यहां दिल्ली की गद्दी जला दी जाएगी, बांग्लादेशी नेता की गीदड़ भभकी, भारत के नॉर्थ ईस्ट को काटने की दी धमकी
Bangladesh leaders on India's Seven Sisters: शेख हसीना के खिलाफ कथित जुलाई विद्रोह से नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) के संयोजक नाहिद इस्लाम ने चेतावनी दी कि बांग्लादेश में ‘दिल्ली की गद्दी’ जला दी जाएगी. वहीं इसी पार्टी के दक्षिण क्षेत्र के मुख्य आयोजक हसनत अब्दुल्ला ने भारत के सेवेन सिस्टर्स को अलग करने की गीदड़ भभकी दे दी. बांग्लादेश में चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही इस तरह के बयानों की बाढ़ आ गई है.
Bangladesh leaders on India’s Seven Sisters: शेख हसीना सरकार को गिराने में मुख्य भूमिका निभाने वाले बांग्लादेश के युवा नेता आए दिन भारत के खिलाफ जहरीला बयान देते रहते हैं. शेख हसीना के खिलाफ कथित जुलाई विद्रोह के नाम से फेमस हुए आंदोलन से नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) निकली है. इसी पार्टी के संयोजक नाहिद इस्लाम ने चेतावनी दी कि बांग्लादेश में ‘दिल्ली की गद्दी’ जला दी जाएगी. इंकिलाब मंचा की ओर से शनिवार को अपने प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी को गोली मारे जाने के विरोध में 13 दिसंबर को एक रैली का आयोजन किया गया. इसी दौरान पार्टी के दक्षिण क्षेत्र के मुख्य आयोजक हसनत अब्दुल्ला ने भारत के सेवेन सिस्टर्स को अलग करने की गीदड़ भभकी दे दी. बांग्लादेश में चुनाव की तारीखों (12 फरवरी) का ऐलान होते ही इस तरह के बयानों की बाढ़ आ गई है.
शरीफ उस्मान हादी आगामी 13वें राष्ट्रीय संसदीय चुनाव में ढाका-8 निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार बनने की तैयारी में भी हैं. वे अपने चुनाव प्रचार के दौरान निकले थे, इसी दौरान उन्हें दो हमलावरों ने गोली मार दी. ढाका ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़ित नागरिकों की रैली और जन-प्रतिरोध शीर्षक से यह कार्यक्रम शनिवार दोपहर ढाका के शाहबाग स्थित राष्ट्रीय संग्रहालय के सामने आयोजित हुआ. इस रैली को संबोधित हसनत अब्दुल्ला ने कहा, ‘गोली सिर्फ उस्मान हादी के सिर से नहीं गुजरी, बल्कि बांग्लादेश के हर नागरिक की अंतरात्मा से होकर गुजरी है. पिछले 17 वर्षों में अवामी लीग के पक्ष में काम करने वाले लोग अब अलग-अलग पहचान के साथ फिर सामने आ रहे हैं, टॉक-शो के बुद्धिजीवी, थिएटर कार्यकर्ता या सांस्कृतिक कर्मी बनकर.’
दिल्ली की गद्दी जलाई जाएगी
इस कार्यक्रम के दौरान एनसीपी के संयोजक नाहिद इस्लाम ने कहा, ‘किसी भी व्यक्ति, संस्था, पेशेवर समूह या बुद्धिजीवी के माध्यम से दिल्ली का वर्चस्व बांग्लादेश में घुसने नहीं दिया जाएगा. इस देश में दिल्ली की गद्दी जलाई जाएगी.’ वहीं हसनत अब्दुल्ला ने आगे चेतावनी दी कि “बांग्लादेश में फासीवादियों के लिए कोई जगह नहीं होगी, चाहे वे किसी भी नाम से आएं. जो लोग जातीय पार्टी के बैनर तले गुलशन में फिर से संगठित होने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें उस समय एक इंच भी जगह नहीं दी जाएगी, जब उस्मान हादी का खून बह चुका है.”
भारत के उत्तर-पूर्वी “सेवन सिस्टर्स” राज्य अलग-थलग पड़ जाएंगे
हसनत अब्दुल्ला लगातार चुनावी मोड में भारत के खिलाफ आग उगल रहे हैं. उन्होंने एक बार फिर 15 दिसंबर को भारत के खिलाफ जहर उगला. उन्होंने कहा कि अगर बांग्लादेश को अस्थिर किया गया, तो भारत के उत्तर-पूर्वी सेवन सिस्टर्स राज्य अलग-थलग पड़ जाएंगे. भारत के उत्तर-पूर्वी सात राज्यों, अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड और त्रिपुरा को सामूहिक रूप से ‘सेवन सिस्टर्स’ कहा जाता है. यह सिलिगुड़ी के पास एक छोटे से पैसेज से जुड़े हैं, जिसे अक्सर चिकेन नेक कहा जाात है.
हादी पर हमले में शामिल लोगों को भारत का समर्थन
बांग्लादेश के द बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, इकिलाब मंचा द्वारा सेंट्रल शहीद मीनार पर आयोजित सर्वदलीय विरोध रैली को संबोधित करते हुए हसनत ने आरोप लगाया कि देश में अराजकता फैलाने वाले, चुनावी प्रक्रिया को बाधित करने की कोशिश करने वाले और उस्मान हादी पर हमले में शामिल लोग भारत के समर्थन से काम कर रहे हैं.
बांग्लादेश जवाब देगा
उन्होंने भारतीय अधिकारियों पर बांग्लादेशी नागरिकों की सीमा पर हत्याओं में संलिप्तता का भी आरोप लगाया. हसनत ने कहा, ‘मैं भारत से साफ कहना चाहता हूं कि यदि आप उन ताकतों को शरण देते हैं जो बांग्लादेश की संप्रभुता, क्षमता, मतदान अधिकारों और मानवाधिकारों का सम्मान नहीं करतीं, तो बांग्लादेश जवाब देगा.’ उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि बांग्लादेश को अस्थिर करने के दूरगामी क्षेत्रीय परिणाम होंगे. उन्होंने कहा अगर बांग्लादेश अस्थिर हुआ, तो प्रतिरोध की आग सीमाओं से बाहर तक फैल जाएगी.
चुनावी माहौल में उन्होंने भारत के ऊपर ताबड़तोड़ आरोप लगा दिए. भारत की भूमिका की आलोचना करते हुए हसनत ने कहा कि स्वतंत्रता के 54 साल बाद भी बांग्लादेश ‘गिद्धों’ द्वारा देश पर नियंत्रण स्थापित करने की कोशिशों का सामना कर रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि भारत बांग्लादेश को कमजोर कर उसे संघर्षग्रस्त राज्य में बदलना चाहता है.
चुनावों में हिंसा पर अमेरिका ने भी चेताया
हसनत ने आगे दावा किया कि अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके सहयोगी धन, हथियार और प्रशिक्षण के जरिए बांग्लादेश के खिलाफ लोगों को संगठित कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘जो लोग सत्ता और पद के लिए दिल्ली की ओर देखते हैं, वे तीसरी बार देश की आजादी बेचने की तैयारी कर रहे हैं.’ जाहिर है कि बांग्लादेश में चुनावी हिंसा का एक लंबा इतिहास रहा है. वहीं इस बार के माहौल में देश की सबसे लोकप्रिय पार्टी अवामी लीग को किसी भी चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने से रोक दिया गया है. अमेरिका ने भी इस चुनाव में बड़े पैमाने पर हिंसा की चेतावनी जारी की है.
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