Bihar News Update : कोरोना संदिग्ध परिवार को लाने गयी मेडिकल टीम पर हमला, पुलिस वाहन को भी किया क्षतिग्रस्त

बिहार के मुंगेर में कासिम बाजार थाना क्षेत्र के हजरतगंज वाड़ा गली नंबर 15 में बुधवार को संदिग्ध परिजनों को क्वारेंटाइन में रखने के लिए लाने गये मेडिकल टीम पर असामाजिक तत्वों ने हमला बोल दिया. सूचना पर पहुंची कासिम बाजार थाना की गश्ती गाड़ी का शीशा भी तोड़ दिया.

By Samir Kumar | April 1, 2020 10:46 PM

मुंगेर : बिहार के मुंगेर में कासिम बाजार थाना क्षेत्र के हजरतगंज वाड़ा गली नंबर 15 में बुधवार को संदिग्ध परिजनों को क्वारेंटाइन में रखने के लिए लाने गये मेडिकल टीम पर असामाजिक तत्वों ने हमला बोल दिया. सूचना पर पहुंची कासिम बाजार थाना की गश्ती गाड़ी का शीशा भी तोड़ दिया. जब पुलिस ने सख्ती दिखाई तो लोग भाग खड़े हुए. जिसके बाद असामाजिक तत्वों के गतिविधियों पर विराम लगा और समाज के बुद्धिजीवियों ने मृतक बच्ची के छह परिजनों को मेडिकल टीम के साथ भेजा.

दरअसल, सोमवार की रात हजरतगंज वाड़ा गली नंबर 15 निवासी एक 8 वर्षीय बच्ची की मौत हो गयी थी. जिसे संदिग्ध मानते हुए मेडिकल टीम ने बच्ची के शव को दफना दिया. लेकिन, उसके पूरे परिवार की जांच के लिए बुधवार को सदर अस्पताल से मेडिकल टीम को भेजी गयी. मेडिकल टीम जब परिवार को जांच के लिए पहुंची तो वहां के लोगों ने विरोध शुरू कर दिया.

लोगों का आरोप था कि मेडिकल टीम जांच के लिए ले जाती है और फिर मवेशी की तरह एक कमरे में बंद कर देती है. न तो सही तरीके से रहने की व्यवस्था है और न ही खाने-पीने की व्यवस्था है. बच्ची की मौत कोरोना से जब नहीं हुई तो पूरे परिवार को क्यों लेने मेडिकल टीम पहुंची. सूचना पर कासिम बाजार थाना की गश्ती गाड़ी बेलोरो भी पहुंची.

पुलिस समझाने का प्रयास ही कर रहा था कि लोग उग्र हो गये मेडिकल टीम पर हमला बोल दिया. टीम के सदस्य एंबुलेंस में बैठ कर जब भागने का प्रयास किया तो असामाजिक तत्वों ने पथराव शुरू कर दिया. जिसके कारण पुलिस की गश्ती गाड़ी बोलेरो का पीछे का शीशा पत्थर लगने से टूट गया. सूचना मिलते ही कासिम बाजार थानाध्यक्ष शैलेश कुमार दल-बल के साथ पहुंचे और लोगों को समझा-बुझा कर शांत किया.

साथ ही कोरोना वायरस के महामारी से बचाव में सहयोग की अपील की. जिसके बाद मुहल्ले के कुछ बुद्धिजीवी लोग सामने आया और उक्त परिवार को बाहर निकला. जिसमें उसके मृतक बच्ची के माता-पिता और उसके चार भाई-बहन शामिल थे. जिसे बाद में मेडिकल टीम लेकर जांच के लिए जीएनएम स्कूल पहुंचाया.

कहते हैं थानाध्यक्ष

कासिम बाजार थानाध्यक्ष शैलेश कुमार ने बताया कि मेडिकल टीम का लोगों ने यह कहते हुए विरोध किया कि वहां रहने, खाने-पीने की कोई व्यवस्था नहीं है. इसी में किसी ने एक पत्थर चला दिया. जिससे थाना के बोलेरो वाहन के पीछले हिस्सा का शीशा टूट गया. वरीय अधिकारियों को सूचना दे दिया गया. निर्देश मिलने पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी.

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