भारत दौरे के बाद पाकिस्तान क्यों जा रहे हैं चीनी विदेश मंत्री? क्या शाहबाज और मुनीर के साथ वांग यी कोई नया दांव खेलेंगे!

Jaishankar Wang Yi India China Meeting: भारत–चीन संबंधों में नई पहल, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और चीनी विदेश मंत्री वांग यी की बैठक में सीमा स्थिरता और विश्वास निर्माण पर चर्चा, प्रधानमंत्री मोदी की संभावित चीन यात्रा से पहले महत्वपूर्ण दौरा. इसके बाद चीनी विदेश मंत्री पाकिस्तान क्यों जा रहे हैं? जानिए.

By Govind Jee | August 19, 2025 10:16 AM

Jaishankar Wang Yi India China Meeting: “कठिन दौर” के बाद भारत और चीन अब अपने संबंधों को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, ऐसा विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपने चीनी समकक्ष वांग यी से सोमवार को कहा. राजनीतिक माहौल में सुधार के बीच यह बातचीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस महीने टियानजिन संभावित यात्रा से पहले हुई. जयशंकर ने कहा, “हमारे संबंधों में कठिन दौर देखने के बाद, अब हमारी दोनों राष्ट्र आगे बढ़ना चाहते हैं. इसके लिए दोनों पक्षों से स्पष्ट और रचनात्मक दृष्टिकोण जरूरी है. मतभेद विवाद नहीं बनें, और प्रतिस्पर्धा संघर्ष में नहीं बदलनी चाहिए.”

Jaishankar Wang Yi India China Meeting in Hindi: सीमावर्ती मुद्दों पर विशेष ध्यान

जयशंकर ने यह भी जोड़ा कि आप (वांग यी) हमारे विशेष प्रतिनिधि, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल के साथ सीमा मुद्दों पर चर्चा करेंगे. यह बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि हमारे संबंधों में किसी भी सकारात्मक प्रगति का आधार यह है कि सीमा क्षेत्रों में शांति और स्थिरता बनाए रखी जा सके. साथ ही, तनाव कम करने की प्रक्रिया आगे बढ़ना भी आवश्यक है. यह जयशंकर और वांग यी के बीच लगातार दूसरे महीने की बैठक है. पहली बैठक पिछले महीने हुई थी जब जयशंकर शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की विदेश मंत्रियों की बैठक में चीन गए थे. चीनी विदेश मंत्री का यह दौरा विशेष महत्व रखता है क्योंकि अमेरिका ने भारतीय सामानों पर 50 प्रतिशत तक के टैरिफ लगाए हैं, जिससे भारत–अमेरिका व्यापारिक तनाव बढ़ा है.

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भारत के बाद जाएंगे पाकिस्तान यात्रा पर

चीन के विदेश मंत्री का पाकिस्तान दौरा भी महत्वपूर्ण है. यह दौरा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शेहबाज शरीफ की आगामी SCO शिखर सम्मेलन (31 अगस्त–1 सितंबर, टियानजिन) की यात्रा को अंतिम रूप देने के लिए है. विशेषज्ञों का कहना है कि यह दौरा मई में हुए भारत–पाक सैन्य संघर्ष और पाकिस्तान के अमेरिका के साथ बढ़ते संबंधों के मद्देनजर समयानुकूल है. कहा जा रहा है कि पाकिस्तान की हाल की अमेरिका की ओर रुख को चीन से स्पष्टीकरण की जरूरत हो सकती है. इसके अलावा, चीनी विदेश मंत्री पाकिस्तान के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ से भी मुलाकात कर कुछ द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे.

चीनी विदेश मंत्री के दौरे के दौरान भारत और चीन नई विश्वास निर्माण पहल पर चर्चा करने की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि स्थायी शांति और स्थिरता बनी रहे. यह दौरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस महीने संभावित चीन यात्रा से पहले भी खास महत्व रखता है.

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