बागडोगरा व खोराबाड़ी के इलाके जलमग्न, चाय बागानों में भी भारी तबाही

बागडोगरा : भारी बारिश के कारण अठारोखायी ग्राम पंचायत इलाका पूरी तरह से जलमग्न हो गया है. इसकी वजह से आमलोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोग एक तरह से अपने घर में ही बंद होकर रह गए हैं. बच्चों का स्कूल जाना भी बंद हो गया है. अठारोखायी इलाके के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 3, 2018 2:40 AM
बागडोगरा : भारी बारिश के कारण अठारोखायी ग्राम पंचायत इलाका पूरी तरह से जलमग्न हो गया है. इसकी वजह से आमलोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोग एक तरह से अपने घर में ही बंद होकर रह गए हैं. बच्चों का स्कूल जाना भी बंद हो गया है. अठारोखायी इलाके के बिजलीखोला, भानु नगर,तुला काटा,रविंद्र सारणी आदि इलाके जलमग्न हैं. स्थानीय निवासी प्रणिता थापा, बीनू छेत्री आदि का कहना है कि घुटने से ज्यादा पानी जमा है.
कई घरों में तो पानी घुसने के कारण और परेशानी बढ़ गई है. जल निकासी की व्यवस्था नहीं है. ग्राम पंचायत की ओर से भी जल निकासी की अबतक कोई कोशिश नहीं की गई. इन लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि जल निकासी ठीक नहीं होने के कारण ही इस तरह की समस्या हो रही है. दूसरी ओर अठारोखायी ग्राम पंचायत के प्रधान असित कुमार नंदी ने बताया है कि वह सुबह से ही विभिन्न जलमग्न इलाकों का दौरा कर रहे हैं.जलजमाव की समस्या कोई नई नहीं .है बारिश में हर साल ही जलजमाव की समस्या होती है. कई पक्के मकान इस इलाके में बना दिए गए हैं. इसके साथ ही जमीन खरीद कर लोगों ने बाउंड्री वाल का भी निर्माण कराया है.
इसी वजह से जलजमाव की समस्या होती है. उन्होंने जलजमाव दूर करने के लिए ग्राम पंचायत द्वारा कोई व्यवस्था नहीं किए जाने के आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है . उन्होंने कहा है कि ग्राम पंचायत में कर्मचारियों की कमी है. उसके बाद भी जलजमाव खत्म करने की कोशिश की जा रही है. ग्राम पंचायत के कर्मचारी विभिन्न प्रभावित इलाकों की निगरानी कर रहे हैं. दूसरी ओर माटीगाड़ा ब्लॉक के पाथरघाटा इलाके में भी बारिश की वजह से चारों तरफ जलजमाव है.
कई इलाके पानी में डूबे हुए हैं. माटीगाड़ा के बीडीओ रघु राय ने बताया है कि वह खुद भी कई इलाके के दौरे पर गए थे. जलजमाव की समस्या गंभीर है. समस्या से निपटने के लिए प्रशासन की ओर से कोशिश की जा रही है. पंचायत समिति के विरोधी दल नेता भोला दत्त ने बताया है कि सेना द्वारा बांध बनाने के कारण ऐसी समस्या हुई है. उन्होंने इस मामले में राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव से भी बात करने की जानकारी दी. दूसरी और बागडोगरा से थोड़ी दूर मेथीजुड़ा चाय बागान में भी बारिश ने तबाही मचाई है.
इस चाय बागान में चाय के पौधे पानी में डूब गए हैं. कलवर्ट बंद होने के कारण पानी का निकलना बंद हो गया है. जिसकी वजह से इस तरह की परेशानी हो रही है .चाय बागान में काम करने वाले श्रमिक भी जल जमाव के कारण परेशान हैं. एक तरह से कहा जाए तो बागडोगरा पूरा इलाका ही जलमग्न हो गया है. प्रशासन द्वारा अब तक कोई कार्यवाही नहीं शुरू किए जाने के कारण आम लोगों में भारी रोष है. इन लोगों ने ग्राम पंचायत के खिलाफ आंदोलन करने की धमकी दी है.