केंद्र की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ सीटू ने खोला मोर्चा

अनिल विश्वास भवन के सामने सीटू की दार्जिलिंग जिला कमेटी के सदस्यों ने दिया धरना सिलीगुड़ी : केंद्र सरकार की जनविरोधी व विभिन्न सरकारी कंपनियों के निजीकरण करने के खिलाफ बुधवार को सीटू ने माकपा कार्यालय अनिल विश्वास भवन के सामने धरना प्रदर्शन किया. सीटू की दार्जिलिंग जिला कमेटी की ओर से धरना प्रदर्शन में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 15, 2019 1:53 AM

अनिल विश्वास भवन के सामने सीटू की दार्जिलिंग जिला कमेटी के सदस्यों ने दिया धरना

सिलीगुड़ी : केंद्र सरकार की जनविरोधी व विभिन्न सरकारी कंपनियों के निजीकरण करने के खिलाफ बुधवार को सीटू ने माकपा कार्यालय अनिल विश्वास भवन के सामने धरना प्रदर्शन किया. सीटू की दार्जिलिंग जिला कमेटी की ओर से धरना प्रदर्शन में 12 सूत्री मांगों को लेकर चर्चा की गयी. इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए सीटू के जिला सचिव समन पाठक ने बताया कि केंद्र सरकार श्रमिकों के प्रति सौतेला रवैया अपना रही है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार देश की संपत्ति को प्राइवेट कंपनियों के हाथों में बेच रही है.
केंद्र की भाजपा सरकार ने रेल, डिफेंस तथा बीएसएनल को भी नहीं बख्शा. उन्होंने आरोप लगाया कि खुदरा बाजार में भी एफटीआई को लागू कर केंद्र सरकार अर्थव्यवस्था को कमजोर कर रही है. उन्होंने कहा कि वे प्रदर्शन के माध्यम से लोगों को भी केंद्र की जनविरोधी नीतियों के बारे में अवगत कराया जायेगा. बीएसएनएल के अस्थायी कर्मियों की छंटनी को लेकर समन पाठक ने बताया कि पूरे देश में अस्थायी कर्मियों की छंटनी की जा रही है.
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बीएसएनल को कमजोर कर प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों के लिए रास्ता बना रही है. उन्होंने कहा कि सीटू सिलीगुड़ी में बीएसएनल के अस्थायी कर्मियों द्वारा किए जा रहे आंदोलन के साथ हैं. धरना प्रदर्शन में 18 हजार न्यूनतम वेतन लागू करने, समान काम के लिए समान वेतन, श्रमिकों को कम से कम 6 हजार रुपये पेंशन व अन्य मांगों पर भी चर्चा की गयी

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