नागराकाटा : बागान प्रबंधक को बनाया बंधक आश्वासन मिलने पर हुए शांत

नागराकाटा : रविवार के बदले सोमवार को चाय बागान में‍ कामकाज बंद रखने के नियम के खिलाफ सोमवार को नागराकाटा ब्लॉक स्थित चेंगमारी चाय बागान दिन भर अस्त-व्यस्त रहा. श्रमिकों ने इस नियम के खिलाफ चाय बागान प्रबंधक को कार्यालय में बंद कर कई घंटे तक विक्षोभ प्रर्दशन किया. चेंगमारी चाय बागान एशिया महादेश का […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 25, 2018 2:41 AM
नागराकाटा : रविवार के बदले सोमवार को चाय बागान में‍ कामकाज बंद रखने के नियम के खिलाफ सोमवार को नागराकाटा ब्लॉक स्थित चेंगमारी चाय बागान दिन भर अस्त-व्यस्त रहा. श्रमिकों ने इस नियम के खिलाफ चाय बागान प्रबंधक को कार्यालय में बंद कर कई घंटे तक विक्षोभ प्रर्दशन किया. चेंगमारी चाय बागान एशिया महादेश का दूसरा सबसे बड़ा चाय बागान है.
इसी चाय बागान पर नागराकाटा ब्लॉक के छोटे-बड़े व्यापारी निर्भरशील हैं. चाय बागान में इस तरह की स्थिति पैदा होने से लोगों के मन में हताशा छा गया.
स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिनों पहले चाय प्रबंधक, श्रमिक नेता एवं श्रमिकों के बीच रविवार के बदले सोमवार को चाय बागान का काम काज बंद रखने का निर्णय लिया गया था. इस निर्णय के अनुरूप रविवार को चाय बागान खुला रहने पर भी कोई श्रमिक काम पर नहीं आया.
सोमवार को चाय प्रबंधक ने नियम के अनुसार फैक्ट्री का काम बंद रखा था. लेकिन सुबह श्रमिकों के काम पर आने के बाद उन्हें कामकाज नहीं होने की जानकारी दी गयी. इसकी जानकारी के बाद श्रमिक भड़क गये और चाय प्रबंधक समेत कुछ नेताओं के विरोध में नारा लगाते हुए विक्षोभ प्रर्दशन किया गया.
बाद में नागराकाटा के ओसी सैकत भद्र ने पुलिस बल और रैफ के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर श्रमिकों से बातचीत करते हुए चाय बागान में पहले की तरह कामकाज होने को चाय प्रबंधक द्वारा लिखित रुप से देने के बाद प्रबंधक और नेताओं को बंधन मुक्त कराया गया.
स्थानीय श्रमिकों का आरोप है कि श्रमिक बिना सूचना दिए मालिक और नेता से मिलकर क्या नियम बनाते हैं, हमें पता नहीं. काम पर लौटने के बाद पता चला कि सोमवार को फैक्ट्री में कोई कामकाज नहीं होगा. हम इस तरह से अकेले लिया गया फैसला नहीं मानेंगे. सभी को पता है कि डुआर्स के ज्यादातर चाय बागान में रविवार को हाट लगता है.
उस दिन सभी चाय बागान में छुट्टी रहती है. सोमवार को यहां पर कुछ नहीं रहता है. हमलोग छुट्टी लेकर क्या करें. चाय बागान के नियम कानून में हम बदलाव नहीं चाहते हैं. चेंगमारी चाय बागान प्रबंधक कमलेश कुमार झा ने बताया कि जो घटना हुआ है इससे मैं हतास हूं. रविवार को फैट्री चालू रखा जाएगा और सोमवार को बंद रखने का निर्णय लिया गया था.
इस विषय की जानकारी नोटिस के माध्यम से दिया गया था. लेकिन अचानक हमारे उपर हमला किया गया. मेरे अलावा दो अन्य लोगों से भी धक्का-मुक्की की गयी. इस तरह करना गलत है. श्रमिकों से बातचीत के अनुरूप पहले की तरह ही फैक्ट्री में कामकाज चलने की बातें कही.
नागराकाटा विधायक सुकरा मुंडा ने कहा कि वहां जो निर्णय लिया गया, वह श्रमिकों को नहीं बताया गया. श्रमिकों को पता नहीं था कि रविवार को काम करना पड़ेगा और सोमवार को काम करना पड़ेगा. इसलिए श्रमिकों ने गेट मीटिंग करते हुए विक्षोप प्रदर्शन किया.
मालिक को भी श्रमिकों का ध्यान रखना होगा और श्रमिकों को मालिक का ख्याल रखना होगा. तभी चाय बागान सुचारु रुप से चल पाएगा. वर्तमान चाय बागान में सामान्य स्थिति होने की बात उन्होंने कही. नागराकाटा थाना ओसी सैकद भद्र ने कहा कि वर्तमान में चेंगमारी चाय बागान में शांति है.

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