मृत बेटी की जुड़वा संतान का दायित्व लेने से नाना-नानी ने किया इंकार

अनाथ आश्रम को सौंपे गये बेसहारा बच्चे कुमारगंज : अब इसे अमानवीयता कहें या बुजुर्ग दंपती की आर्थिक लाचारी कि मृत अपनी बेटी के जुड़वा भाई-बहनों का दायित्व लेने से नाना-नानी ने अस्वीकार कर दिया. उल्लेखनीय है कि बीते सोमवार की रात को कुमारगंज थानांतर्गत मोहना गांव की निवासी गृहवधू अपर्णा मजुमदार को पति और […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 10, 2019 1:38 AM

अनाथ आश्रम को सौंपे गये बेसहारा बच्चे

कुमारगंज : अब इसे अमानवीयता कहें या बुजुर्ग दंपती की आर्थिक लाचारी कि मृत अपनी बेटी के जुड़वा भाई-बहनों का दायित्व लेने से नाना-नानी ने अस्वीकार कर दिया. उल्लेखनीय है कि बीते सोमवार की रात को कुमारगंज थानांतर्गत मोहना गांव की निवासी गृहवधू अपर्णा मजुमदार को पति और ससुरालियों ने पीट पीटकर हत्या कर दी थी.
इस दंपती के छोटे छोटे जुड़वा बेटा बेटी हैं श्रेयसी और श्रेया. बेसहारा इन बच्चों का दायित्व लेने के लिये इनके नाना-नानी हरीश अधिकारी और उनकी पत्नी ने इंकार कर दिया. दैनिक मजदूरी कर परिवार का निर्वाह करने वाले हरीश अधिकारी का कहना है कि एक तो बेटी ही नहीं रही.
दूसरा कि उनकी आर्थिक हैसियत ऐसी नहीं है कि वह इन दोनों बच्चों की परवरिश कर सकें. इसलिये उन्होंने इनका दायित्व लेने से इंकार किया है. उसके बाद ही चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सदस्यों ने इन बच्चों को हिली के शिशु अनाथ आश्रम भेजा है. साथ ही नाना-नानी को भी समझाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि इन बच्चों को एक परिवार की छत्रछाया मिल सके.
उधर, हत्या के मामले में पति समेत ससुराल के चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया तो उन्हें बालुरघाट अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेजा है. कुमारगंज थाना के ओसी सुदीप्त दास ने बताया कि हरीश अधिकारी ने अपने दोनों नाती-नातिन का दायित्व लेने से इंकार कर दिया.

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