स्थायी समाधान का मतलब नहीं जानते भाजपा के सहयोगी

दार्जिलिंग : भाजपा के संकल्प पत्र में उल्लिखित स्थायी राजनैतिक समाधान क्या है, इसकी जानकारी पहाड के भाजपा के सहयोगी दलों को भी नहीं है. यह कहना है दार्जिलिंग जिला हिल तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ता एनवी खवास का. शहर के जज बाजार स्थित दार्जिलिंग जिला हिल तृणमूल कांग्रेस के कार्यालय में शनिवार को जिला […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 4, 2019 4:15 AM

दार्जिलिंग : भाजपा के संकल्प पत्र में उल्लिखित स्थायी राजनैतिक समाधान क्या है, इसकी जानकारी पहाड के भाजपा के सहयोगी दलों को भी नहीं है. यह कहना है दार्जिलिंग जिला हिल तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ता एनवी खवास का.

शहर के जज बाजार स्थित दार्जिलिंग जिला हिल तृणमूल कांग्रेस के कार्यालय में शनिवार को जिला हिल तृणमूल कांग्रेस की सभा हुई. इसमें पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी द्वारा शुरू किये गये ‘दीदीके बोलो’ कार्यक्रम पर चर्चा हुई.
सभा में पहाड़ की वर्तमान राजनैतिक स्थितियों पर गहन चर्चा के बाद पार्टी की दार्जिलिंग टाउन कमेटी का गठन किया गया. श्री खवास ने बताया कि सर्वसम्मति के साथ चुंगचुंग भूटिया को अध्यक्ष चुना गया है. महासचिव का पदभार ललित गुरुंग को सौंपा गया है.
कुल 30 सदस्यीय कमेटी गठित की गयी है. नवगठित कमेटी रविवार से शहर के घर-घर जाकर संगठन विस्तार का काम करेगी. इसी तरह कुछ ही दिनों में तृणमूल की वार्ड कमेटियों का गठन किया जायेगा. फिर बूथ कमेटियों का गठन होगा.
दो घंटे से अधिक समय तक चली बैठक के बाद एनवी खवास ने पत्रकारों से कहा कि ममता दीदी के निर्देशानुसार हमलोग काम करेंगे. उन्होंने कहा कि बीते लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने अपने राष्ट्रीय संकल्प पत्र में दार्जिलिंग की समस्या के स्थायी राजनैतिक समाधान करने का उल्लेख किया था.
उस दौरान भाजपा प्रत्याशी राजू बिष्ट ने दार्जिलिंग के चौरस्ता में चुनावी जनसभा को सम्बोधित करते हुए स्थायी राजनैतिक समाधान का मतलब अलग राज्य गोरखालैंड बताया था. लेकिन अब सांसद बनने के बाद वह अपने बयान को जलेबी की तरह घुमा रहे हैं.
श्री खवास ने कहा कि कुछ दिनों पहले दार्जिलिंग के भाजपा विधायक नीरज जिम्बा भी स्थायी राजनैतिक समाधान क्या है, इस बारे में अनभिज्ञता जता चुके हैं. नीरज जिम्बा ने इस बारे में जानकारी लेने के लिए पहाड़ के अपने सभी सहयोगी दलों की टोली लेकर दिल्ली जाने की बात कही थी.

Next Article

Exit mobile version