खनन के चलते 10 साल के बच्चे की डूबकर मौत
मालबाजार : प्रशासन की ओर से पाबंदी के बावजूद कुछ व्यवसायी नदी में जेसीबी मशीन लगाकर बालू-पत्थर की खुदाई करते हैं, लेकिन इन गड्ढों को वे भरते नहीं. बारिश होते ही पानी भरने से वे गड्ढे जानलेवा बन जाते हैं.... रविवार की सुबह लगभग 10 बजे ऐसे ही एक गड्ढे में गिरने से एक बच्चे […]
मालबाजार : प्रशासन की ओर से पाबंदी के बावजूद कुछ व्यवसायी नदी में जेसीबी मशीन लगाकर बालू-पत्थर की खुदाई करते हैं, लेकिन इन गड्ढों को वे भरते नहीं. बारिश होते ही पानी भरने से वे गड्ढे जानलेवा बन जाते हैं.
रविवार की सुबह लगभग 10 बजे ऐसे ही एक गड्ढे में गिरने से एक बच्चे की मौत हो गयी. घटना माल ब्लॉक के लीस नदी में हुई है. मृत बच्चे का नाम यश उरांव (10) है. वह लीस रिवर चाय बागान के पातिबाड़ी डिवीजन का निवासी था.
जानकारी मिली है कि डुआर्स की विभिन्न नदियों से धड़ल्ले से अवैध बालू-पत्थर निकासी का काम चलता है. सरकारी मनाही की उपेक्षा कर कुछ अवैध कारोबारी जेसीबी मशीनें लगाकर नदी के किनारे गड्ढा करके बालू-पत्थर निकलते हैं. बागराकोट ग्राम पंचायत इलाके से बहनेवाली लीस नदी का भी यही हाल है.
रविवार को लीस नदी तट पर बने 15 फुट गहरे गड्ढे में यश गिर गया. घटना के समय यश अपने दोस्तों के साथ नदी के किनारे खेल रहा था. अचानक खेलते-खेलते गड्ढे में गिर गया. दोस्तों ने तुरंत उसके घर पर इसकी सूचना दी. घरवाले व आसपास के लोग मौके पर पहुंचकर बच्चे को गड्ढे से निकाला और उदलाबाड़ी अस्पताल पहुंचाया. लेकिन तबतक उसकी मौत हो
चुकी थी.
घटना के बाद चाय बगान इलाके के लोगों व स्थानीय पर्यावरणप्रेमियों ने इस पर नाराजगी जतायी है. इलाके के लोगों का कहना है कि प्रशासन की पाबंदी के बावजूद कैसे ऐसा अवैध कारोबार चलाया जाता है.
ऐसी ही घटना इससे पहले चेल नदी में भी हो चुकी है. जिसमें दो लोगों की जान चली गयी थी. स्थानीय लोगों ने नद से बालु पत्थर निकालने वालों से गड्ढा बंद करने व मृत बच्चे के परिवार को मुआवजे देने की मांग की है. साथ ही प्रशासन से ऐसे अवैध कारोबारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवायी की मांग की है.
मामले को लेकर माल महकमा शासक सियाद एन ने कहा कि उन्हे जानकारी मिली है. खोज खबर लेकर इसपर कार्रवाई की जायेगी. माल थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. इधर, मासूम की मौत को लेकर चाय बागान इलाके में मातम पसरा है.
