नदियों का जलस्तर बढ़ने से कई घरों में घुसा पानी

कूचबिहार में दस घर नदी में समाये, बांध पर लोगों ने लिया आश्रय कूचबिहार : भूटान पहाड़ एवं कूचबिहार जिले में लगातार बारिश से कूचबिहार की तोर्षा, रायडाक, गदाधर, कालजनी नदी का जलस्तर बढ़ गया है. नदियों में जलस्तर बढ़ने के कारण इलाका जलमग्न हो गया है. कई घरों में पानी प्रवेश कर गया है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 13, 2019 12:53 AM

कूचबिहार में दस घर नदी में समाये, बांध पर लोगों ने लिया आश्रय

कूचबिहार : भूटान पहाड़ एवं कूचबिहार जिले में लगातार बारिश से कूचबिहार की तोर्षा, रायडाक, गदाधर, कालजनी नदी का जलस्तर बढ़ गया है. नदियों में जलस्तर बढ़ने के कारण इलाका जलमग्न हो गया है. कई घरों में पानी प्रवेश कर गया है. वहीं कूचबिहार शहर के संगलग्न केशव आश्रम व नदी किनारे रहने वाले लोगों का घर तोर्षा के गर्भ में चला गया है. बांध टूटने के कारण दस से अधिक घर तोर्षा नदी में समा चुके हैं. जबकि शेष लोगों ने बांध के उपर अपना ठिकाना बनाया है. नदी का जलस्तर बढ़ने से इलाके के लोग भयभीत हैं. प्रशासन की ओर से सहायता के नाम पर सिर्फ आश्वासन मिल रहा है. स्थानीय युवकों ने पीड़ित लोगों की मदद के लिए सहायता का हाथ बढ़ाया है.
मिली जानकारी के अनुसार बीती रात से नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ-साथ केशव आश्रम इलाके में तोर्षा नदी का बांध टूटना शुरू हो गया है. जिसमें दस घर नदी में डूब गया, जबकि बाकि लोगों ने बांध के उपर आश्रय ले रखा है. घटना का जायजा लेने के लिए नगरपालिका के चेयरमैन भूषण सिंह पहुंचे व जिला प्रशासन से बातचीत कर मदद का भरोसा दिया. चेयरमैन भूषण सिंह ने कहा कि तोर्षा नदी से कटाव जिस तरह हो रहा है. इससे समस्या काफी बढ़ रही है. प्रभावित लोगों को तत्कालिक तौर पर तिरपाल दिया गया है.
स्थानीय युवकों की ओर से बाढ़ पीड़ित लोगों के लिए खाने की व्यवस्था की गयी है. स्थानीय युवक राजू कामती, रामबाबू रजक, सोमनाथ राय ने कहा कि प्रत्येक वर्ष इलाके में लोगों का घर नदी के गर्भ में चला जाता है. प्रशासन को इसका समाधान करना चाहिए. अभी सिर्फ तिरपाल की व्यवस्था की गयी है.

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