाली लोगों के इस प्रकार के व्यवहार से नियमों के पालन को लेकर आम जनता के बीच भ्रम की स्थिति पैदा होती है.”

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