छह विवि के वीसी की नियुक्ति को राज्यपाल ने दी स्वीकृति
राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने बुधवार को राज्य संचालित छह विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की नियुक्ति को मंजूरी दे दी.
संवाददाता, कोलकाता
राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने बुधवार को राज्य संचालित छह विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की नियुक्ति को मंजूरी दे दी. आखिरकार कोलकाता और जादवपुर समेत राज्य की छह यूनिवर्सिटी को स्थायी वाइस चांसलर मिल गये. बुधवार शाम को छह प्रस्तावित नामों को चांसलर, यानी कि गवर्नर सीवी आनंद बोस ने मंजूरी दे दी. राज्यपाल ने बुधवार शाम लगभग 6:23 बजे अपने सोशल मीडिया पर छह वाइस चांसलर के नामों की घोषणा की. उन्होंने गत सोमवार को राजभवन में इन छह वीसी पद के फाइनलिस्टों के साथ मीटिंग की थी. उसके बाद, आशुतोष घोष को कलकत्ता यूनिवर्सिटी का स्थायी वाइस चांसलर घोषित किया गया. उन्होंने जादवपुर यूनिवर्सिटी के लिए चिरंजीव भट्टाचार्य, काजी नजरुल यूनिवर्सिटी के लिए उदय बनर्जी, गौरबंग यूनिवर्सिटी के लिए आशीष भट्टाचार्य, साधु रामचंद मुर्मू यूनिवर्सिटी के लिए चंद्रदीपा घोष के नाम की घोषणा की. इसके अलावा विश्व बांग्ला यूनिवर्सिटी के लिए अबू तालेब खान को वाइस चांसलर नियुक्त किया गया है. कलकत्ता यूनिवर्सिटी के नव नियुक्त वाइस चांसलर आशुतोष घोष ने कहा : राज्यपाल ने ट्वीट किया है. विकास भवन से नियुक्ति पत्र मिलते ही मैं नयी जिम्मेदारी संभाल लूंगा. राजभवन के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि इन सभी के नामों को चासंलर ने स्वीकृति दे दी है.
गौरतलब है कि छह अक्तूबर को सुप्रीम कोर्ट ने राज्य की छह यूनिवर्सिटी में स्थायी वाइस चांसलर नियुक्त करने को हरी झंडी दे दी थी. हालांकि शिक्षा विभाग ने दावा किया कि सुप्रीम कोर्ट ने छह नहीं, बल्कि आठ यूनिवर्सिटी के नामों पर मुहर लगायी थी. इनमें नॉर्थ बंगाल और रायगंज यूनिवर्सिटी शामिल थीं.
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ूत्रों का दावा है कि सुनवाई के दौरान इस मुद्दे का कोई जिक्र नहीं किया गया. लेकिन चांसलर और गवर्नर सीवी आनंद बोस के वकील अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणि ने सुनवाई के बाद उन दो यूनिवर्सिटी पर एतराज जताया था. इन मतभेदों को सुलझाने के लिए सुप्रीम कोर्ट को 15 अक्तूबर को राज्य सरकार और चांसलर के वकीलों के साथ एक बंद कमरे में मीटिंग करनी थी, लेकिन उस दिन वह चर्चा भी टाल दी गयी. पता चला है कि अब यह मीटिंग 10 नवंबर को होगी.
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