सड़क पर उतर मेयर ने जलजमाव से पैदा हुए हालात का लिया जायजा
निम्न दबाव के कारण मंगलवार को कोलकाता में भारी बारिश हुई, जिसके कारण सड़कें पानी से लबालब भर गयी थीं. इन सब के बीच मेयर फिरहाद हकीम ने मंगलवार को कोलकाता के विभिन्न इलाकों का जायजा लिया.
संवाददाता, कोलकाता
निम्न दबाव के कारण मंगलवार को कोलकाता में भारी बारिश हुई, जिसके कारण सड़कें पानी से लबालब भर गयी थीं. इन सब के बीच मेयर फिरहाद हकीम ने मंगलवार को कोलकाता के विभिन्न इलाकों का जायजा लिया. इस दौरान वह खुद चेतला इलाके में जल निकासी व्यवस्था की निगरानी के लिए सड़क पर उतरे. स्थिति के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, मैंने 1978 के बाद से ऐसी बारिश नहीं देखी. उन्होंने यह भी कहा कि स्थिति को जल्द से जल्द नियंत्रण में लाने के प्रयास किये जा रहे हैं. मेयर फिरहाद हकीम मंगलवार सुबह से ही कोलकाता नगर निगम के कंट्रोल रूम में जमे हुए थे. वह यहीं से पूरी स्थिति पर नजर रख रहे थे. दोपहर करीब 12 बजे उन्हें चेतला में देखा गया. उन्होंने सड़क किनारे छोटी नालियों में पड़े प्लास्टिक और बोतलों को खुद हटाया. इस दौरान मेयर ने कहा कि कोलकाता का पानी नहरों (खाल) से गंगा में जाता है. ये नहर निकासी के मुख्य साधन हैं. उन्होंने कहा क पड़ोसी राज्यों से भी पानी आ रहा है, गंगा पूरी तरह भरी हुई है. नतीजतन, नहर का पानी गंगा में नहीं जा पा रहा है. यही सबसे बड़ी समस्या है.
इसके बाद, फिरहाद ने सन् 1978 की बारिश का जिक्र करते हुए कहा कि शायद उसके बाद कोलकाता में इतनी बारिश नहीं हुई. हालांकि, निगम स्थिति से जल्द निपटने की कोशिश कर रहा है. फिरहाद ने इस बात पर संदेह व्यक्त किया कि अगर फिर से बारिश हुई तो कोलकाता की स्थिति खराब हो सकती है. सितंबर 1978 में एक निम्न दबाव के कारण कोलकाता में केवल 24 घंटों में 370 मिलीमीटर बारिश हुई थी.
तीन दिनों में कुल 721 मिमी बारिश हुई थी. परिणामस्वरूप, कोलकाता और दक्षिण बंगाल में भयानक बाढ़ आयी थी.
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