भारत ने दागे दो तबाही मचाने वाले हथियार, K-4 सबमरीन और आकाश-NG मिसाइल; दुश्मनों के उड़ेंगे होश, जानें ताकत
India Weapons Test: भारत ने 24 घंटे के अंदर दो एडवांस्ड हथियार सिस्टम का सफल टेस्ट किया. INS अरिहंत से लॉन्च की गई K-4 सबमरीन-लॉन्च्ड बैलिस्टिक मिसाइल और आकाश-NG एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान और चीन-पाकिस्तान गठबंधन के लिए खतरा बढ़ा दिया है. हाई स्पीड, सटीकता और जबरदस्त क्षमताओं के साथ, भारत ने युद्ध की तैयारी में एक नया बेंचमार्क स्थापित किया है.
India Weapons Test: भारत ने पिछले 24 घंटे में अपने दुश्मनों के लिए ऐसा संदेश भेजा, जिसे नजरअंदाज करना मुश्किल है. ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान की कमजोरियां सामने आने के बाद, भारतीय रक्षा वैज्ञानिकों ने साबित कर दिया कि हम केवल युद्ध के लिए तैयार नहीं हैं, बल्कि युद्ध के नियम बदल रहे हैं. दो अलग-अलग टेस्ट ने इस बात को पूरी तरह दिखा दिया.
India Weapons Test K-4 Submarine in Hindi: पानी के नीचे से दागी गई खतरनाक मिसाइल
INS अरिहंत ने K-4 मिसाइल का सफल परीक्षण किया, जिसे पाकिस्तान देख भी नहीं सकता, ट्रैक भी नहीं कर सकता और रोक भी नहीं सकता. यह मिसाइल समुद्र की सतह के नीचे से दागी गई और माच 5+ यानी आवाज की पांच गुना रफ्तार से उड़ती है. इसकी रेंज 3,500 किलोमीटर है, मतलब एक भारतीय सबमरीन अरब सागर में छिपकर किसी भी दुश्मन देशों के लक्ष्य को तहस-नहस कर सकती है.
-After playing cat & mouse game with #China (China had positioned 4 spy ships in IOR), #India finally tested K-4 SLBM on 23 Dec
— Insightful Geopolitics (@InsightGL) December 25, 2025
-SSBN INS Arighat successfully tested 4000 km range, nuclear-capable hypersonic missile
-6000 Ton Arighat carries 4 K-4 or 12 K-15 in vertical launchers pic.twitter.com/GN7ka8j9Yc
K-4 सिर्फ एक मिसाइल नहीं है, यह भारत की न्यूक्लियर ट्रायड का हिस्सा है. यानी आकाश, जमीन और समुद्र तीनों से हमला करने की क्षमता. इसकी खासियतें भी बेहद खतरनाक हैं: हाइपरसोनिक गति, 2,000 किलो का विस्फोटक या न्यूक्लियर वारहेड, स्टील्थ बॉडी और सैटेलाइट गाइडेड प्रिसिजन. यह तीसरी सफल टेस्ट है और अब यह पूरी तरह ऑपरेशनल है. ब्रह्मोस और कैलिबर के बाद K-4 अब भारत की ताकत में तीसरी बड़ी मिसाइल बन चुकी है.
चीन-पाकिस्तान गठबंधन को चुनौती
पेंटागन की रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि चीन ने पाकिस्तान को 8 सबमरीन (4 डिलीवर हो चुकी हैं), 4 आधुनिक युद्धपोत और एंटी-शिप व बैलिस्टिक मिसाइलें दी हैं. बदले में पाकिस्तान ने ग्वादर के पास चीन को नेवल बेस का एक्सटेंडेड एक्सेस दिया. भारत ने इसका जवाब K-4 सबमरीन मिसाइल के साथ दिया, जो हर चीनी-सप्लाई किए गए जहाज को मार गिरा सकती हैं, इससे पहले कि वे कुछ कर पाएं. 2026 में और लंबी दूरी की एंटी-शिप मिसाइलें आने वाली हैं, जो भारतीय नौसैनिक प्रभुत्व को और मजबूत करेंगी.
India Weapons Test Akash-NG Missile in Hindi: आकाश की नई किलेबंदी
कुछ ही घंटों बाद भारत ने अपनी एयर डिफेंस भी अजेय बना दी. DRDO ने Akash-NG का सफल परीक्षण किया, जो ऑपरेशन सिंदूर में तुर्की के ड्रोन को नष्ट करने वाली मिसाइल का अपग्रेडेड वर्जन है. पुरानी Akash 25-30 किमी रेंज, 20 किमी ऊंचाई और 720 किलो वजन की थी. नई Akash-NG 70-80 किमी रेंज, 20 से ज्यादा किमी ऊंचाई और सिर्फ 350 किलो वजन की है. आधा वजन, तीन गुना रेंज, अधिक ऊंचाई और तेज गति. RF सीकर तकनीक की वजह से लक्ष्य कितना भी भागने की कोशिश करे, मिसाइल उसे खोजकर नष्ट कर देती है. आज के टेस्ट में मिसाइल ने पूरी तरह एक हिलते-डुलते हवाई लक्ष्य को ध्वस्त कर दिया.
India takes a decisive leap in indigenous air defence.
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) December 24, 2025
Akash-NG has successfully completed user evaluation trials, meeting all PSQR parameters & accurately engaging aerial targets across varied ranges & altitudes.
Powered by a solid rocket motor & equipped with an indigenous RF… pic.twitter.com/bie6i6Yzl0
दुश्मनों के लिए साफ संदेश
24 घंटे में भारत ने यह साबित कर दिया कि हमारे पास पानी के नीचे छिपकर हमला करने की क्षमता है, अजेय एयर डिफेंस कवच है और चीन-पाकिस्तान के नेवल गठबंधन का मुकाबला करने का सामर्थ्य है. पाकिस्तान के पास चीनी सबमरीन हैं, भारत के पास सबमरीन-लॉन्च हाइपरसोनिक मिसाइल. पाकिस्तान के पास तुर्की ड्रोन हैं, भारत के पास मिसाइल सिस्टम जो उन्हें ध्वस्त कर देगा.
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