Red Sea Cable Cuts Affect Internet: लाल सागर के अंदर टूटी फाइबर ऑप्टिक केबल, कई देशों में इंटरनेट पर छाया संकट का साया
Red Sea Cable Cuts Affect Internet: लाल सागर के अंदर बिछी इंटरनेट केबल्स में कोई परेशानी आ गई है. जिस कारण इंटरनेट स्लो हो गया है. इसे लेकर माइक्रोसॉफ्ट ने एक स्टेटस वेबसाइट के माध्यम से घोषणा की है, कि मध्यपूर्व में "लाल सागर में समुद्र के नीचे फाइबर कटौती के कारण विलंबता में वृद्धि का अनुभव हो सकता है.
Red Sea Cable Cuts Affect Internet: क्या आपके भी इंटरनेट की स्पीड अचानक से कम हो गई है? स्मार्टफोन, कंप्यूटर या लैपटॉप में इंटरनेट कनेक्टिविटी को लेकर आपको परेशानी हो रही है? तो फिर इसमें आपके नेटवर्क की कोई गलती नहीं है. क्योंकि, इस दिक्कत को सिर्फ आप ही नहीं बल्कि दुनिया में करोड़ों लोग झेल रहे हैं. जी हां, पूरी दुनिया में ही इंटरनेट स्लो हो गया है.
वहीं, स्लो इंटरनेट का बड़ा असर माइक्रोसॉफ्ट के Azure पर भी पड़ा है. दरअसल, लाल सागर के अंदर बिछी फाइबर ऑप्टिक केबल्स क्षतिग्रस्त हो गई हैं. जिस कारण इंटरनेट स्लो हो गया है. माइक्रोसॉफ्ट ने एक स्टेटस वेबसाइट के जरिए इस बात की जानकारी दी है. जिसमें बताया गया है कि, लाल सागर के अंदर बिछी फाइबर ऑप्टिक केबलों के क्षतिग्रस्त होने के कारण दुनिया भर में इंटरनेट स्लो हो गई है. जिससे यूजर्स को स्लो इंटरनेट स्पीड का सामना करना पड़ सकता है. वहीं, इन केबल्स की मरम्मत को लेकर मइक्रोसॉफ्ट ने बताया कि इसमें वक्त लग सकता है.
यूरोप और एशिया के बीच भी इंटरनेट स्पीड हुआ स्लो
इंटरनेट एक्सेस पर नजर रखने वाले Netblocks ने इसे लेकर कहा कि, लाल सागर के अंदर केबल्स आउटेज ने कई देशों में इंटरनेट कनेक्टिविटी को खराब कर दिया है. यूरोप और एशिया के बीच भी इंटरनेट स्पीड बहुत स्लो हो गई है. बता दें कि दुनियाभर में इंटरनेट की पहुंच के लिए लाल सागर में बिछी फाइबर ऑप्टिक केबल्स बहुत ही जरूरी है. क्योंकि, एशिया और यूरोप के बीच इंटरनेट के लिए एक बड़ा हिस्सा इन्हीं केबल्स से कनेक्ट रहता है.
17% हिस्सा प्रभावित
एक रिपोर्ट के अनुसार, क्षतिग्रस्त हुई इन केबल्स में SEACOM/TGN-EA, AAE-1 और EIG जैसे में सिस्टम शामिल हैं. ऐसे में इस समय इन केबल्स के क्षतिग्रस्त होने के कारण दुनियाभर में इंटरनेट ट्रैफिक का 17% हिस्सा बाधित हो गया है.
क्या है वजह?
लाल सागर के अंदर केबल्स क्षतिग्रस्त कैसे हुए, इस बात की जानकारी अभी नहीं दी गई है. अधिकारी इस बात का पता लगाने में जुटे हुए हैं. बता दें कि पहले भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं. जिसमें जहाजों द्वारा गिराए गए एंकर के कारण हुई तोड़फोड़ को वजह माना गया था.
Chandra Grahan 2025: कब, कहां और कैसे देखें साल का आखिरी चंद्र ग्रहण?
Online Gaming: सरकार को नया कानून लाने की जरूरत क्यों पड़ी? पीएम मोदी ने बताया
AC, TV, डिशवॉशर, मॉनिटर और प्रोजेक्टर भी होंगे सस्ते, अब खरीदारी में होगी हजारों की बचत
