तृणमूल सांसद के चार परिजन ‘अनमैप्ड’ श्रेणी में

तृणमूल कांग्रेस की सांसद काकोली घोष दस्तीदार ने शनिवार को चुनाव आयोग पर मतदाताओं को परेशान करने का आरोप लगाया. उन्होंने बताया कि उनके दो बेटों, मां व छोटी बहन को 'अनमैप्ड' श्रेणी में डाल कर मतदाता सूची की विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) प्रक्रिया के तहत सुनवाई के लिए बुलाया गया है.

By BIJAY KUMAR | December 27, 2025 10:47 PM

कोलकाता.

तृणमूल कांग्रेस की सांसद काकोली घोष दस्तीदार ने शनिवार को चुनाव आयोग पर मतदाताओं को परेशान करने का आरोप लगाया. उन्होंने बताया कि उनके दो बेटों, मां व छोटी बहन को ””अनमैप्ड”” श्रेणी में डाल कर मतदाता सूची की विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) प्रक्रिया के तहत सुनवाई के लिए बुलाया गया है. बता दें कि, चुनाव आयोग के अनुसार, ””अनमैप्ड”” मतदाता वे हैं, जिनका विवरण 2002 की मतदाता सूची के रिकॉर्ड से मेल नहीं खाया है. मालूम रहे कि सांसद की 90 वर्षीय मां और छोटी बहन उनके अपने चुनाव क्षेत्र बारासात के मध्यग्राम इलाके में रहती हैं, जबकि उनके दोनों बेटों का आवासीय पता दक्षिण कोलकाता का है. तृणमूल सांसद ने कहा : यह हैरान करने वाली बात है कि मेरे बेटों के नाम मतदाता सूची में दर्ज नहीं हैं. उनके पिता राज्य के पूर्व मंत्री रहे हैं और मैं खुद कई बार की सांसद हूं. यह भी समझ से परे है कि मेरी मां और छोटी बहन, जो उत्तर 24 परगना के मध्यमग्राम में लंबे समय से मतदाता रही हैं, उनके नाम भी ड्राफ्ट सूची से हटा दिये गये हैं. उन्होंने इस प्रक्रिया को उत्पीड़न कहा.

उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने पहले ही स्पष्ट किया था कि 85 वर्ष या उससे अधिक उम्र के मतदाताओं को सुनवाई केंद्रों तक जाने की आवश्यकता नहीं होगी और आयोग के अधिकारी स्वयं उनके घर जाकर यह प्रक्रिया पूरी करेंगे. दूसरी ओर शनिवार को राज्यभर के 3,234 केंद्रों पर सुनवाई जारी रही. इन केंद्रों पर सुबह से ही लोगों की भारी भीड़ देखी गयी. पहले चरण में लगभग 32 लाख ‘अनमैप्ड’ मतदाताओं को सुनवाई के लिए बुलाया गया है.

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